
अरुण त्रिसल
कठुआ 07 फरवरी, जिला कठुआ के कूटा गांव (जसरोटा फॉरेस्ट रेंज ) के प्राइवेट और सरकारी जगह में लगातार खैर चोरों का आरा चल रहा है, मगर वन विभाग की कुंभकर्णी नींद नहीं खुल रही है। वन विभाग का सुस्त रवैये के कारण लगातार खैर चोरी की घटनाओं से वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े हो रहे है गंभीर सवाल ! सुबह लोगों ने देखा की कि उनकी जमीनों से पेड़ काटे जा चुके थे और जमीन में जड़े ही बची हैं।

चोरी से काटे गए खैर पेड़ों की कीमत लाखो मे बताई जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खैर चोरों के साथ वन विभाग के कुछ मुलाजिमों की मिलीभगत है। उनके ही आशीर्वाद से खैर के पेड़ काटे जाते हैं और होने वाली आमदन को हिस्सों में बांट लिया जाता है। लगातार खैर के पेडों चोरी होने से इलाके के लोगों में प्रशासन के खिलाफ रोष.
वही जब dfo कठुआ से इस बारे मे पूछा तो उन्होंने कहा हमारे नोटिस मे कुछ नहीं आया आप ने बताया हम वेरिफि करवाते हैं।