
नीमच में बुधवार को ग्रामीणों ने पुलिस टीम को करीब 7 घंटे तक बंधक बनाए रखा। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने रात करीब 11 बजे जब अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों पुलिस वाहनों को निकालना चाहा तो लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पुलिस ने जैसे-तैसे अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों वाहनों को ग्रामीणों के चंगुल से निकाला। एएसपी नवल सिंह सिसोदिया ने बताया कि गाड़ियों को निकालने के दौरान ग्रामीणों ने विवाद किया और कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने पथराव किया। इस दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आंसू गैस गोले के करीब 10-12 राउंड छोड़े हैं। ग्रामीणों के पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल करवाया जा रहा है। कानून व्यवस्था बिगड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले पुलिस के आला अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारू ने करीब एक से डेढ़ घंटे तक ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद वे भी मौके से रवाना हो गए। तस्करी मामले में जांच करने पहुंची थी टीम
ये मामला जिले के मनासा थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव का है। बुधवार शाम करीब 4 बजे पुलिस यहां तस्करी मामले में जांच के लिए पहुंची थी। जिसे ग्रामीणों ने घेर लिया। लोगों ने पुलिस वाहनों के सामने जेसीबी खड़ी कर दी। बाद में सूचना पर मौके पर आला अधिकारी पहुंचे थे। दरअसल, जिले की सिंगोली थाना पुलिस ने सोमवार की रात झांतला गांव के पास से चौकड़ी गांव के नीलेश (उम्र 24 वर्ष) पिता श्यामलाल को 54.3 किलोग्राम डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार किया था। इसी मामले में आगे की जांच के लिए पुलिस की टीम आरोपी को लेकर चौकड़ी गांव पहुंची थी। 30 किलो मादक पदार्थ को 54 किलो बता दिया
ग्रामीणों का आरोप है कि जिस युवक को पकड़ा गया था, उसके पास 30 किलो अवैध मादक पदार्थ था, लेकिन पुलिस ने उसकी मात्रा बढ़ाकर 54 किलो कर दिया। ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि पुलिस झूठे मामलों में फंसा रही है। मादक पदार्थ तस्करी के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। ग्रामीण मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। आरोपी को लेकर तीन गाड़ियों में पहुंची थी पुलिस
घटनाक्रम शाम करीब 4 बजे तब शुरू हुआ, जब सिंगोली पुलिस तीन गाड़ियों के साथ सोमवार को पकड़े गए आरोपी को लेकर गांव पहुंची। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को घेरना शुरू कर दिया। हालात भांपते हुए पुलिस की एक गाड़ी आरोपी को लेकर रवाना हो गई, लेकिन दो गाड़ियों को ग्रामीणों ने रोक लिया। दोनों वाहन में सिंगोली थाना प्रभारी समेत करीब 10 से 12 पुलिसकर्मी शामिल है। जेसीबी लगाकर पुलिस की दो गाड़ियों को रोक रखा
ग्रामीणों ने पुलिस की दोनों गाड़ियों के सामने जेसीबी खड़ी कर दी थी। पुलिस कर्मियों को गाड़ियों में ही बैठा कर रखा था। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी और विधायक
हंगामे की सूचना मिलते ही एएसपी नवल सिंह सिसोदिया, एसडीओपी विमलेश उइके समेत अन्य थानों का बल मौके पर पहुंचा। मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारु भी गांव पहुंचे। ग्रामीण एसपी को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। वे उन्हीं से चर्चा करना चाहते थे। अवैध मादक पदार्थ नष्ट कर रही पुलिस
एडिशनल एसपी नवल सिंह सिसोदिया का कहना है कि उपद्रव करने वाले लोगों में कुछ को नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस टीम और 77 टन अवैध मादक पदार्थ नष्ट करने की कार्रवाई में तैनात है। गांव में भी शांति है।
नीमच में बुधवार को ग्रामीणों ने पुलिस टीम को करीब 7 घंटे तक बंधक बनाए रखा। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने रात करीब 11 बजे जब अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों पुलिस वाहनों को निकालना चाहा तो लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पुलिस ने जैसे-तैसे अपने साथी पुलिसकर्मियों और दोनों वाहनों को ग्रामीणों के चंगुल से निकाला। एएसपी नवल सिंह सिसोदिया ने बताया कि गाड़ियों को निकालने के दौरान ग्रामीणों ने विवाद किया और कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने पथराव किया। इस दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आंसू गैस गोले के करीब 10-12 राउंड छोड़े हैं। ग्रामीणों के पथराव में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल करवाया जा रहा है। कानून व्यवस्था बिगड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले पुलिस के आला अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारू ने करीब एक से डेढ़ घंटे तक ग्रामीणों को समझाया। इसके बाद वे भी मौके से रवाना हो गए। तस्करी मामले में जांच करने पहुंची थी टीम
ये मामला जिले के मनासा थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव का है। बुधवार शाम करीब 4 बजे पुलिस यहां तस्करी मामले में जांच के लिए पहुंची थी। जिसे ग्रामीणों ने घेर लिया। लोगों ने पुलिस वाहनों के सामने जेसीबी खड़ी कर दी। बाद में सूचना पर मौके पर आला अधिकारी पहुंचे थे। दरअसल, जिले की सिंगोली थाना पुलिस ने सोमवार की रात झांतला गांव के पास से चौकड़ी गांव के नीलेश (उम्र 24 वर्ष) पिता श्यामलाल को 54.3 किलोग्राम डोडाचूरा के साथ गिरफ्तार किया था। इसी मामले में आगे की जांच के लिए पुलिस की टीम आरोपी को लेकर चौकड़ी गांव पहुंची थी। 30 किलो मादक पदार्थ को 54 किलो बता दिया
ग्रामीणों का आरोप है कि जिस युवक को पकड़ा गया था, उसके पास 30 किलो अवैध मादक पदार्थ था, लेकिन पुलिस ने उसकी मात्रा बढ़ाकर 54 किलो कर दिया। ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि पुलिस झूठे मामलों में फंसा रही है। मादक पदार्थ तस्करी के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। ग्रामीण मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। आरोपी को लेकर तीन गाड़ियों में पहुंची थी पुलिस
घटनाक्रम शाम करीब 4 बजे तब शुरू हुआ, जब सिंगोली पुलिस तीन गाड़ियों के साथ सोमवार को पकड़े गए आरोपी को लेकर गांव पहुंची। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को घेरना शुरू कर दिया। हालात भांपते हुए पुलिस की एक गाड़ी आरोपी को लेकर रवाना हो गई, लेकिन दो गाड़ियों को ग्रामीणों ने रोक लिया। दोनों वाहन में सिंगोली थाना प्रभारी समेत करीब 10 से 12 पुलिसकर्मी शामिल है। जेसीबी लगाकर पुलिस की दो गाड़ियों को रोक रखा
ग्रामीणों ने पुलिस की दोनों गाड़ियों के सामने जेसीबी खड़ी कर दी थी। पुलिस कर्मियों को गाड़ियों में ही बैठा कर रखा था। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी और विधायक
हंगामे की सूचना मिलते ही एएसपी नवल सिंह सिसोदिया, एसडीओपी विमलेश उइके समेत अन्य थानों का बल मौके पर पहुंचा। मनासा विधायक अनिरुद्ध माधव मारु भी गांव पहुंचे। ग्रामीण एसपी को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। वे उन्हीं से चर्चा करना चाहते थे। अवैध मादक पदार्थ नष्ट कर रही पुलिस
एडिशनल एसपी नवल सिंह सिसोदिया का कहना है कि उपद्रव करने वाले लोगों में कुछ को नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस टीम और 77 टन अवैध मादक पदार्थ नष्ट करने की कार्रवाई में तैनात है। गांव में भी शांति है।