
अरुण त्रिसल
कठुआ, 29 दिसंबर,कठुआ में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एक मंच पर इकट्ठा होकर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकजुट हुए। डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक अद्वितीय शख्सियत थे, जिन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी और वैश्विक स्तर पर उसकी साख मजबूत की।
उनका आर्थिक सुधारों का दौर 1991 में भारत की दिशा बदलने वाला साबित हुआ, जिसमें उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण जैसे कदम शामिल थे। उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुआ।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां एक शोक सभा आयोजित की और प्रख्यात अर्थशास्त्री को एक महान राजनेता के रूप में याद किया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें देश का महान सपूत, बेहतरीन अर्थशास्त्री, श्रेष्ठ राजनीतिज्ञ और सबसे विनम्र प्रधानमंत्री बताया.
कांग्रेस जिला प्रधान पंकज डोगरा, एक्स मंत्री जतिंदर सिंह (बाबू सिंह), नेशनल कांफ्रेंस के किशोर बक्शी, एडवोकेट सुशिल गुप्ता, संदीप मंजोत्रा, रोबिन शर्मा, नरेश शर्मा,अरुण महत्ता ने सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी ईमानदारी और आर्थिक नीतियों को याद किया. कर्रा ने राष्ट्र की चुनौतियों से निपटने के लिए सिंह की अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला. उन्होंने भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक, भाषाई और क्षेत्रीय विविधता को संरक्षित करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री के समर्पण के वास्ते उनकी सराहना की.
उन्होंने कहा, “डॉ. सिंह ने न केवल एक जाने-माने अर्थशास्त्री के रूप में, बल्कि एक सक्षम, ईमानदार और विनम्र प्रधानमंत्री के रूप में भी राष्ट्र को सम्मान दिलाया.” एक्स मंत्री जतिंदर सिंह (बाबू सिंह) ने कहा कि सिंह ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं और नीतियां शुरू कीं जो राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांतों के अनुरूप थीं. सभा में दो मिनट का मौन रखा गया. देश के विकास और महान व्यक्तित्वों की आदर-स्मृति की होती है, तो राजनीतिक मतभेदों को परे रखा जा सकता है। यह सभी पार्टियों के नेताओं द्वारा डॉ. मनमोहन सिंह की सोच और आदर्शों को अपनाने और उनका अनुसरण करने का संदेश देता है।