सीएम योगी ने सोमवार को गोरखपुर में एकता यात्रा निकाली। वह 2 किमी पैदल चले। योगी ने कहा- हमें याद रखना होगा कि भारत के अंदर कोई नया जिन्ना पैदा न होने पाए। अगर जिन्ना पैदा होने का साहस करता है तो उसे दफन करके रख देना। सीएम ने वंदे मातरम को लेकर बड़ा ऐलान भी किया। कहा- अब प्रदेश के सभी स्कूलों में ‘वंदे मातरम’ का नियमित और अनिवार्य गायन किया जाएगा। एकता पदयात्रा भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर निकाली जा रही है। 25 नवंबर तक प्रदेशभर में आयोजन होंगे। हर विधानसभा में 10 किमी की यात्रा निकाली जाएगी। योगी की 2 बड़ी बातें… 1- समाज को बांटने वालों को पहचानों
योगी ने कहा- जब वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर कार्यक्रम शुरू हुए तो सिर फूटना शुरू हो गए। सपा के एक सांसद ने इसका विरोध किया। ये वही लोग हैं, जो सरदार पटेल की जयंती कार्यक्रम में शामिल नहीं होते, लेकिन जिन्ना को सम्मान देने के कार्यक्रम में शर्मनाक तरीके से शामिल होते हैं। ये उग्रवाद, आतंकवाद, नक्सलवाद लगातार देश की एकता और अखंडता को चुनौती दे रहा है। जो भी क्रांतिकारियों का अपमान करते हैं, वे अलगाववादी ताकतों को बढ़ाने का दुस्साहस करते हैं। जाति, क्षेत्र के नाम पर समाज को बांट रहे हैं, उन्हें पहचानें। ये नए जिन्ना को पैदा करने की साजिश का हिस्सा है। इसके खिलाफ भारत के हर नागरिक को खड़ा होना होगा। कोई भी व्यक्ति या संस्था राष्ट्र से ऊपर नहीं हो सकता। 2-…तब जिन्ना कुर्सी छोड़कर चले गए थे
योगी ने कहा- वंदे मातरम विदेशी दास्तां से मुक्त होने का मंत्र बना। ऐसे गीत को भी सांप्रदायिक कहकर कांग्रेस ने संशोधन करना चाहा। उनकी यह तुष्टिकरण की नीति 1947 में देश के विभाजन का कारण बनी। कुछ लोगों के लिए व्यक्तिगत आस्था देश से बड़ी हो जाती है। मोहम्मद अली जौहर ने 1923 कांग्रेस के अधिवेशन में जब वंदे मातरम गाया तो मोहम्मद अली जिन्ना अध्यक्षता की कुर्सी छोड़कर चले गए। पोल में हिस्सा लेकर राय दें- योगी पर लोगों ने फूल बरसाए
सीएम ने महात्मा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पदयात्रा शुरू की। पूरी यात्रा में देशभक्ति नारे गूंजे। योगी पर लोगों ने पुष्पवर्षा की। गोलघर काली मंदिर तक 2 किमी योगी पैदल आए। यहां सरदार पटेल की प्रतिमा पर माला चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी। यहां से CM यात्रा से निकल गए और एकता यात्रा आगे बढ़ गई। 10 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यह यात्रा गीता वाटिका के पास विशंभर पाठक पार्क में खत्म हुई। पदयात्रा से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
सीएम योगी ने सोमवार को गोरखपुर में एकता यात्रा निकाली। वह 2 किमी पैदल चले। योगी ने कहा- हमें याद रखना होगा कि भारत के अंदर कोई नया जिन्ना पैदा न होने पाए। अगर जिन्ना पैदा होने का साहस करता है तो उसे दफन करके रख देना। सीएम ने वंदे मातरम को लेकर बड़ा ऐलान भी किया। कहा- अब प्रदेश के सभी स्कूलों में ‘वंदे मातरम’ का नियमित और अनिवार्य गायन किया जाएगा। एकता पदयात्रा भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर निकाली जा रही है। 25 नवंबर तक प्रदेशभर में आयोजन होंगे। हर विधानसभा में 10 किमी की यात्रा निकाली जाएगी। योगी की 2 बड़ी बातें… 1- समाज को बांटने वालों को पहचानों
योगी ने कहा- जब वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर कार्यक्रम शुरू हुए तो सिर फूटना शुरू हो गए। सपा के एक सांसद ने इसका विरोध किया। ये वही लोग हैं, जो सरदार पटेल की जयंती कार्यक्रम में शामिल नहीं होते, लेकिन जिन्ना को सम्मान देने के कार्यक्रम में शर्मनाक तरीके से शामिल होते हैं। ये उग्रवाद, आतंकवाद, नक्सलवाद लगातार देश की एकता और अखंडता को चुनौती दे रहा है। जो भी क्रांतिकारियों का अपमान करते हैं, वे अलगाववादी ताकतों को बढ़ाने का दुस्साहस करते हैं। जाति, क्षेत्र के नाम पर समाज को बांट रहे हैं, उन्हें पहचानें। ये नए जिन्ना को पैदा करने की साजिश का हिस्सा है। इसके खिलाफ भारत के हर नागरिक को खड़ा होना होगा। कोई भी व्यक्ति या संस्था राष्ट्र से ऊपर नहीं हो सकता। 2-…तब जिन्ना कुर्सी छोड़कर चले गए थे
योगी ने कहा- वंदे मातरम विदेशी दास्तां से मुक्त होने का मंत्र बना। ऐसे गीत को भी सांप्रदायिक कहकर कांग्रेस ने संशोधन करना चाहा। उनकी यह तुष्टिकरण की नीति 1947 में देश के विभाजन का कारण बनी। कुछ लोगों के लिए व्यक्तिगत आस्था देश से बड़ी हो जाती है। मोहम्मद अली जौहर ने 1923 कांग्रेस के अधिवेशन में जब वंदे मातरम गाया तो मोहम्मद अली जिन्ना अध्यक्षता की कुर्सी छोड़कर चले गए। पोल में हिस्सा लेकर राय दें- योगी पर लोगों ने फूल बरसाए
सीएम ने महात्मा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पदयात्रा शुरू की। पूरी यात्रा में देशभक्ति नारे गूंजे। योगी पर लोगों ने पुष्पवर्षा की। गोलघर काली मंदिर तक 2 किमी योगी पैदल आए। यहां सरदार पटेल की प्रतिमा पर माला चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी। यहां से CM यात्रा से निकल गए और एकता यात्रा आगे बढ़ गई। 10 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यह यात्रा गीता वाटिका के पास विशंभर पाठक पार्क में खत्म हुई। पदयात्रा से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…