उत्तराखंड के चमोली में 15 हजार फीट की ऊंचाई में स्थित हेमकुंड साहिब का सरोवर पूरी तरह से जम गया है। इलाके में तापमान माइनस 20 डिग्री पहुंच गया है। इस वर्ष नवंबर में हुई पहली बर्फबारी के बाद से दोबारा बर्फ नहीं गिरी है। दरअसल, मंगलवार को हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह के नेतृत्व में टीम अपने सामान के रखरखाव के लिए गई थी। जिन्होंने यह वीडियो शेयर किया है। वीडियो में हेमकुंड साहिब के पवित्र सरोवर के आसपास के क्षेत्रों में भी जमी हुई परतें दिखाई दे रही हैं। माइनस 20 डिग्री पहुंचा तापमान
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब का तापमान माइनस 20 डिग्री पहुंच गया है। 5 दिन में तापमान में 14 डिग्री की गिरावट आई है। इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए 10 अक्टूबर को दोपहर एक बजे के बाद बंद कर दिए गए थे। अब 25 मई 2026 को कपाट खोले जाएंगे। लोग कर रहे बर्फबारी का इंतजार
स्थानीय लोग और प्रशासन अब बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। पहाड़ों में यह मान्यता है कि अच्छी बारिश या बर्फबारी के बाद ठंड का असर कम हो जाता है और मौसम में राहत मिलती है। फिलहाल, चमोली के पर्वतीय इलाकों में पड़ रही भीषण ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। 2.75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस साल हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या दर्ज की गई। इस साल 2 लाख 75 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका, जिससे पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए। 139 दिन तक चली यात्रा
इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले गए थे। इस वर्ष हेमकुंड साहिब की यात्रा 139 दिन चली। 2024 में कुल दर्शनार्थियों की संख्या 1 लाख 83 हजार 722 थी। इस साल रिकॉर्ड बढ़ोतरी के पीछे बेहतर प्रबंधन और यात्रा मार्ग की सुरक्षा प्रमुख कारण मानी जा रही है। ———- ये खबर भी पढ़ें.. उत्तराखंड के निचले इलाकों में कोहरा:हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर के लिए अलर्ट, पहाड़ों में पाला गिरा; मौसम शुष्क उत्तराखंड के निचले इलाकों में आज यानी 17 दिसंबर को कोहरा दिखा, जिसका सबसे ज्यादा असर देहरादून, हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर में दिखा। इसके अलावा पहाड़ों में भी पाला और हल्की धुंध दिखाई दी, जिससे सुबह-शाम ठंड बढ़ गई है। (पढ़ें पूरी खबर)
उत्तराखंड के चमोली में 15 हजार फीट की ऊंचाई में स्थित हेमकुंड साहिब का सरोवर पूरी तरह से जम गया है। इलाके में तापमान माइनस 20 डिग्री पहुंच गया है। इस वर्ष नवंबर में हुई पहली बर्फबारी के बाद से दोबारा बर्फ नहीं गिरी है। दरअसल, मंगलवार को हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह के नेतृत्व में टीम अपने सामान के रखरखाव के लिए गई थी। जिन्होंने यह वीडियो शेयर किया है। वीडियो में हेमकुंड साहिब के पवित्र सरोवर के आसपास के क्षेत्रों में भी जमी हुई परतें दिखाई दे रही हैं। माइनस 20 डिग्री पहुंचा तापमान
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब का तापमान माइनस 20 डिग्री पहुंच गया है। 5 दिन में तापमान में 14 डिग्री की गिरावट आई है। इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए 10 अक्टूबर को दोपहर एक बजे के बाद बंद कर दिए गए थे। अब 25 मई 2026 को कपाट खोले जाएंगे। लोग कर रहे बर्फबारी का इंतजार
स्थानीय लोग और प्रशासन अब बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। पहाड़ों में यह मान्यता है कि अच्छी बारिश या बर्फबारी के बाद ठंड का असर कम हो जाता है और मौसम में राहत मिलती है। फिलहाल, चमोली के पर्वतीय इलाकों में पड़ रही भीषण ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। 2.75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस साल हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या दर्ज की गई। इस साल 2 लाख 75 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका, जिससे पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए। 139 दिन तक चली यात्रा
इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले गए थे। इस वर्ष हेमकुंड साहिब की यात्रा 139 दिन चली। 2024 में कुल दर्शनार्थियों की संख्या 1 लाख 83 हजार 722 थी। इस साल रिकॉर्ड बढ़ोतरी के पीछे बेहतर प्रबंधन और यात्रा मार्ग की सुरक्षा प्रमुख कारण मानी जा रही है। ———- ये खबर भी पढ़ें.. उत्तराखंड के निचले इलाकों में कोहरा:हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर के लिए अलर्ट, पहाड़ों में पाला गिरा; मौसम शुष्क उत्तराखंड के निचले इलाकों में आज यानी 17 दिसंबर को कोहरा दिखा, जिसका सबसे ज्यादा असर देहरादून, हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर में दिखा। इसके अलावा पहाड़ों में भी पाला और हल्की धुंध दिखाई दी, जिससे सुबह-शाम ठंड बढ़ गई है। (पढ़ें पूरी खबर)