पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में सीनेट चुनाव की तारीख घोषित किए जाने की मांग को लेकर छात्र संगठनों की तरफ से अब पक्का मोर्चा लगा दिया गया है। इससे पहले सोमवार को पीयू में माहौल तनावपूर्ण हो गया। यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार सारे छात्र संगठनों के अलावा किसान यूनियन, मुलाजिम यूनियन व धार्मिक संस्थाओं के लोग शामिल हुए। स्टूडेंट्स और लोग PU के गेट तोड़कर धरना स्थल तक पहुंच गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग तोड़ने वाले प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। प्रदर्शन में करीब 17 लोगों के आईफोन चोरी हुए। इस दौरान 70 के करीब लोगों को राउंडअप किया गया, जबकि डीएसपी व इंस्पेक्टर समेत पांच लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शन की वजह से पीयू के आसपास के लोग ही नहीं, बल्कि चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के लोग आफत में आ गए। पांच मिनट का सफर तय करने में लोगों को एक घंटे तक का समय लगा। जीरकपुर-अंबाला हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। चंडीगढ़ पुलिस के 2 जवान तैनात, 12 जगह नाके
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में 10 नवंबर को बड़ा प्रदर्शन करने का ऐलान छात्रों की तरफ से किया गया था। चंडीगढ़ पुलिस 2 दिनों से इस प्रदर्शन में बाहरी लोगों की एंट्री रोकने की स्ट्रेटेजी बनाने में जुटी थी। रविवार शाम को ही 2 हजार मुलाजिम पूरे इलाके में तैनात कर दिए गए थे। 12 जगह स्पेशल नाके लगाए गए थे। इसके बाद भी प्रदर्शनकारी पीयू के गेट नंबर एक को दो बार तोड़कर यूनिवर्सिटी में दाखिल हुए। एक बार तो मौके पर खुद एसएसपी कंवरपाल कौर मौजूद थीं। उन्होंने स्टूडेंट्स को समझाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। स्ट्रेटजी से मिली कामयाबी
छात्र संगठनों ने पूरी रणनीति के साथ यह प्रदर्शन शुरू किया। इसमें सारी यूनियन शामिल हो गईं। धार्मिक स्थानों से बाकायदा अनाउंसमेंट हुई। वहीं, मामला पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़ा होने के चलते हर वर्ग इसमें शामिल हो गया, जिससे परेशानी उठानी पड़ी। सुबह से ही स्टूडेंट्स और यूनियनों के नेता चंडीगढ़ पहुंचना शुरू हो गए थे। बसों और ऑटो से पहुंचे यूनिवर्सिटी
चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से सख्ती थी, ऐसे में लोगों ने चंडीगढ़ आने के लिए ऑटो व बसों को चुना। वे सीधे ही यूनिवर्सिटी गेट पर पहुंचे। दोपहर 11 बजे जैसे ही धरना स्थल पर अरदास हुई, उसके बाद लोगों ने पीयू में एंट्री की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने पीयू के नंबर एक गेट के ताले पत्थरों से तोड़े। इसके बाद वे आगे दाखिल हुए। ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से फेल रहा
चंडीगढ़ के प्रदर्शन की वजह से मोहाली का ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया। बॉर्डर पर आवाजाही रोक दी गई। सड़कों पर ट्रैफिक रेंग गया। स्कूलों ने पेरेंट्स को मैसेज भेज दिए, लेकिन कई बच्चे शाम साढ़े छह बजे तक नहीं पहुंच पाए। इस प्रदर्शन में कई अन्य संगठन शामिल हुए ——————— चंडीगढ़ PU में स्टूडेंट्स का प्रदर्शन:गेट तोड़ यूनिवर्सिटी में घुसे, पुलिस ने लाठीचार्ज किया; किसानों ने बैरिकेड तोड़ा, कैंपस में पक्का मोर्चा लगाया चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट इलेक्शन की तारीख अनाउंस करने की मांग को लेकर सोमवार को बवाल हुआ। किसानों ने स्टूडेंट्स के साथ मिलकर मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर आने-जाने वाली सारी सड़कें जाम कर दीं। इस वजह से बच्चों को स्कूल से लाने वाले पेरेंट्स भी फंस गए। (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में सीनेट चुनाव की तारीख घोषित किए जाने की मांग को लेकर छात्र संगठनों की तरफ से अब पक्का मोर्चा लगा दिया गया है। इससे पहले सोमवार को पीयू में माहौल तनावपूर्ण हो गया। यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार सारे छात्र संगठनों के अलावा किसान यूनियन, मुलाजिम यूनियन व धार्मिक संस्थाओं के लोग शामिल हुए। स्टूडेंट्स और लोग PU के गेट तोड़कर धरना स्थल तक पहुंच गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग तोड़ने वाले प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। प्रदर्शन में करीब 17 लोगों के आईफोन चोरी हुए। इस दौरान 70 के करीब लोगों को राउंडअप किया गया, जबकि डीएसपी व इंस्पेक्टर समेत पांच लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शन की वजह से पीयू के आसपास के लोग ही नहीं, बल्कि चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के लोग आफत में आ गए। पांच मिनट का सफर तय करने में लोगों को एक घंटे तक का समय लगा। जीरकपुर-अंबाला हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। चंडीगढ़ पुलिस के 2 जवान तैनात, 12 जगह नाके
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में 10 नवंबर को बड़ा प्रदर्शन करने का ऐलान छात्रों की तरफ से किया गया था। चंडीगढ़ पुलिस 2 दिनों से इस प्रदर्शन में बाहरी लोगों की एंट्री रोकने की स्ट्रेटेजी बनाने में जुटी थी। रविवार शाम को ही 2 हजार मुलाजिम पूरे इलाके में तैनात कर दिए गए थे। 12 जगह स्पेशल नाके लगाए गए थे। इसके बाद भी प्रदर्शनकारी पीयू के गेट नंबर एक को दो बार तोड़कर यूनिवर्सिटी में दाखिल हुए। एक बार तो मौके पर खुद एसएसपी कंवरपाल कौर मौजूद थीं। उन्होंने स्टूडेंट्स को समझाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। स्ट्रेटजी से मिली कामयाबी
छात्र संगठनों ने पूरी रणनीति के साथ यह प्रदर्शन शुरू किया। इसमें सारी यूनियन शामिल हो गईं। धार्मिक स्थानों से बाकायदा अनाउंसमेंट हुई। वहीं, मामला पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़ा होने के चलते हर वर्ग इसमें शामिल हो गया, जिससे परेशानी उठानी पड़ी। सुबह से ही स्टूडेंट्स और यूनियनों के नेता चंडीगढ़ पहुंचना शुरू हो गए थे। बसों और ऑटो से पहुंचे यूनिवर्सिटी
चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से सख्ती थी, ऐसे में लोगों ने चंडीगढ़ आने के लिए ऑटो व बसों को चुना। वे सीधे ही यूनिवर्सिटी गेट पर पहुंचे। दोपहर 11 बजे जैसे ही धरना स्थल पर अरदास हुई, उसके बाद लोगों ने पीयू में एंट्री की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने पीयू के नंबर एक गेट के ताले पत्थरों से तोड़े। इसके बाद वे आगे दाखिल हुए। ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से फेल रहा
चंडीगढ़ के प्रदर्शन की वजह से मोहाली का ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया। बॉर्डर पर आवाजाही रोक दी गई। सड़कों पर ट्रैफिक रेंग गया। स्कूलों ने पेरेंट्स को मैसेज भेज दिए, लेकिन कई बच्चे शाम साढ़े छह बजे तक नहीं पहुंच पाए। इस प्रदर्शन में कई अन्य संगठन शामिल हुए ——————— चंडीगढ़ PU में स्टूडेंट्स का प्रदर्शन:गेट तोड़ यूनिवर्सिटी में घुसे, पुलिस ने लाठीचार्ज किया; किसानों ने बैरिकेड तोड़ा, कैंपस में पक्का मोर्चा लगाया चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में सीनेट इलेक्शन की तारीख अनाउंस करने की मांग को लेकर सोमवार को बवाल हुआ। किसानों ने स्टूडेंट्स के साथ मिलकर मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर आने-जाने वाली सारी सड़कें जाम कर दीं। इस वजह से बच्चों को स्कूल से लाने वाले पेरेंट्स भी फंस गए। (पूरी खबर पढ़ें)