
क्या राजनैतिक पावरस के आगे बेबस है स्थानीय प्रशासनिक।

आखिर शिकायतें मिलने के बाद भी बेरोकटोक कैसे तेजी से हो रहा अवैध कब्जा।

अरुण त्रिसल
बसोहली, 26 जनवरी :उपजिला चिकित्सालय बसोहली के बाहर बीते तीन महीने से एक बयकति द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर बहा अस्थायी खोखा स्थापित करने का कार्य शुरू हुआ था जिसके बाद धीरे धीरे खोखे के इर्द गिर्द इंटों की चिनाई कर दीवार खड़ी करने का काम शुरू हुआ। दिन में खोखे का मालिक खोखे को खोलकर चाय बेचता और एलआईसी बीमा के प्लान लोगों को समझाता और रात में थोड़ी थोडी दीवार की चिनाई करता, देखते ही देखते खोखे के साथ तीन दीवारों में इंटों की चिनाई का काम शुरू हुआ जिसमे सरकारी अस्पताल के साथ लगती एक दीवार का पूरा हो चुका है और दो अन्य दीवारों में ईंटो की चिनाई का काम जारी है। खोखे पर टीन डालने का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है, अशोक नाम का व्यक्ति जो भाजपा से जुड़ा है इस व्यक्ति के भाजपा के डीडीसी अध्यक्ष महान सिंह से राजनैतिक संबंध है एक बजह यह भी हो सकती है कि प्रशासन इस अतिक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहा है और किसी कार्यवाही को अंजाम देने में असमर्थ साबित हो रहा है।
सूत्रों की माने तो बीते माह स्थानीय लोगों द्वारा तहसीलदार बसोहली सागर विश्वकर्मा के संज्ञान में मामला लाए जाने के बाद इस अतिक्रमण पर नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन राजनैतिक सिफारिशों या अन्य कारणो के चलते अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही ठंडे बस्ते में चली गई। इसी बात का फायदा उठाकर उक्त व्यक्ति ने फिर से मोर्चा संभाला और अब इंटों की चिनाई कर दीवारें खड़ी कर अस्थाई खोखे के स्ट्रक्चर के साथ पक्का खोखा बनाने की तैयारी चल रही है, हालांकि इस बारे में प्रशासनिक अधिकारियों को पूरी खबर है प्रशासनिक अधिकारी इस रास्ते से कई बार होकर गुजरते हैं लेकिन कोई ठोस कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि बीते कुछ महत्वपूर्ण जब डीसी कठुआ अतिक्रमण को लेकर इतनी सख्त थे और सख्त निर्देश जारी कर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाए गए थे तो फिर यहां बीते तीन महीने से हो रहा अतिक्रमण क्यों नहीं हटाया जा रहा है। मौजूदा समय में इस शख्स ने खुद को एलआईसी का एजेंट बताकर खोखे के बाहर प्रिंटिंग भी करवाई है।
जब इस बारे में तहसीलदार बसोहली सागर विश्वकर्मा से पूछा गया तो उनका कहना था कि खुद मौके पर जाकर और टीम भेज कर इस मामले की जांच की जाएगी यह जगह गिरदौरी के मुताबिक वन विभाग की है उन्हें इसकी सूचना बन विभाग को दी गई थी। बही बन विभाग के डीएफओ मुनीश भारद्वाज ने बताया कि इस जगह की डिमारकेशन नहीं हुई है तहसीलदार बसोहली द्वारा उन्हें मौखिक जानकारी दी गई थी कि यह भूमि बन विभाग की है, लेकिन इसका कोई दस्तावेज मुझे तहसीलदार की तरफ से नहीं मिला है कल इस मामले की जांच की जाएगी तहसीलदार से बात कर इस भूमि से संबंधित जरूरी जानकारी जूटाकर जरुरी कार्यवाही की जाएगी।