दिल्ली धमाके में शामिल आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट की तलाश के लिए अलर्ट जारी किया है। इसका नंबर DL10-CK-0458 था। यह कार डॉ. उमर उन नबी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस सूत्रों ने आशंका जताई है कि इस कार में भी विस्फोटक हो सकता है। इसको लेकर दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों यूपी और हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने 200 बम (IEDs) से 26/11 जैसे हमले करने की साजिश रची थी। दिल्ली के लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर जैसी जगह धमाके किए जाने थे। आतंकियों के टारगेट पर गुरुग्राम और फरीदाबाद के साथ देशभर के रेलवे स्टेशनों और बड़े मॉल्स भी थे। प्रधानमंत्री घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान से लौटते हुए एयरपोर्ट से सीधे LNJP अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों के इलाज का जायजा लिया और डॉक्टरों से बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि साजिश को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंक का व्हाइट कॉलर मॉड्यूल, इसमें पेशेवर शामिल सूत्रों के मुताबिक धमाकों की साजिश जनवरी से की जा रही थी। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद ने बताया कि वह पिछले दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी। शाहीन और उसके साथी फरीदाबाद के एक वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़े थे। यानी इसमें शामिल लोग पेशेवर थे। इनका ग्रुप फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से गतिविधियां चला रहा था। इस मॉड्यूल में शामिल आतंकी जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद नाम के संगठनों जुड़े थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि वे धार्मिक स्थलों पर हमला कर देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के डॉक्टरों को चुना, ताकि वे बिना रोकटोक कहीं भी जा सकें।
दो तस्वीरें – धमाके के बाद और आज के हालात… 10 नवंबर: धमाके के बाद अफरातफरी मची 12 नवंबर: घटनास्थल को घेरा गया, जांच जारी दिल्ली धमाके से जुड़े 4 अपडेट्स… कार धमाका सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था सूत्रों के अनुसार, कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, न किसी बिल्डिंग में घुसी, यानी यह सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था। उमर विस्फोट में मारा जा चुका है। पुलिस ने उसकी मां का DNA सैंपल लिया है, ताकि धमाके के अवशेष में मिले शव के टुकड़ों की पहचान हो सके। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार शाम करीब 6.52 बजे सफेद i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 12 लोगों की मौत हुई। सूत्रों का कहना है कि कार में विस्फोट सामाग्री वही थी, जो फरीदाबाद से 10 नवंबर को धमाके से पहले जब्त की गई थी। मैप से समझिए धमाके की लोकेशन दिल्ली धमाके की 4 ताजा तस्वीरें… दिल्ली धमाके से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
दिल्ली धमाके में शामिल आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट की तलाश के लिए अलर्ट जारी किया है। इसका नंबर DL10-CK-0458 था। यह कार डॉ. उमर उन नबी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस सूत्रों ने आशंका जताई है कि इस कार में भी विस्फोटक हो सकता है। इसको लेकर दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों यूपी और हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों ने 200 बम (IEDs) से 26/11 जैसे हमले करने की साजिश रची थी। दिल्ली के लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर जैसी जगह धमाके किए जाने थे। आतंकियों के टारगेट पर गुरुग्राम और फरीदाबाद के साथ देशभर के रेलवे स्टेशनों और बड़े मॉल्स भी थे। प्रधानमंत्री घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान से लौटते हुए एयरपोर्ट से सीधे LNJP अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों के इलाज का जायजा लिया और डॉक्टरों से बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि साजिश को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंक का व्हाइट कॉलर मॉड्यूल, इसमें पेशेवर शामिल सूत्रों के मुताबिक धमाकों की साजिश जनवरी से की जा रही थी। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद ने बताया कि वह पिछले दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी। शाहीन और उसके साथी फरीदाबाद के एक वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़े थे। यानी इसमें शामिल लोग पेशेवर थे। इनका ग्रुप फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से गतिविधियां चला रहा था। इस मॉड्यूल में शामिल आतंकी जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद नाम के संगठनों जुड़े थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि वे धार्मिक स्थलों पर हमला कर देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के डॉक्टरों को चुना, ताकि वे बिना रोकटोक कहीं भी जा सकें।
दो तस्वीरें – धमाके के बाद और आज के हालात… 10 नवंबर: धमाके के बाद अफरातफरी मची 12 नवंबर: घटनास्थल को घेरा गया, जांच जारी दिल्ली धमाके से जुड़े 4 अपडेट्स… कार धमाका सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था सूत्रों के अनुसार, कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, न किसी बिल्डिंग में घुसी, यानी यह सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था। उमर विस्फोट में मारा जा चुका है। पुलिस ने उसकी मां का DNA सैंपल लिया है, ताकि धमाके के अवशेष में मिले शव के टुकड़ों की पहचान हो सके। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार शाम करीब 6.52 बजे सफेद i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 12 लोगों की मौत हुई। सूत्रों का कहना है कि कार में विस्फोट सामाग्री वही थी, जो फरीदाबाद से 10 नवंबर को धमाके से पहले जब्त की गई थी। मैप से समझिए धमाके की लोकेशन दिल्ली धमाके की 4 ताजा तस्वीरें… दिल्ली धमाके से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…