दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास चलती कार में ब्लास्ट के बाद मध्य प्रदेश में भी अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर समेत कई शहरों में पुलिस विशेष चेकिंग अभियान चला रही है। सभी बड़े रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। डॉग स्क्वाड की मदद से यात्रियों के सामान की जांच की जा रही है। डीजीपी कैलाश मकवाना ने सभी एसपी और आईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की है। वहीं, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- कट्टर मजहबी विचारधारा पर लगाम लगाने के लिए सनातनियों को एकजुट होना पड़ेगा। इस घटना में पकड़े गए दोषियों को केवल सजा नहीं, बल्कि फांसी दी जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक सनातनियों में एकता नहीं हो जाती, तब तक पदयात्रा जारी रहेगी। शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा आज हरियाणा के पलवल में जारी है। अपडेट्स देखिए, तस्वीरें… भोपाल और ब्यावरा से पकड़ाए थे दो आतंकी
इससे पहले 8 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने राजगढ़ के ब्यावरा से कामरान कुरैशी और 18 अक्टूबर को भोपाल से सैयद अदनान खान को गिरफ्तार किया था। दोनों युवक दिल्ली में धमाका करने की तैयारी में थे। इन्हें इस्लामिक स्टेट्स ऑफ ईराक एंड सीरिया (ISIS) हेंडलर्स ने धार्मिक कट्टरपंथ के नाम पर भर्ती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पुलिस के मुताबिक, भोपाल के निशातपुरा इलाके से गिरफ्तार 20 साल का अदनान सीरिया में बैठे ISIS हैंडलर अबू इब्राहिम अल-कुरैशी के सीधे संपर्क में था। अदनान ने डार्क एप्स, टेलीग्राम और IMO के जरिए सीरिया में बैठे ISIS कमांडर के कहने पर धमाका करने की तैयारी शुरू की थी। अदनान ने अपने एक साथी के साथ मिलकर हथियार जुटाए और धार्मिक कट्टरपंथ से जुड़ी पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा की। पुलिस ने उसका मोबाइल और लैपटॉप जब्त किए थे। खिलजी नाम से सोशल मीडिया अकाउंट चला रहा था
पूछताछ में सैयद अदनान खान ने कबूला था कि वह “खिलजी” नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट चला रहा था। वह खुद को भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी सिराजुद्दीन हक्कानी का अनुयायी मानता है। लखनऊ FSL रिपोर्ट के अनुसार, अदनान ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो पर उर्दू में ‘काफिर’ लिखा था। 2024 में फिल्म “हमारे 12” के विरोध में पोस्ट साझा की थी। दिल्ली पुलिस की एक टीम ने दिल्ली से ही 16 अक्टूबर को मोहम्मद अदनान उर्फ अबू मुहरिब को गिरफ्तार किया। उसने पूछताछ में भोपाल के अदनान का नाम बताया। इसके बाद 18 अक्टूबर को भोपाल से अदनान खान को गिरफ्तार कर लिया गया। भारत में टेरर मॉड्यूल ऑपरेट कर रहे थे
इससे पहले 8 सितंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजगढ़ के ब्यावरा से कामरान कुरैशी को पकड़ा था। दिल्ली पुलिस ने बताया था कि कामरान, अशरफ दानिश से जुड़ा था। अशरफ भारत से टेरर मॉड्यूल को ऑपरेट कर रहा था। रांची में अशरफ के ठिकाने से एक देसी पिस्टल, कारतूस, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सल्फर पाउडर जैसे केमिकल, कॉपर शीट, बॉल बेयरिंग, स्ट्रिप वायर, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, लैपटॉप, मोबाइल फोन और कैश मिला था। दिल्ली पुलिस ने बताया था कि पकड़े गए सभी आरोपी भारत में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल भारत में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें अपने नेटवर्क में भर्ती करने के लिए करते थे। टेरर ग्रुप सांप्रदायिक नफरत फैलाने और धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने के मकसद से सोशल मीडिया पर कई ऑनलाइन ग्रुप भी चलाता था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसी केस में अगस्त 2024 में रांची से डॉ. इश्तियाक को भी पकड़ा था। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अदनान ने जेल से छूटकर की आतंकियों की भर्ती, ISIS का सोशल मीडिया हैंडलर बना सीए स्टूडेंट भोपाल से गिरफ्तार आतंकी अदनान ISIS का सोशल मीडिया हैंडलर निकला। इससे पहले भी वह एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। जमानत मिलने के बाद से युवकों को खुद से जोड़ने का काम कर रहा था। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियो सर्वे का ऑर्डर देने वाले जज को धमकी देने वाली पोस्ट भोपाल से गिरफ्तार आतंकी सैयद अदनान ने इंस्टाग्राम में की थी। पढे़ं पूरी खबर…
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास चलती कार में ब्लास्ट के बाद मध्य प्रदेश में भी अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर समेत कई शहरों में पुलिस विशेष चेकिंग अभियान चला रही है। सभी बड़े रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। डॉग स्क्वाड की मदद से यात्रियों के सामान की जांच की जा रही है। डीजीपी कैलाश मकवाना ने सभी एसपी और आईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की है। वहीं, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- कट्टर मजहबी विचारधारा पर लगाम लगाने के लिए सनातनियों को एकजुट होना पड़ेगा। इस घटना में पकड़े गए दोषियों को केवल सजा नहीं, बल्कि फांसी दी जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक सनातनियों में एकता नहीं हो जाती, तब तक पदयात्रा जारी रहेगी। शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा आज हरियाणा के पलवल में जारी है। अपडेट्स देखिए, तस्वीरें… भोपाल और ब्यावरा से पकड़ाए थे दो आतंकी
इससे पहले 8 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने राजगढ़ के ब्यावरा से कामरान कुरैशी और 18 अक्टूबर को भोपाल से सैयद अदनान खान को गिरफ्तार किया था। दोनों युवक दिल्ली में धमाका करने की तैयारी में थे। इन्हें इस्लामिक स्टेट्स ऑफ ईराक एंड सीरिया (ISIS) हेंडलर्स ने धार्मिक कट्टरपंथ के नाम पर भर्ती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पुलिस के मुताबिक, भोपाल के निशातपुरा इलाके से गिरफ्तार 20 साल का अदनान सीरिया में बैठे ISIS हैंडलर अबू इब्राहिम अल-कुरैशी के सीधे संपर्क में था। अदनान ने डार्क एप्स, टेलीग्राम और IMO के जरिए सीरिया में बैठे ISIS कमांडर के कहने पर धमाका करने की तैयारी शुरू की थी। अदनान ने अपने एक साथी के साथ मिलकर हथियार जुटाए और धार्मिक कट्टरपंथ से जुड़ी पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा की। पुलिस ने उसका मोबाइल और लैपटॉप जब्त किए थे। खिलजी नाम से सोशल मीडिया अकाउंट चला रहा था
पूछताछ में सैयद अदनान खान ने कबूला था कि वह “खिलजी” नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट चला रहा था। वह खुद को भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी सिराजुद्दीन हक्कानी का अनुयायी मानता है। लखनऊ FSL रिपोर्ट के अनुसार, अदनान ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो पर उर्दू में ‘काफिर’ लिखा था। 2024 में फिल्म “हमारे 12” के विरोध में पोस्ट साझा की थी। दिल्ली पुलिस की एक टीम ने दिल्ली से ही 16 अक्टूबर को मोहम्मद अदनान उर्फ अबू मुहरिब को गिरफ्तार किया। उसने पूछताछ में भोपाल के अदनान का नाम बताया। इसके बाद 18 अक्टूबर को भोपाल से अदनान खान को गिरफ्तार कर लिया गया। भारत में टेरर मॉड्यूल ऑपरेट कर रहे थे
इससे पहले 8 सितंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजगढ़ के ब्यावरा से कामरान कुरैशी को पकड़ा था। दिल्ली पुलिस ने बताया था कि कामरान, अशरफ दानिश से जुड़ा था। अशरफ भारत से टेरर मॉड्यूल को ऑपरेट कर रहा था। रांची में अशरफ के ठिकाने से एक देसी पिस्टल, कारतूस, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सल्फर पाउडर जैसे केमिकल, कॉपर शीट, बॉल बेयरिंग, स्ट्रिप वायर, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, लैपटॉप, मोबाइल फोन और कैश मिला था। दिल्ली पुलिस ने बताया था कि पकड़े गए सभी आरोपी भारत में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में थे। वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल भारत में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें अपने नेटवर्क में भर्ती करने के लिए करते थे। टेरर ग्रुप सांप्रदायिक नफरत फैलाने और धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ने के मकसद से सोशल मीडिया पर कई ऑनलाइन ग्रुप भी चलाता था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसी केस में अगस्त 2024 में रांची से डॉ. इश्तियाक को भी पकड़ा था। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अदनान ने जेल से छूटकर की आतंकियों की भर्ती, ISIS का सोशल मीडिया हैंडलर बना सीए स्टूडेंट भोपाल से गिरफ्तार आतंकी अदनान ISIS का सोशल मीडिया हैंडलर निकला। इससे पहले भी वह एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। जमानत मिलने के बाद से युवकों को खुद से जोड़ने का काम कर रहा था। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के वीडियो सर्वे का ऑर्डर देने वाले जज को धमकी देने वाली पोस्ट भोपाल से गिरफ्तार आतंकी सैयद अदनान ने इंस्टाग्राम में की थी। पढे़ं पूरी खबर…