
प्रयागराज महाकुंभ का असर रामनगरी अयोध्या और काशी पर भी है। अयोध्या में बीते 30 घंटे में करीब 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। यह अयोध्या शहर की आबादी से करीब 30 गुना है। 2024 में शहर की आबादी 78 हजार थी। अभी भी भारी भीड़ है। जिले भर में अफसरों को भीड़ संभालने उतरना पड़ा है। डीएम चंद्र विजय सिंह ने 28 जनवरी से लेकर 5 फरवरी 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए हैं। अयोध्या धाम, अयोध्या नगर निगम और ब्लॉक पूरा नगर निगम के सभी बोर्ड के स्कूल बंद रहेंगे। दोपहर करीब 12 बजे रामलला के दर्शनार्थियों की कतार में एक महिला गिर पड़ी। पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, मगर उनकी सांसें थम चुकी थीं। पुलिस के मुताबिक, महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है। ऐसा भीड़ की वजह से भी हो सकता है। महिला की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी विमला (60) के रूप में हुई। जबकि नया घाट पर भीड़ में एक पुरुष मौत हो गई। उनकी पहचान नहीं हो पाई है। फैजाबाद हाईवे पर बाराबंकी के पास लोगों को बैरिकेडिंग लगाकर ट्रैफिक रोका जा रहा है। 20-30 गाड़ियों को ही एक बार में अयोध्या की तरफ भेजा जा रहा है। वहीं, गोरखपुर से अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी वाहनों को फुटहिया से डाइवर्ट कर दिया गया है। एम्बुलेंस छोड़कर किसी भी वहां को अयोध्या की तरफ जाने की अनुमति नहीं है। काशी में 15 लाख लोग, कमिश्नर-SSP सब सड़क पर उतरे
काशी में भी 15 लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे हैं। मंदिर परिसर, गलियां और गंगा के घाट सब कुछ हाउस फुल है। कमिश्नर और SSP समेत पूरा अमला सड़क पर हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आधी रात से लाइन में खड़े हो गए। रेलिंग और बैरिकेडिंग के सहारे रात गुजारी। सुबह 2.45 बजे कपाट खुलने के बाद दर्शन शुरू हुए। दोपहर 2 बजे तक पूरी काशी का क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम फेल हो गया। पहले अयोध्या में भीड़ की तस्वीरें राम मंदिर की सुरक्षा NSG कमांडो संभाल रहे
राम मंदिर की सुरक्षा में NSG के कमांडो लगे हैं। हनुमान गढ़ी में श्रद्धालुओं की 3 किलोमीटर लंबी लाइन लगी है। सरयू घाट से लेकर राम मंदिर तक भीड़ ही भीड़ है। रामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन के लिए 4 से 5 घंटे तक लोगों को कतार में लगना पड़ रहा है। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था सख्त है। बॉर्डर एरिया से बैरिकेडिंग पर लोग रोके जा रहे हैं। ताकि सिटी के अंदर भीड़ नियंत्रित हो सके। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। एम्बुलेंस को 500 मीटर चलने में लगे 45 मिनट
श्रीराम अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. यश प्रकाश सिंह ने बताया- अयोध्या में इतनी भीड़ है कि मेरा पैरामेडिकल स्टाफ भी ऑफिस नहीं पहुंच पा रहा है। एक महिला और पुरुष अस्पताल लाए गए थे। यहां आने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। सभी को एबुलेंस से बहुत मुश्किल से लाया गया था। एम्बुलेंस को सिर्फ 500 मीटर निकलने में 45 मिनट लग गए। महाकुंभ से ज्यादातर लोग यहां आ रहे हैं। इस वजह से इस महीने यहां भीड़ जोर बढ़ रही है। IG ने कहा- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से डायवर्जन
क्राउड कंट्रोल करने के लिए आईजी, कमिश्नर, जिलाधिकारी और एसपी सिटी ग्राउंड जीरो पर डटे हैं। आईजी प्रवीण कुमार ने कहा- राम मंदिर और हनुमानगढ़ी पर लोगों की भीड़ संभालने के लिए डाइवर्जन किया गया है। मंदिर की क्षमता के अनुसार श्रद्धालुओं दर्शन कराया जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर रूट डायवर्ट किया गया है। DM चंद्र विजय सिंह ने कहा – श्रद्धालुओं को संभालने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स और सुरक्षा बल को जिम्मेदारी दी गई है। मौनी अमावस्या पर और श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की संभावना है। अयोध्या के एंट्री पॉइंट पर लोगों को छोटे-छोटे ग्रुप में अंदर भेजा रहा है। अब वाराणसी में बाबा विश्वनाथ धाम के हाल पढ़िए… आधी रात से मंदिर के बाहर कतारें, 2.45 बजे से दर्शन शुरू
काशी 15 लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहे हैं। महाकुंभ का आगाज होने के बाद यह दूसरा सोमवार है। काशी में भी गंगा स्नान के लिए 18 घाटों पर हजारों श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। गोदौलिया से मैदागिन तक भक्तों की कतार दिख रहीं हैं। चौक इलाके की गलियों में भक्त इंतजार कर रहे हैं। आधी रात से भक्त कतार में खड़े हो गए थे। रेलिंग और बैरिकेडिंग में ही रात गुजारी। 2.45 बजे पट खुल गए। इस वक्त पूरे काशी में हर-हर महादेव गूंज रहा है। काशी विश्वनाथ के बाहर की तस्वीरें देखिए… गोदौलिया से चौक तक 8 पॉइंट बनाए
चौक से गोदौलिया तक पुलिस प्रशासन ने 8 प्रमुख प्वाइंट बनाए हैं, जिनसे होकर भक्त मंदिर की ओर जा रहे हैं। वहीं कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा त्रिनेत्र कमांड सेंटर भी पूरी तरह से नजर रखे है। यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 8 टैफिक इंस्पेक्टर, 24 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कॉन्स्टेबल और 300 से ज्यादा होमगार्ड तैनात किए गए हैं। भीड़ को संभालने के लिए शहर में 55 जगह चिह्नित की गई हैं। इन जगहों पर बैरियर लगाए गए हैं। ……….. यह पढ़ें : महाकुंभ में धर्म संसद का अखाड़ों ने बायकॉट किया: देवकीनंदन बोले- पाक-बांग्लादेश में हिंदू बोर्ड नहीं, हिंदुस्तान में वक्फ बोर्ड क्या कर रहा महाकुंभ में धर्म संसद चल रही है। इसमें सनातन बोर्ड के गठन का ऐलान होगा। धर्म संसद का अखाड़ों ने बायकॉट कर दिया। 13 प्रमुख अखाड़े में से ज्यादातर मौजूद नहीं हैं। खुद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज भी नहीं पहुंचे हैं। साधु-संतों की मौजूदगी में देवकीनंदन ठाकुर ने कहा- बहुत सह लिया, अब न सहेंगे। अपना हक लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा- पाकिस्तान छोड़कर हिंदू आए, उनकी जगह कहां गई। पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू बोर्ड क्यों नहीं है। इन देशों में हिंदू बोर्ड नहीं है तो हिंदुस्तान में वक्फ बोर्ड क्या कर रहा है। पढ़िए पूरी खबर…
प्रयागराज महाकुंभ का असर रामनगरी अयोध्या और काशी पर भी है। अयोध्या में बीते 30 घंटे में करीब 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। यह अयोध्या शहर की आबादी से करीब 30 गुना है। 2024 में शहर की आबादी 78 हजार थी। अभी भी भारी भीड़ है। जिले भर में अफसरों को भीड़ संभालने उतरना पड़ा है। डीएम चंद्र विजय सिंह ने 28 जनवरी से लेकर 5 फरवरी 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए हैं। अयोध्या धाम, अयोध्या नगर निगम और ब्लॉक पूरा नगर निगम के सभी बोर्ड के स्कूल बंद रहेंगे। दोपहर करीब 12 बजे रामलला के दर्शनार्थियों की कतार में एक महिला गिर पड़ी। पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, मगर उनकी सांसें थम चुकी थीं। पुलिस के मुताबिक, महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है। ऐसा भीड़ की वजह से भी हो सकता है। महिला की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी विमला (60) के रूप में हुई। जबकि नया घाट पर भीड़ में एक पुरुष मौत हो गई। उनकी पहचान नहीं हो पाई है। फैजाबाद हाईवे पर बाराबंकी के पास लोगों को बैरिकेडिंग लगाकर ट्रैफिक रोका जा रहा है। 20-30 गाड़ियों को ही एक बार में अयोध्या की तरफ भेजा जा रहा है। वहीं, गोरखपुर से अयोध्या की तरफ जाने वाले सभी वाहनों को फुटहिया से डाइवर्ट कर दिया गया है। एम्बुलेंस छोड़कर किसी भी वहां को अयोध्या की तरफ जाने की अनुमति नहीं है। काशी में 15 लाख लोग, कमिश्नर-SSP सब सड़क पर उतरे
काशी में भी 15 लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे हैं। मंदिर परिसर, गलियां और गंगा के घाट सब कुछ हाउस फुल है। कमिश्नर और SSP समेत पूरा अमला सड़क पर हैं। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आधी रात से लाइन में खड़े हो गए। रेलिंग और बैरिकेडिंग के सहारे रात गुजारी। सुबह 2.45 बजे कपाट खुलने के बाद दर्शन शुरू हुए। दोपहर 2 बजे तक पूरी काशी का क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम फेल हो गया। पहले अयोध्या में भीड़ की तस्वीरें राम मंदिर की सुरक्षा NSG कमांडो संभाल रहे
राम मंदिर की सुरक्षा में NSG के कमांडो लगे हैं। हनुमान गढ़ी में श्रद्धालुओं की 3 किलोमीटर लंबी लाइन लगी है। सरयू घाट से लेकर राम मंदिर तक भीड़ ही भीड़ है। रामलला और हनुमान गढ़ी के दर्शन के लिए 4 से 5 घंटे तक लोगों को कतार में लगना पड़ रहा है। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था सख्त है। बॉर्डर एरिया से बैरिकेडिंग पर लोग रोके जा रहे हैं। ताकि सिटी के अंदर भीड़ नियंत्रित हो सके। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। एम्बुलेंस को 500 मीटर चलने में लगे 45 मिनट
श्रीराम अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. यश प्रकाश सिंह ने बताया- अयोध्या में इतनी भीड़ है कि मेरा पैरामेडिकल स्टाफ भी ऑफिस नहीं पहुंच पा रहा है। एक महिला और पुरुष अस्पताल लाए गए थे। यहां आने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। सभी को एबुलेंस से बहुत मुश्किल से लाया गया था। एम्बुलेंस को सिर्फ 500 मीटर निकलने में 45 मिनट लग गए। महाकुंभ से ज्यादातर लोग यहां आ रहे हैं। इस वजह से इस महीने यहां भीड़ जोर बढ़ रही है। IG ने कहा- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से डायवर्जन
क्राउड कंट्रोल करने के लिए आईजी, कमिश्नर, जिलाधिकारी और एसपी सिटी ग्राउंड जीरो पर डटे हैं। आईजी प्रवीण कुमार ने कहा- राम मंदिर और हनुमानगढ़ी पर लोगों की भीड़ संभालने के लिए डाइवर्जन किया गया है। मंदिर की क्षमता के अनुसार श्रद्धालुओं दर्शन कराया जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर रूट डायवर्ट किया गया है। DM चंद्र विजय सिंह ने कहा – श्रद्धालुओं को संभालने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स और सुरक्षा बल को जिम्मेदारी दी गई है। मौनी अमावस्या पर और श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की संभावना है। अयोध्या के एंट्री पॉइंट पर लोगों को छोटे-छोटे ग्रुप में अंदर भेजा रहा है। अब वाराणसी में बाबा विश्वनाथ धाम के हाल पढ़िए… आधी रात से मंदिर के बाहर कतारें, 2.45 बजे से दर्शन शुरू
काशी 15 लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहे हैं। महाकुंभ का आगाज होने के बाद यह दूसरा सोमवार है। काशी में भी गंगा स्नान के लिए 18 घाटों पर हजारों श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं। गोदौलिया से मैदागिन तक भक्तों की कतार दिख रहीं हैं। चौक इलाके की गलियों में भक्त इंतजार कर रहे हैं। आधी रात से भक्त कतार में खड़े हो गए थे। रेलिंग और बैरिकेडिंग में ही रात गुजारी। 2.45 बजे पट खुल गए। इस वक्त पूरे काशी में हर-हर महादेव गूंज रहा है। काशी विश्वनाथ के बाहर की तस्वीरें देखिए… गोदौलिया से चौक तक 8 पॉइंट बनाए
चौक से गोदौलिया तक पुलिस प्रशासन ने 8 प्रमुख प्वाइंट बनाए हैं, जिनसे होकर भक्त मंदिर की ओर जा रहे हैं। वहीं कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा त्रिनेत्र कमांड सेंटर भी पूरी तरह से नजर रखे है। यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 8 टैफिक इंस्पेक्टर, 24 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 164 हेड कॉन्स्टेबल और 300 से ज्यादा होमगार्ड तैनात किए गए हैं। भीड़ को संभालने के लिए शहर में 55 जगह चिह्नित की गई हैं। इन जगहों पर बैरियर लगाए गए हैं। ……….. यह पढ़ें : महाकुंभ में धर्म संसद का अखाड़ों ने बायकॉट किया: देवकीनंदन बोले- पाक-बांग्लादेश में हिंदू बोर्ड नहीं, हिंदुस्तान में वक्फ बोर्ड क्या कर रहा महाकुंभ में धर्म संसद चल रही है। इसमें सनातन बोर्ड के गठन का ऐलान होगा। धर्म संसद का अखाड़ों ने बायकॉट कर दिया। 13 प्रमुख अखाड़े में से ज्यादातर मौजूद नहीं हैं। खुद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज भी नहीं पहुंचे हैं। साधु-संतों की मौजूदगी में देवकीनंदन ठाकुर ने कहा- बहुत सह लिया, अब न सहेंगे। अपना हक लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा- पाकिस्तान छोड़कर हिंदू आए, उनकी जगह कहां गई। पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू बोर्ड क्यों नहीं है। इन देशों में हिंदू बोर्ड नहीं है तो हिंदुस्तान में वक्फ बोर्ड क्या कर रहा है। पढ़िए पूरी खबर…