फसलों की MSP की लीगल गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन 2.0 को आज एक साल हो गया। शंभू और खनौरी मोर्चे से एकता के लिए आज चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चे की मीटिंग हुई। इस मौके किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे 11 फरवरी से 13 फरवरी तक प्रोग्राम है। ऐसे में हमारे खनौरी वाले साथी मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए हैं। लेकिन हम समय निकालकर यहां आए हैं। आज हमने गंभीर इस विषय पर चर्चा की है। हम एकता के निकट पहुंच गए हैं। आने वाले समय में एक और मीटिंग होगी, साथ ही कोशिश रहेगी सारे एकजुट रहेंगे। वहीं, 14 तारीख को केंद्र सरकार से होने वाली मीटिंग को लेकर आज शाम को लेकर सारी स्ट्रेटजी साफ की जाएगी। वहीं, खनौरी बॉर्डर पर चल रही महापंचायत से आज 78 दिन से आमरण अनशन पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जनता के नाम संदेश दिया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने महापंचायत में 5.26 मिनट अपनी ट्रॉली से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने मुख्य रूप से चार पवाइंट उठाए हैं 1.किसान महापंचायत में पहुंचे सभी किसान मजदूर व सभी कैटेगरी के लोगों का मैं दिल की गहराई से धन्यवाद करना चाहता हूं। आपने यहां आकर किसान महापंचायत को सफल बनाने का प्रयास किया है। देखिए सवाल यह है कि कुछ दिन पहले अमेरिका की तरफ से लगभग 104 भारतीय डिपोर्ट किए गए। जिनमें 30 से अधिक हमारे पंजाब और हरियाणा के भाई हैं। बाकि पूरे देश के लोग हैं । सवाल यह उठता है कि जिस कारण उन्हें डिपोर्ट किया गया। उन्हें इस तरीके से जाना क्यों पड़ा। उसकी मेन वजह यही है कि हमारे देश के अंदर रोजगार नहीं है। इंप्लायमेंट की कमी है, उसकी वजह से हमारे देश के युवाओं को बाहर जाना पड़ रहा है। 2. लोगों को इंप्लॉयमेंट मुहैया करवाने में जो सेक्टर सबसे सक्षम है। वह केवल एग्रीकल्चर सेक्टर है। अगर देश का एग्रीकल्चर सेक्टर मजबूत होता है, सबको रोजगार मिलता है। खेती फायदेमंद होती तो हमारे युवाओं को बाहर क्यों जाना पड़ता । वह बाहर गए हैं तो आज पता चल रहा है जिनको डिपोर्ट कर दिया उनको तो कर दिया। 200 से अधिक नौजवानों को फिर से डिपोर्ट करने के लिए अमेरिका तैयार बैठा है। वह बड़ी दुखद बात है। एग्रीकल्चर सेक्टर में एमएसपी जो हम लड़ाई लड रहे हैं। हम सभी देश के किसानों को एमएसपी की गारंटी का कानून मिले और डाॅक्टर स्वामीनाथन के फार्मूले सी -2 प्लस 50 के हिसाब से फसलों का दाम मिले। तो मुझे लग रहा है कि इससे बड़ा इंप्लायमेंट सोर्स देश में नहीं होगा। 3. इससे पूरे देशवासी देश के अंदर काम करेंगे। सरकार को हाथ जोड़कर निवेदन है कि इस क्षेत्र को मजबूत किया जाए। ताकि हमारे युवा बाहर न जाए। मैं यह भी बताना चाहता हूं कि पिछले एक साल में 14 लाख 78 हजार करोड़ रुपए के इंपोर्ट एक्सपोर्ट कमी आई है। एमएसपी न देने से किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। अगर ऐसे में एक साल में इतना नुकसान झेलना पड़ेगा तो यह खेती क्षेत्र फायदेमंद नहीं रहेगा। देश के सभी किसानों, मजदूरों और सभी उन लोगों को हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूं कि यह लड़ाई अपने देश के युवाओं, हमारे देश के अंदर ही रोजगार देने की भी लड़ाई है। इस लड़ाई को कामयाब बनाने में सहयोग करे। ताकि हम अपने नौजवानों को जैसे बाहर से डिपोर्ट किया जा रहा है, उसे बचाया जा सकें 4. सरकार से निवेदन करता हूं जो युवा डिपोर्ट किए जा रहे है, उनका सरकर आथ पकड़े। न तो केंद्र सरकार ने ही पंजाब सरकार ने अभी कुछ किया गया है। यह बहुत बुरी बात है । सरकार को इनका हाथ पकड़ना चाहिए। फिर से किसानों को विनती करता हूं कि आंदोलन को मजबूत करे। ताकि अपने देश के युवाओं को देश के अंदर ही रोजगार देने में कायमाब हो पाए।
किसान नेता सिरसा को आया हार्ट अटैक दूसरी तरफ आज सुबह खनौरी मोर्चे पर किसान नेता बदलेव सिंह सिरसा की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें हार्ट अटैक आया हे। इसके बाद उन्हें राजिंदरा अस्पताल पटियाला में भर्ती करवाया हैं। करीब 20 दिन पहले उन्हें हार्ट अटैक आया था। लेकिन इसके बाद वह अस्पताल से इलाज करवाने के बाद मोर्चे पर डटे हुए थे। वहीं, सड़क हादसे में घायल हुए किसान चरनजीत सिंह काला पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई है। लावारिस पशु की वजह से हुआ था हादसा सड़क हादसे में घायल किसान नेता चरनजीत सिंह काला निवासी जिला फतेहगढ़ साहिब की मौत हुई है। उन्होंने पीजीआई में आखिर सांस ली है। वह 48 साल के थे। उनका 19 साल का एक बेटा व 21 साल की बेटी है। खनौरी मोर्चे से पीजीाअई चंडीगढ़ से अपनी किडनी की दवाई लेकर आते समय वाहन के आगे आवारा पशु आ गया था। मौके पर पहुंची सड़क सुरक्षा फोर्स की तरफ से सेक्टर-16 अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां से उनके पीजीआई रेफर किया गया। वह भारत किसान यूनियन एकता सिद्दपुर से संबंधित थे। केंद्र की मीटिंग से पहले सारी चीजों की स्टडी किसान नेता केंद्र सरकार से चंडीगढ़ में होने वाली मीटिंग में सारे तथ्य जुटा रहे हैं। डल्लेवाल ने किसान नेताओं को साफ कर दिया है कि वह मीटिंग से पहले सारी चीजों की स्टडी कर ले। ताकि मीटिंग के दौरान किसी भी तरह की चूक न आए। वहीं किसान नेता दावा कर रह रहे हैं कि 50 हजार से अधिक किसान आज महापंचायत में शामिल होंगे। मीटिंग में शामिल होने के लिए डल्लेवाल कई बार लोगों को न्योता दे चुके हैं। शंभू मोर्चे पर आज प्रकाश पर्व मनाया जाएगा शंभू मोर्चे पर भी 13 फरवरी को होने वाली महापंचायत की तैयारियों में किसान जुटे हुए हैं। आज मोर्चे पर श्री गुरु रविदास का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर की अगुआई में आज किसान नेता पहले चंडीगढ़ में एकता मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इसके बाद किसान खनौरी भी जाएंगे। हालांकि इससे पहले 11 फरवरी को किसान फिरोजपुर में एसएसपी दफ्तर के घेराव में भी शामिल हुए। किसानों का आरोप है कि 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे दौरान हुई सुरक्षा चूक मामले में किसानों पर केस दर्ज किया गया है। जो कि बिल्कुल गलत है। तीन प्वाइंटों में किसानों की आगे की स्ट्रेटजी 1. आज चंडीगढ़ में संघर्ष को लेकर एसकेएम से एकता मीटिंग और खनौरी पर किसान महापंचायत होगी 2. 14 तारीख को केंद्र सरकार से चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में किसानों की मीटिंग होगी। 3. केंद्र सरकार से बातचीत आगे नहीं बढ़ती है या बातचीत विफल रहती है तो किसान 25 फरवरी को दिल्ली कूच करेंगे।
फसलों की MSP की लीगल गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन 2.0 को आज एक साल हो गया। शंभू और खनौरी मोर्चे से एकता के लिए आज चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चे की मीटिंग हुई। इस मौके किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे 11 फरवरी से 13 फरवरी तक प्रोग्राम है। ऐसे में हमारे खनौरी वाले साथी मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए हैं। लेकिन हम समय निकालकर यहां आए हैं। आज हमने गंभीर इस विषय पर चर्चा की है। हम एकता के निकट पहुंच गए हैं। आने वाले समय में एक और मीटिंग होगी, साथ ही कोशिश रहेगी सारे एकजुट रहेंगे। वहीं, 14 तारीख को केंद्र सरकार से होने वाली मीटिंग को लेकर आज शाम को लेकर सारी स्ट्रेटजी साफ की जाएगी। वहीं, खनौरी बॉर्डर पर चल रही महापंचायत से आज 78 दिन से आमरण अनशन पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जनता के नाम संदेश दिया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने महापंचायत में 5.26 मिनट अपनी ट्रॉली से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने मुख्य रूप से चार पवाइंट उठाए हैं 1.किसान महापंचायत में पहुंचे सभी किसान मजदूर व सभी कैटेगरी के लोगों का मैं दिल की गहराई से धन्यवाद करना चाहता हूं। आपने यहां आकर किसान महापंचायत को सफल बनाने का प्रयास किया है। देखिए सवाल यह है कि कुछ दिन पहले अमेरिका की तरफ से लगभग 104 भारतीय डिपोर्ट किए गए। जिनमें 30 से अधिक हमारे पंजाब और हरियाणा के भाई हैं। बाकि पूरे देश के लोग हैं । सवाल यह उठता है कि जिस कारण उन्हें डिपोर्ट किया गया। उन्हें इस तरीके से जाना क्यों पड़ा। उसकी मेन वजह यही है कि हमारे देश के अंदर रोजगार नहीं है। इंप्लायमेंट की कमी है, उसकी वजह से हमारे देश के युवाओं को बाहर जाना पड़ रहा है। 2. लोगों को इंप्लॉयमेंट मुहैया करवाने में जो सेक्टर सबसे सक्षम है। वह केवल एग्रीकल्चर सेक्टर है। अगर देश का एग्रीकल्चर सेक्टर मजबूत होता है, सबको रोजगार मिलता है। खेती फायदेमंद होती तो हमारे युवाओं को बाहर क्यों जाना पड़ता । वह बाहर गए हैं तो आज पता चल रहा है जिनको डिपोर्ट कर दिया उनको तो कर दिया। 200 से अधिक नौजवानों को फिर से डिपोर्ट करने के लिए अमेरिका तैयार बैठा है। वह बड़ी दुखद बात है। एग्रीकल्चर सेक्टर में एमएसपी जो हम लड़ाई लड रहे हैं। हम सभी देश के किसानों को एमएसपी की गारंटी का कानून मिले और डाॅक्टर स्वामीनाथन के फार्मूले सी -2 प्लस 50 के हिसाब से फसलों का दाम मिले। तो मुझे लग रहा है कि इससे बड़ा इंप्लायमेंट सोर्स देश में नहीं होगा। 3. इससे पूरे देशवासी देश के अंदर काम करेंगे। सरकार को हाथ जोड़कर निवेदन है कि इस क्षेत्र को मजबूत किया जाए। ताकि हमारे युवा बाहर न जाए। मैं यह भी बताना चाहता हूं कि पिछले एक साल में 14 लाख 78 हजार करोड़ रुपए के इंपोर्ट एक्सपोर्ट कमी आई है। एमएसपी न देने से किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। अगर ऐसे में एक साल में इतना नुकसान झेलना पड़ेगा तो यह खेती क्षेत्र फायदेमंद नहीं रहेगा। देश के सभी किसानों, मजदूरों और सभी उन लोगों को हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूं कि यह लड़ाई अपने देश के युवाओं, हमारे देश के अंदर ही रोजगार देने की भी लड़ाई है। इस लड़ाई को कामयाब बनाने में सहयोग करे। ताकि हम अपने नौजवानों को जैसे बाहर से डिपोर्ट किया जा रहा है, उसे बचाया जा सकें 4. सरकार से निवेदन करता हूं जो युवा डिपोर्ट किए जा रहे है, उनका सरकर आथ पकड़े। न तो केंद्र सरकार ने ही पंजाब सरकार ने अभी कुछ किया गया है। यह बहुत बुरी बात है । सरकार को इनका हाथ पकड़ना चाहिए। फिर से किसानों को विनती करता हूं कि आंदोलन को मजबूत करे। ताकि अपने देश के युवाओं को देश के अंदर ही रोजगार देने में कायमाब हो पाए।
किसान नेता सिरसा को आया हार्ट अटैक दूसरी तरफ आज सुबह खनौरी मोर्चे पर किसान नेता बदलेव सिंह सिरसा की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें हार्ट अटैक आया हे। इसके बाद उन्हें राजिंदरा अस्पताल पटियाला में भर्ती करवाया हैं। करीब 20 दिन पहले उन्हें हार्ट अटैक आया था। लेकिन इसके बाद वह अस्पताल से इलाज करवाने के बाद मोर्चे पर डटे हुए थे। वहीं, सड़क हादसे में घायल हुए किसान चरनजीत सिंह काला पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई है। लावारिस पशु की वजह से हुआ था हादसा सड़क हादसे में घायल किसान नेता चरनजीत सिंह काला निवासी जिला फतेहगढ़ साहिब की मौत हुई है। उन्होंने पीजीआई में आखिर सांस ली है। वह 48 साल के थे। उनका 19 साल का एक बेटा व 21 साल की बेटी है। खनौरी मोर्चे से पीजीाअई चंडीगढ़ से अपनी किडनी की दवाई लेकर आते समय वाहन के आगे आवारा पशु आ गया था। मौके पर पहुंची सड़क सुरक्षा फोर्स की तरफ से सेक्टर-16 अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां से उनके पीजीआई रेफर किया गया। वह भारत किसान यूनियन एकता सिद्दपुर से संबंधित थे। केंद्र की मीटिंग से पहले सारी चीजों की स्टडी किसान नेता केंद्र सरकार से चंडीगढ़ में होने वाली मीटिंग में सारे तथ्य जुटा रहे हैं। डल्लेवाल ने किसान नेताओं को साफ कर दिया है कि वह मीटिंग से पहले सारी चीजों की स्टडी कर ले। ताकि मीटिंग के दौरान किसी भी तरह की चूक न आए। वहीं किसान नेता दावा कर रह रहे हैं कि 50 हजार से अधिक किसान आज महापंचायत में शामिल होंगे। मीटिंग में शामिल होने के लिए डल्लेवाल कई बार लोगों को न्योता दे चुके हैं। शंभू मोर्चे पर आज प्रकाश पर्व मनाया जाएगा शंभू मोर्चे पर भी 13 फरवरी को होने वाली महापंचायत की तैयारियों में किसान जुटे हुए हैं। आज मोर्चे पर श्री गुरु रविदास का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर की अगुआई में आज किसान नेता पहले चंडीगढ़ में एकता मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इसके बाद किसान खनौरी भी जाएंगे। हालांकि इससे पहले 11 फरवरी को किसान फिरोजपुर में एसएसपी दफ्तर के घेराव में भी शामिल हुए। किसानों का आरोप है कि 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे दौरान हुई सुरक्षा चूक मामले में किसानों पर केस दर्ज किया गया है। जो कि बिल्कुल गलत है। तीन प्वाइंटों में किसानों की आगे की स्ट्रेटजी 1. आज चंडीगढ़ में संघर्ष को लेकर एसकेएम से एकता मीटिंग और खनौरी पर किसान महापंचायत होगी 2. 14 तारीख को केंद्र सरकार से चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में किसानों की मीटिंग होगी। 3. केंद्र सरकार से बातचीत आगे नहीं बढ़ती है या बातचीत विफल रहती है तो किसान 25 फरवरी को दिल्ली कूच करेंगे।