हिमाचल की राजधानी शिमला में भगवान राम के पोस्टर पर घमासान छिड़ गया है। नगर निगम शिमला के मेयर के पलटवार के बाद कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताने वाली भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर आ गई है। वहीं, नगर निगम शिमला पर FIR कराने वाले हिंदू संगठनों ने विवादित पोस्टर नहीं हटाने पर आज छोटा शिमला पुलिस थाना के घेराव की चेतावनी दी है। दरअसल, नगर निगम शिमला ने तीन दिन पहले स्वच्छता का संदेश देने वाले कुछ पोस्टर शहर में लगाए। इनमें, राम के बाल स्वरूप को कूड़े के ढेर पर तीर चलाते हुए दिखाया गया। इस पर, हिंदू संगठन भड़क गए और नगर निगम शिमला के खिलाफ छोटा शिमला थाना में FIR करवाई। हिंदू संगठनों ने 24 घंटे के भीतर विवादित पोस्टर हटाने की चेतावनी दी। BJP का कांग्रेस पर हमला इस बीच, बीजेपी ने भी सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप लगाए। जिला शिमला अध्यक्ष केशव चौहान ने कांग्रेस और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा। शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने पलटवार करते कहा कि यह पोस्टर केंद्र सरकार ने बनाए है और स्वच्छता उत्सव 2025 प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट: मेयर शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह केंद्र सरकार की स्कीम है। केंद्र सरकार ने ही यह पोस्टर बना रखा है। उन्होंने हिमाचल बीजेपी से सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार पर भी FIR कराएंगे? उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा ही जाति व धर्म के नाम पर इस तरह की राजनीति करके लोगों को गुमराह करती है। उन्होंने कहा- भाजपा द्वारा स्वच्छता पोस्टर को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है। शिमला शहर में जो भी पोस्टर लगाए गए हैं, वह केंद्र सरकार की अपनी साइट पर है और यह सामग्री स्वच्छता अभियान के तहत नगर निगम को भेजी गई है। यह पोस्ट नगर निगम द्वारा खुद नहीं बनाया गया है, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा भेजा गया है। हमारी भावनाएं आहत हुई: भूषण शिमला नगर निगम पर FIR कराने वाले देवभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष भरत भूषण ने बताया कि विवादित पोस्टर को अभी तक नहीं हटाया गया। इसलिए, हिंदू संगठन आज छोटा शिमला पुलिस थाना का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा- इससे हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। शिमला में पोस्टर में जो नंबर लगाए गए हैं वो कोड नगर निगम के हैं। नगर निगम केंद्र की योजना बताकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है। हमने अपनी शिकायत में कहा है कि जिसने भी यह कुकृत्य किया है, उसके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी: चौहान मेयर के पलटवार के बाद भारतीय जनता पार्टी शिमला जिला के अध्यक्ष केशव चौहान ने कहा कि कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी है। जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, उसने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। सत्ता में आते ही सीएम सुक्खू ने कहा था कि 98 प्रतिशत हिंदुओं को हराकर हम सत्ता में आए हैं। उन्होंने कहा- शिमला शहर में जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें भगवान श्रीराम के पांव को कचरे के बीच में दिखाया गया है, जबकि केंद्र सरकार की ओर से जारी पोस्टर में भगवान राम कचरे के ढेर से दूर खड़े हैं। शहर में जहां भी मर्यादा पुरुषोत्तम के इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं, उन्हें तुरंत प्रभाव हटाया जाए। हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़: विजय देवभूमि संघर्ष समिति के सह संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि शनिवार को ही उन्हें इस पोस्टर के लगने की जानकारी मिली। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि सचिवालय के सामने यह पोस्टर लगाया है। उन्होंने कहा- यहां पर सीएम समेत पूरी सरकार बैठती है। इसके बावजूद, सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं के साथ इस तरह का पोस्टर लगाया गया है। लोगों को जागरूक करने को लगाए पोस्टर बता दें कि नगर निगम शिमला ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और स्वच्छता वॉरियर बनने के लिए प्रेरित करने को शहर में पोस्टर लगाए हैं, लेकिन इन पोस्टर पर विवाद खड़ा हो गया है।
हिमाचल की राजधानी शिमला में भगवान राम के पोस्टर पर घमासान छिड़ गया है। नगर निगम शिमला के मेयर के पलटवार के बाद कांग्रेस को हिंदू विरोधी बताने वाली भारतीय जनता पार्टी बैकफुट पर आ गई है। वहीं, नगर निगम शिमला पर FIR कराने वाले हिंदू संगठनों ने विवादित पोस्टर नहीं हटाने पर आज छोटा शिमला पुलिस थाना के घेराव की चेतावनी दी है। दरअसल, नगर निगम शिमला ने तीन दिन पहले स्वच्छता का संदेश देने वाले कुछ पोस्टर शहर में लगाए। इनमें, राम के बाल स्वरूप को कूड़े के ढेर पर तीर चलाते हुए दिखाया गया। इस पर, हिंदू संगठन भड़क गए और नगर निगम शिमला के खिलाफ छोटा शिमला थाना में FIR करवाई। हिंदू संगठनों ने 24 घंटे के भीतर विवादित पोस्टर हटाने की चेतावनी दी। BJP का कांग्रेस पर हमला इस बीच, बीजेपी ने भी सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप लगाए। जिला शिमला अध्यक्ष केशव चौहान ने कांग्रेस और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधा। शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने पलटवार करते कहा कि यह पोस्टर केंद्र सरकार ने बनाए है और स्वच्छता उत्सव 2025 प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। यह पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट: मेयर शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह केंद्र सरकार की स्कीम है। केंद्र सरकार ने ही यह पोस्टर बना रखा है। उन्होंने हिमाचल बीजेपी से सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार पर भी FIR कराएंगे? उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा ही जाति व धर्म के नाम पर इस तरह की राजनीति करके लोगों को गुमराह करती है। उन्होंने कहा- भाजपा द्वारा स्वच्छता पोस्टर को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है। शिमला शहर में जो भी पोस्टर लगाए गए हैं, वह केंद्र सरकार की अपनी साइट पर है और यह सामग्री स्वच्छता अभियान के तहत नगर निगम को भेजी गई है। यह पोस्ट नगर निगम द्वारा खुद नहीं बनाया गया है, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा भेजा गया है। हमारी भावनाएं आहत हुई: भूषण शिमला नगर निगम पर FIR कराने वाले देवभूमि संघर्ष समिति के अध्यक्ष भरत भूषण ने बताया कि विवादित पोस्टर को अभी तक नहीं हटाया गया। इसलिए, हिंदू संगठन आज छोटा शिमला पुलिस थाना का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा- इससे हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। शिमला में पोस्टर में जो नंबर लगाए गए हैं वो कोड नगर निगम के हैं। नगर निगम केंद्र की योजना बताकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है। हमने अपनी शिकायत में कहा है कि जिसने भी यह कुकृत्य किया है, उसके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी: चौहान मेयर के पलटवार के बाद भारतीय जनता पार्टी शिमला जिला के अध्यक्ष केशव चौहान ने कहा कि कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी है। जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, उसने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। सत्ता में आते ही सीएम सुक्खू ने कहा था कि 98 प्रतिशत हिंदुओं को हराकर हम सत्ता में आए हैं। उन्होंने कहा- शिमला शहर में जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें भगवान श्रीराम के पांव को कचरे के बीच में दिखाया गया है, जबकि केंद्र सरकार की ओर से जारी पोस्टर में भगवान राम कचरे के ढेर से दूर खड़े हैं। शहर में जहां भी मर्यादा पुरुषोत्तम के इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं, उन्हें तुरंत प्रभाव हटाया जाए। हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़: विजय देवभूमि संघर्ष समिति के सह संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि शनिवार को ही उन्हें इस पोस्टर के लगने की जानकारी मिली। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे तो देखा कि सचिवालय के सामने यह पोस्टर लगाया है। उन्होंने कहा- यहां पर सीएम समेत पूरी सरकार बैठती है। इसके बावजूद, सनातन धर्म के लोगों की भावनाओं के साथ इस तरह का पोस्टर लगाया गया है। लोगों को जागरूक करने को लगाए पोस्टर बता दें कि नगर निगम शिमला ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और स्वच्छता वॉरियर बनने के लिए प्रेरित करने को शहर में पोस्टर लगाए हैं, लेकिन इन पोस्टर पर विवाद खड़ा हो गया है।