दिल्ली से सटे फरीदाबाद में 2900kg विस्फोटक मिलने के बाद फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पुलिस ने रेड की है। यूनिवर्सिटी के अंदर और बाहर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर घेरा डाल दिया गया है। इस केस में पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद राठर, डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई उर्फ मुजम्मिल शकील और लेडी डॉक्टर शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी की है। तीनों ही डॉक्टरों के तार फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि यह यूनिवर्सिटी गल्फ फंडिंग से बनी है। घटना के बाद से यूनिवर्सिटी की ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है। यह भी सामने आया है कि फरीदाबाद के धौज व फतेहपुर तगा इलाके के 2 घरों से मिला विस्फोटक की पूरी साजिश ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का हिस्सा है। जिसमें समाज के ऐसे चेहरों का इस्तेमाल होता है, जिन पर आमतौर पर शक नहीं किया जा सकता। जैसे इस मामले में डॉक्टर इस्तेमाल किए जा रहे थे। तीन साल से अल-फलाह यूनिवर्सिटी जुड़ा
सहारनपुर से अरेस्ट डॉ. आदिल अहमद राठर ने फरीदाबाद के धौज में स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के लेक्चरर डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई (उर्फ मुजम्मिल शकील) का नाम उगला, तो जम्मू कश्मीर पुलिस ने रेड की। मुजम्मिल पिछले 3 साल से फरीदाबाद में रह रहा था और धौज इलाके में अकेला कमरा किराए पर लिया था। इसी कमरे में उसने तबाही का सामान एकत्र कर रखा था। पहले RDX का शक था
शुरुआत में RDX की आशंका थी, लेकिन फोरेंसिक जांच में अमोनियम नाइट्रेट की पुष्टि हुई। बाद में मुजम्मिल की निशानदेही पर फतेहपुर तगा गांव में मस्जिद के मौलाना इस्तियाक के घर से अतिरिक्त 2563 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ, जिसे दिहाड़ी मजदूरों के घर में छिपाया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमोनियम नाइट्रेट की खेप मुजम्मिल को गिरफ्तारी से करीब 15 दिन पहले भेजी गई थी, जिसका मकसद बड़े आतंकी षड्यंत्र के तहत IED असेंबल करना था। लेडी डॉक्टर की एंट्री से नया ट्विस्ट
लखनऊ की लेडी डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया है। वह अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर बताई जा रही है और मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील की सहयोगी व कथित गर्लफ्रेंड है। शाहीन लखनऊ के लालबाग इलाके की निवासी है। उनकी हरियाणा रजिस्टर्ड स्विफ्ट डिजायर कार को डॉ. मुजम्मिल नियमित इस्तेमाल करता था। पुलिस के अनुसार, शाहीन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का हिस्सा थीं। वह लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान करती थीं, जैसे विस्फोटक ट्रांसपोर्ट और हथियार छिपाना। उनकी गिरफ्तारी डॉ. मुजम्मिल और डॉ. आदिल अहमद राथर की पूछताछ से मिले क्लू पर हुई। शाहीन को हवाई जहाज से श्रीनगर ले जाया गया, जहां कस्टोडियल इंटेरोगेशन जारी है। उनकी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस और मैसेजेस की जांच हो रही है। वह इस मॉड्यूल की आठवीं सदस्य है। मॉड्यूल दिल्ली-एनसीआर में बड़े हमलों की साजिश रच रहा था। पुलिस ने शाहीन को आतंकी नेटवर्क की अहम कड़ी बताया, जो प्रोफेशनल्स की आड़ में काम कर रही थीं। धौज के जिस घर में विस्फोटक मिला वो बिल्डिंग मैटीरियल विक्रेता का
धौज गांव में रविवार से ही पुलिस हलचल शुरू हो गई थी। सोमवार सुबह घरों को फिर से खंगालना शुरू किया गया। इसके बाद तो पूरा इलाका ही छावनी में बदल गया। दैनिक भास्कर एप की टीम ने आसपास के लोगों से बात की। कुछ ने कैमरे पर न आने की शर्त पर बताया कि धौज में जिस घर से विस्फोटक मिला है, यहां कुछ दिन पहले ही नया किरायेदार आना बताया गया। यहां सामान के बैग आए थे। अक्सर स्विफ्ट कार आती थी। धौज गांव में जहां से कल जो समान बरामद हुआ है वो घर इकबाल नाम के व्यक्ति का है, जो गांव में बिल्डिंग मैटीरियल बजरी, सीमेंट, बालू बेचने का काम करता है। फतेहपुर तगा में 2500 रुपए किराए पर लिए थे पुराने कमरे
फतेहपुर तगा के जिस घर से 2900 किलो विस्फोटक मिला वो मेवात के किसी इमाम का है। जो काफी समय पहले बना था। इमाम ने घर करीब 4 साल पहले खरीदा था। जिसमे 4 कमरे बने हुए हैं। एक कमरा जिसमे 2 गेट हैं। एक बाहर की तरफ ओर एक अंदर की तरफ, बाहर का कमरा लिया हुआ था। उसी को अपना स्टोर बनाया हुआ था। उसमें एक चूल्हा व एक खाली सिलेंडर भी मिला है। जानकारी में पता चला है कि कमरे 2500 रुपए किराये में दिए थे। कमरे के किराया भी करीब 6-7 महीने से नहीं दिया था। जहां यह कमरा है, वहां आसपास मजदूर ही रहते हैं। ऐसे में सामान आने-जाने का किसी को शक नहीं रहता था। आसपास रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि यहां पुलिस की टीम पिकअप में काफी सामान लाद कर ले गई। पुलिस ने मौलाना को सुबह ही हिरासत में लिया। हालांकि शाम को उसे छोड़ दिया गया। 15 दिन से चल रहा था जॉइंट ऑपरेशन
फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि 15 दिनों से चल रहे संयुक्त ऑपरेशन में मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया। धौज में उसके किराए के मकान से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट (आठ बड़े और चार छोटे सूटकेस में छिपा), एक क्रिंकोव असॉल्ट राइफल, दो पिस्टल, 84 कारतूस, 20 टाइमर-बैटरी, रिमोट, वॉकी-टॉकी और वायरिंग बरामद हुई। अल-फलाह ट्रस्ट 28 साल से कॉलेज चला रहा था
अल-फलाह विश्वविद्यालय की स्थापना हरियाणा निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम, 2014 के तहत अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा की गई थी। यह ट्रस्ट 1997 से परिसर में कॉलेज चला रहा था और इसे 2014 में एक निजी विश्वविद्यालय का दर्जा मिला। अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट ने 1997 में अल फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की स्थापना की थी। 2014 में, हरियाणा विधानसभा ने अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट की एक पहल के रूप में अल-फलाह विश्वविद्यालय को एक निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने के लिए अधिनियम पारित किया। ————————– ये खबर भी पढ़ें :- आतंकी कनेक्शन में यूपी-हरियाणा से 3 डॉक्टर अरेस्ट:लखनऊ से महिला डॉक्टर गिरफ्तार, उसकी कार से AK–47 राइफल मिली जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद से लखनऊ तक अभियान चलाकर 2900kg विस्फोटक (संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट) जब्त किया है। इस कार्रवाई में फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल शकील और लखनऊ से महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया है। पढ़ें पूरी खबर…
दिल्ली से सटे फरीदाबाद में 2900kg विस्फोटक मिलने के बाद फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पुलिस ने रेड की है। यूनिवर्सिटी के अंदर और बाहर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर घेरा डाल दिया गया है। इस केस में पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद राठर, डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई उर्फ मुजम्मिल शकील और लेडी डॉक्टर शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी की है। तीनों ही डॉक्टरों के तार फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि यह यूनिवर्सिटी गल्फ फंडिंग से बनी है। घटना के बाद से यूनिवर्सिटी की ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है। यह भी सामने आया है कि फरीदाबाद के धौज व फतेहपुर तगा इलाके के 2 घरों से मिला विस्फोटक की पूरी साजिश ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का हिस्सा है। जिसमें समाज के ऐसे चेहरों का इस्तेमाल होता है, जिन पर आमतौर पर शक नहीं किया जा सकता। जैसे इस मामले में डॉक्टर इस्तेमाल किए जा रहे थे। तीन साल से अल-फलाह यूनिवर्सिटी जुड़ा
सहारनपुर से अरेस्ट डॉ. आदिल अहमद राठर ने फरीदाबाद के धौज में स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के लेक्चरर डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई (उर्फ मुजम्मिल शकील) का नाम उगला, तो जम्मू कश्मीर पुलिस ने रेड की। मुजम्मिल पिछले 3 साल से फरीदाबाद में रह रहा था और धौज इलाके में अकेला कमरा किराए पर लिया था। इसी कमरे में उसने तबाही का सामान एकत्र कर रखा था। पहले RDX का शक था
शुरुआत में RDX की आशंका थी, लेकिन फोरेंसिक जांच में अमोनियम नाइट्रेट की पुष्टि हुई। बाद में मुजम्मिल की निशानदेही पर फतेहपुर तगा गांव में मस्जिद के मौलाना इस्तियाक के घर से अतिरिक्त 2563 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ, जिसे दिहाड़ी मजदूरों के घर में छिपाया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमोनियम नाइट्रेट की खेप मुजम्मिल को गिरफ्तारी से करीब 15 दिन पहले भेजी गई थी, जिसका मकसद बड़े आतंकी षड्यंत्र के तहत IED असेंबल करना था। लेडी डॉक्टर की एंट्री से नया ट्विस्ट
लखनऊ की लेडी डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया है। वह अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर बताई जा रही है और मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल शकील की सहयोगी व कथित गर्लफ्रेंड है। शाहीन लखनऊ के लालबाग इलाके की निवासी है। उनकी हरियाणा रजिस्टर्ड स्विफ्ट डिजायर कार को डॉ. मुजम्मिल नियमित इस्तेमाल करता था। पुलिस के अनुसार, शाहीन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का हिस्सा थीं। वह लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान करती थीं, जैसे विस्फोटक ट्रांसपोर्ट और हथियार छिपाना। उनकी गिरफ्तारी डॉ. मुजम्मिल और डॉ. आदिल अहमद राथर की पूछताछ से मिले क्लू पर हुई। शाहीन को हवाई जहाज से श्रीनगर ले जाया गया, जहां कस्टोडियल इंटेरोगेशन जारी है। उनकी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस और मैसेजेस की जांच हो रही है। वह इस मॉड्यूल की आठवीं सदस्य है। मॉड्यूल दिल्ली-एनसीआर में बड़े हमलों की साजिश रच रहा था। पुलिस ने शाहीन को आतंकी नेटवर्क की अहम कड़ी बताया, जो प्रोफेशनल्स की आड़ में काम कर रही थीं। धौज के जिस घर में विस्फोटक मिला वो बिल्डिंग मैटीरियल विक्रेता का
धौज गांव में रविवार से ही पुलिस हलचल शुरू हो गई थी। सोमवार सुबह घरों को फिर से खंगालना शुरू किया गया। इसके बाद तो पूरा इलाका ही छावनी में बदल गया। दैनिक भास्कर एप की टीम ने आसपास के लोगों से बात की। कुछ ने कैमरे पर न आने की शर्त पर बताया कि धौज में जिस घर से विस्फोटक मिला है, यहां कुछ दिन पहले ही नया किरायेदार आना बताया गया। यहां सामान के बैग आए थे। अक्सर स्विफ्ट कार आती थी। धौज गांव में जहां से कल जो समान बरामद हुआ है वो घर इकबाल नाम के व्यक्ति का है, जो गांव में बिल्डिंग मैटीरियल बजरी, सीमेंट, बालू बेचने का काम करता है। फतेहपुर तगा में 2500 रुपए किराए पर लिए थे पुराने कमरे
फतेहपुर तगा के जिस घर से 2900 किलो विस्फोटक मिला वो मेवात के किसी इमाम का है। जो काफी समय पहले बना था। इमाम ने घर करीब 4 साल पहले खरीदा था। जिसमे 4 कमरे बने हुए हैं। एक कमरा जिसमे 2 गेट हैं। एक बाहर की तरफ ओर एक अंदर की तरफ, बाहर का कमरा लिया हुआ था। उसी को अपना स्टोर बनाया हुआ था। उसमें एक चूल्हा व एक खाली सिलेंडर भी मिला है। जानकारी में पता चला है कि कमरे 2500 रुपए किराये में दिए थे। कमरे के किराया भी करीब 6-7 महीने से नहीं दिया था। जहां यह कमरा है, वहां आसपास मजदूर ही रहते हैं। ऐसे में सामान आने-जाने का किसी को शक नहीं रहता था। आसपास रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि यहां पुलिस की टीम पिकअप में काफी सामान लाद कर ले गई। पुलिस ने मौलाना को सुबह ही हिरासत में लिया। हालांकि शाम को उसे छोड़ दिया गया। 15 दिन से चल रहा था जॉइंट ऑपरेशन
फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि 15 दिनों से चल रहे संयुक्त ऑपरेशन में मुजम्मिल को गिरफ्तार किया गया। धौज में उसके किराए के मकान से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट (आठ बड़े और चार छोटे सूटकेस में छिपा), एक क्रिंकोव असॉल्ट राइफल, दो पिस्टल, 84 कारतूस, 20 टाइमर-बैटरी, रिमोट, वॉकी-टॉकी और वायरिंग बरामद हुई। अल-फलाह ट्रस्ट 28 साल से कॉलेज चला रहा था
अल-फलाह विश्वविद्यालय की स्थापना हरियाणा निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम, 2014 के तहत अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा की गई थी। यह ट्रस्ट 1997 से परिसर में कॉलेज चला रहा था और इसे 2014 में एक निजी विश्वविद्यालय का दर्जा मिला। अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट ने 1997 में अल फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की स्थापना की थी। 2014 में, हरियाणा विधानसभा ने अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट की एक पहल के रूप में अल-फलाह विश्वविद्यालय को एक निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने के लिए अधिनियम पारित किया। ————————– ये खबर भी पढ़ें :- आतंकी कनेक्शन में यूपी-हरियाणा से 3 डॉक्टर अरेस्ट:लखनऊ से महिला डॉक्टर गिरफ्तार, उसकी कार से AK–47 राइफल मिली जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद से लखनऊ तक अभियान चलाकर 2900kg विस्फोटक (संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट) जब्त किया है। इस कार्रवाई में फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल शकील और लखनऊ से महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया है। पढ़ें पूरी खबर…