जालंधर के फिल्लौर में कपड़े उतारने वाली लड़की ने इसके पीछे की वजह बताई। दैनिक भास्कर डिजिटल टीम अलीशा के घर पहुंची। जहां अलीशा ने बताया कि वह लड़कियों की जिंदगी जी रही है। काम महंतों का करती है। उसने बचपन से लड़के से जेंडर चेंज करवाया है। अलीशा बताती हैं कि जिस दिन मैंने कपड़े उतारे,उस दिन पड़ोसियों के साथ झगड़ा हो रहा था। मैंने पड़ोसी को 30 हजार रुपए दिए थे। वह पैसा किस्तों में लौटा रहा था। मैंने कहा कि घर में पेंट करवाना है, इसलिए एकमुश्त पैसा चाहिए। इस पर उसने विवाद शुरू कर दिया। मेरी कोई लड़ाई भी नहीं थी। पड़ोसियों ने गली में मेरी मां को घेर लिया और गलत कहने लगे। जैसे ही मैं अपनी मां को बुलाने के लिए गई और कहा कि इस तरह की गलत बातें मत कहो तो एक लड़के ने उसके टॉप पर हाथ डाला और उसे खींचकर उतार दिया। मैंने उस वक्त निक्कर पहन रखी थी। मैंने कहा कि तूने टॉप उतारा तो ले मैं निक्कर भी उतार देती हूं। इसलिए मैं कपड़ों से बाहर हो गई। मुझे मेरे जेंडर को लेकर भी बातें की जाती हैं कि ये लड़का है। मैंने 11 साल की उम्र में अपना जेंडर बदलवा लिया था। मुझे महंतों की संगत अच्छी लगती थी, इसलिए मैं उनके डेरे में चली गई। वहां काजल महंत से गुरु दीक्षा ली। मैंने कहा कि मुझे लड़की बनना पसंद है तो इसके बाद उन्होंने ही मेरा जेंडर चेंज करवाया क्योंकि मेरी इच्छा लड़कियों की तरह जीने की थी। अब मैं लड़कियों की तरह जी रही हूं, लेकिन काम महंतों का करती हूं। अलीशा ने सुनाई समाज से मिलने वाले तानों की कहानी लड़के प्राइवेट पार्ट टच करते हैं, पूछते हैं कितना रेट है
अलीशा ने बताया कि 6 महीने पहले तक वह डेरे में ही रह रही थी। अब उसकी गुरु काजल महंत की डेथ हो गई है। गुरु की डेथ के बाद डेरे को लेकर विवाद हो गया। डेरे पर मेरे एक गुरुभाई ने कब्जा कर गद्दी हासिल कर ली। इससे दुखी होकर मैं घर आ गई। यहां लड़कियों की तरह अपनी मां की सेवा करने लगाई। उनको कमाकर देने लगी। इससे कई लोग जलते हैं। मैं जब भी गली में निकलती हूं तो लड़के तंग करते हैं। प्राइवेट पार्ट को छूते हैं। कई बार बाजू पकड़कर रोक लेते हैं और पूछते हैं कि कितना रेट है तुम्हारा। मैंने कभी इनके खिलाफ शिकायत नहीं दी। हमेशा यही सोचा कि चलो मजाक करते हैं। मेरे आस-पड़ोस के ही तो हैं। लेकिन अब मैं सहन नहीं करूंगी और ऐसा होने पर सीधे थाने में शिकायत करूंगी और केस करवाऊंगी। रात में कोई लड़ते नहीं आते, प्रोग्राम बुक करवाने वाले आते हैं
अलीशा ने बताया कि लोगों ने ये जो आरोप लगाएं हैं कि इसके पास रात तक लड़के आते हैं, वो गलत हैं। हां मैं मानती हूं कि मेरे घर में रात तक लोग आते हैं। यहां मेरे माता-पिता, भाई और बहन भी मौजूद होते हैं। सबके सामने आते हैं। मैं नकल करती हूं, किट्टी पार्टियों में डांस करती हूं। कहीं स्टेज पर नाचती हूं, इसलिए प्रोग्राम की बुकिंग के लोग आते हैं। वो भी देर रात नहीं आते। मेरा यहां पुश्तैनी घर है। मैंने कोई किराए पर कमरा थोड़े न ले रखा है जो किसी को एतराज है। मेरे रिश्तेदार हैं। कई बार वो देर रात को भी आ जाते हैं, किसी को अपने घर में आने से रोक थोड़े न सकते हैं। जब मैंने कपड़े उतार दिए तब भी मुझे टॉर्चर किया
अलीशा ने बताया कि जब झगड़ा हो रहा था तब मेरा टॉप उतार दिया। जब मैंने सारे कपड़े उतार दिए तो भी मुझे इधर-उधर दौड़ाया। मुझे टॉर्चर किया। मुझे बुरा-भला कहा गया है। मुझे ये भी कहा कि तू नकली महंत है। यहां तक कि मेरी बहनों को भी गंदी बातें बोली गईं। मैंने तो मोहल्ले में पैसे देकर लड़ाई मोल ले ली। अब पैसे मांगना भी गुनाह हो गया। मेरे खिलाफ ये लोग सिर्फ बातें करते हैं। इनके पास कोई प्रूफ नहीं हैं। लोग कहते हैं कि मैं और मेरी बहनें यहां घर में गलत काम करती हैं। मैंने इनके खिलाफ भी केस करुंगी। मुझे थाने लेकर गए थे, पुलिस ने भी डराया धमकाया
झगड़े के बाद मुझे थाने ले गए थे। फिल्लौर थाने में पुलिस ने भी उलटा मुझे गलत कहा। पुलिस ने कहा कि तुमने इस तरह से लोगों के सामने कपड़े क्यों उतारे। जबकि सच्चाई ये नहीं थी, पहले मेरा टॉप खींचकर उतारा गया, निक्कर तो मैंने उसके बाद गुस्से में आकर उतारी। लोग मेरे ही खिलाफ हो गए, मेरा यहां अपना घर है, मुझे मेरे घर से कैसे निकाल सकते हैं। कई लोग मेरी तरक्की से भी जलते हैं कि ये लड़की होकर कैसे कमा रही है। घर कैसे चला पा रही है। इसका नाम क्यों फेमस रहा है और इसे प्रोग्राम क्यों मिल रहे हैं। मेरे कपड़ों को लेकर कमेंट करते हैं, मेरी मजबूरी है छोटे कपड़े पहनना
अलीशा ने बताया कि हर कोई अपने पेशे के अनुसार ही पहनावा रखते हैं। मेरा काम पार्टियों में नाचने का है। छोटे कपड़े पहनना मेरा शौक नहीं मजबूरी है। मैं गली में प्रोग्राम के लिए तैयार होकर निकलती हूं तो लड़के मेरे कपड़ों पर भी कमेंट करते हैं। गली के लोग कहते हैं कि तू छोटे कपड़े डालकर क्यों निकलती है। अब कार्यक्रमों में जैसी डिमांड होती है, मैं तो वैसे ही कपड़े पहनूंगी न। ————————– ये खबर भी पढ़ें पंजाब के फिल्लौर में नग्न होकर घूमी लड़की:महिलाओं ने कपड़े से ढका; जेंडर चेंज कराया, लड़के होने के तंज कसे जाने पर उतारे कपड़े पंजाब में जालंधर के फिल्लौर में जेंडर चेंज कर लड़की बना युवक नग्न होकर घूमने लगा। उसने गली में आकर शोर मचाना शुरू कर दिया। यह देख मोहल्ले की महिलाएं बाहर निकलीं और कपड़े से ढककर उसे अंदर ले गए। असल में जेंडर चेंज कराने के बावजूद लोग तंज कसते थे कि वह लड़की नहीं बल्कि लड़का है। उसने खुद के लड़की होने का सबूत देने के लिए अपने सारे कपड़े उतार दिए और यह हरकत की। (पूरी खबर पढ़ें)
जालंधर के फिल्लौर में कपड़े उतारने वाली लड़की ने इसके पीछे की वजह बताई। दैनिक भास्कर डिजिटल टीम अलीशा के घर पहुंची। जहां अलीशा ने बताया कि वह लड़कियों की जिंदगी जी रही है। काम महंतों का करती है। उसने बचपन से लड़के से जेंडर चेंज करवाया है। अलीशा बताती हैं कि जिस दिन मैंने कपड़े उतारे,उस दिन पड़ोसियों के साथ झगड़ा हो रहा था। मैंने पड़ोसी को 30 हजार रुपए दिए थे। वह पैसा किस्तों में लौटा रहा था। मैंने कहा कि घर में पेंट करवाना है, इसलिए एकमुश्त पैसा चाहिए। इस पर उसने विवाद शुरू कर दिया। मेरी कोई लड़ाई भी नहीं थी। पड़ोसियों ने गली में मेरी मां को घेर लिया और गलत कहने लगे। जैसे ही मैं अपनी मां को बुलाने के लिए गई और कहा कि इस तरह की गलत बातें मत कहो तो एक लड़के ने उसके टॉप पर हाथ डाला और उसे खींचकर उतार दिया। मैंने उस वक्त निक्कर पहन रखी थी। मैंने कहा कि तूने टॉप उतारा तो ले मैं निक्कर भी उतार देती हूं। इसलिए मैं कपड़ों से बाहर हो गई। मुझे मेरे जेंडर को लेकर भी बातें की जाती हैं कि ये लड़का है। मैंने 11 साल की उम्र में अपना जेंडर बदलवा लिया था। मुझे महंतों की संगत अच्छी लगती थी, इसलिए मैं उनके डेरे में चली गई। वहां काजल महंत से गुरु दीक्षा ली। मैंने कहा कि मुझे लड़की बनना पसंद है तो इसके बाद उन्होंने ही मेरा जेंडर चेंज करवाया क्योंकि मेरी इच्छा लड़कियों की तरह जीने की थी। अब मैं लड़कियों की तरह जी रही हूं, लेकिन काम महंतों का करती हूं। अलीशा ने सुनाई समाज से मिलने वाले तानों की कहानी लड़के प्राइवेट पार्ट टच करते हैं, पूछते हैं कितना रेट है
अलीशा ने बताया कि 6 महीने पहले तक वह डेरे में ही रह रही थी। अब उसकी गुरु काजल महंत की डेथ हो गई है। गुरु की डेथ के बाद डेरे को लेकर विवाद हो गया। डेरे पर मेरे एक गुरुभाई ने कब्जा कर गद्दी हासिल कर ली। इससे दुखी होकर मैं घर आ गई। यहां लड़कियों की तरह अपनी मां की सेवा करने लगाई। उनको कमाकर देने लगी। इससे कई लोग जलते हैं। मैं जब भी गली में निकलती हूं तो लड़के तंग करते हैं। प्राइवेट पार्ट को छूते हैं। कई बार बाजू पकड़कर रोक लेते हैं और पूछते हैं कि कितना रेट है तुम्हारा। मैंने कभी इनके खिलाफ शिकायत नहीं दी। हमेशा यही सोचा कि चलो मजाक करते हैं। मेरे आस-पड़ोस के ही तो हैं। लेकिन अब मैं सहन नहीं करूंगी और ऐसा होने पर सीधे थाने में शिकायत करूंगी और केस करवाऊंगी। रात में कोई लड़ते नहीं आते, प्रोग्राम बुक करवाने वाले आते हैं
अलीशा ने बताया कि लोगों ने ये जो आरोप लगाएं हैं कि इसके पास रात तक लड़के आते हैं, वो गलत हैं। हां मैं मानती हूं कि मेरे घर में रात तक लोग आते हैं। यहां मेरे माता-पिता, भाई और बहन भी मौजूद होते हैं। सबके सामने आते हैं। मैं नकल करती हूं, किट्टी पार्टियों में डांस करती हूं। कहीं स्टेज पर नाचती हूं, इसलिए प्रोग्राम की बुकिंग के लोग आते हैं। वो भी देर रात नहीं आते। मेरा यहां पुश्तैनी घर है। मैंने कोई किराए पर कमरा थोड़े न ले रखा है जो किसी को एतराज है। मेरे रिश्तेदार हैं। कई बार वो देर रात को भी आ जाते हैं, किसी को अपने घर में आने से रोक थोड़े न सकते हैं। जब मैंने कपड़े उतार दिए तब भी मुझे टॉर्चर किया
अलीशा ने बताया कि जब झगड़ा हो रहा था तब मेरा टॉप उतार दिया। जब मैंने सारे कपड़े उतार दिए तो भी मुझे इधर-उधर दौड़ाया। मुझे टॉर्चर किया। मुझे बुरा-भला कहा गया है। मुझे ये भी कहा कि तू नकली महंत है। यहां तक कि मेरी बहनों को भी गंदी बातें बोली गईं। मैंने तो मोहल्ले में पैसे देकर लड़ाई मोल ले ली। अब पैसे मांगना भी गुनाह हो गया। मेरे खिलाफ ये लोग सिर्फ बातें करते हैं। इनके पास कोई प्रूफ नहीं हैं। लोग कहते हैं कि मैं और मेरी बहनें यहां घर में गलत काम करती हैं। मैंने इनके खिलाफ भी केस करुंगी। मुझे थाने लेकर गए थे, पुलिस ने भी डराया धमकाया
झगड़े के बाद मुझे थाने ले गए थे। फिल्लौर थाने में पुलिस ने भी उलटा मुझे गलत कहा। पुलिस ने कहा कि तुमने इस तरह से लोगों के सामने कपड़े क्यों उतारे। जबकि सच्चाई ये नहीं थी, पहले मेरा टॉप खींचकर उतारा गया, निक्कर तो मैंने उसके बाद गुस्से में आकर उतारी। लोग मेरे ही खिलाफ हो गए, मेरा यहां अपना घर है, मुझे मेरे घर से कैसे निकाल सकते हैं। कई लोग मेरी तरक्की से भी जलते हैं कि ये लड़की होकर कैसे कमा रही है। घर कैसे चला पा रही है। इसका नाम क्यों फेमस रहा है और इसे प्रोग्राम क्यों मिल रहे हैं। मेरे कपड़ों को लेकर कमेंट करते हैं, मेरी मजबूरी है छोटे कपड़े पहनना
अलीशा ने बताया कि हर कोई अपने पेशे के अनुसार ही पहनावा रखते हैं। मेरा काम पार्टियों में नाचने का है। छोटे कपड़े पहनना मेरा शौक नहीं मजबूरी है। मैं गली में प्रोग्राम के लिए तैयार होकर निकलती हूं तो लड़के मेरे कपड़ों पर भी कमेंट करते हैं। गली के लोग कहते हैं कि तू छोटे कपड़े डालकर क्यों निकलती है। अब कार्यक्रमों में जैसी डिमांड होती है, मैं तो वैसे ही कपड़े पहनूंगी न। ————————– ये खबर भी पढ़ें पंजाब के फिल्लौर में नग्न होकर घूमी लड़की:महिलाओं ने कपड़े से ढका; जेंडर चेंज कराया, लड़के होने के तंज कसे जाने पर उतारे कपड़े पंजाब में जालंधर के फिल्लौर में जेंडर चेंज कर लड़की बना युवक नग्न होकर घूमने लगा। उसने गली में आकर शोर मचाना शुरू कर दिया। यह देख मोहल्ले की महिलाएं बाहर निकलीं और कपड़े से ढककर उसे अंदर ले गए। असल में जेंडर चेंज कराने के बावजूद लोग तंज कसते थे कि वह लड़की नहीं बल्कि लड़का है। उसने खुद के लड़की होने का सबूत देने के लिए अपने सारे कपड़े उतार दिए और यह हरकत की। (पूरी खबर पढ़ें)