राजस्थान के जैसलमेर में जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर 3.30 बजे चलती एसी स्लीपर बस में आग लग गई। 20 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत हो गई। मरने वालों में दो लोगों की पहचान हो गई। इनमें एक स्थानीय पत्रकार राजेंद्र सिंह चौहान और 79 साल के हुसैन खां है।
हादसे में 2 बच्चों, 4 महिलाओं समेत 15 लोग झुलस गए। झुलसे यात्रियों को जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल लेकर गए, जहां से सभी को जोधपुर रेफर कर दिया। अधिकांश यात्री 70 प्रतिशत तक झुलसे हैं। बस में 57 लोग सवार थे। हादसे में मरने वालों की पहचान DNA टेस्ट से होगी। कलेक्टर प्रताप सिंह ने मृतकों के परिजनों से संपर्क करने की अपील की है। केंद्र सरकार ने मृतक आश्रितों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। पोकरण विधायक प्रतापपुरी ने हादसे में 20 मौतों की पुष्टि की। उन्होंने कहा- हादसा शॉर्ट सर्किट से ही हुआ है। जैसलमेर से सभी 19 शवों को जोधपुर भेजा गया है। वहीं हुसैन खां की मौत जोधपुर में ही हुई थी। देखिए, हादसे से जुड़ी PHOTOS… हादसा जैसलमेर के थईयात गांव के पास हुआ। आग की लपटें और धुआं काफी ऊंचाई तक उठता रहा। बस रोजाना की तरह दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना हुई थी। करीब 20 किलोमीटर दूर रास्ते में थईयात गांव के पास अचानक बस के पिछले हिस्से में धुआं उठने लगा। देखते ही देखते आग ने पूरी गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। बचने के लिए लोग चलती बस से कूद गए। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे। राहत कार्य शुरू किया। लोगों ने दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी। बस अग्निकांड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… आग का गोला बनी बस, हाथ जोड़कर यात्री बोले-बचा लो:ग्रामीण पानी के टैंकर लेकर दौड़े, रोती रहीं महिलाएं; देखें हादसे की 13 PHOTOS 5 दिन पहले खरीदी थी बस, आग का गोला बनी:275-किमी ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 16 घायलों को जैसलमेर से जोधपुर भेजा, एक की रास्ते में मौत क्यों मौत की वजह बन जाती हैं स्लीपर बस?:पतली गैलरी हादसे के वक्त भागने का मौका नहीं देती, चीन 13 साल पहले कर चुका बैन आग लगते ही लॉक हो गया था बस का दरवाजा:चश्मदीद बोला-आर्मी ने JCB से गेट तोड़ा, अंदर लाशें थीं; नॉर्मल बस AC में मॉडिफाई थी पल-पल के अपडेट के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए…
राजस्थान के जैसलमेर में जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर मंगलवार दोपहर 3.30 बजे चलती एसी स्लीपर बस में आग लग गई। 20 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत हो गई। मरने वालों में दो लोगों की पहचान हो गई। इनमें एक स्थानीय पत्रकार राजेंद्र सिंह चौहान और 79 साल के हुसैन खां है।
हादसे में 2 बच्चों, 4 महिलाओं समेत 15 लोग झुलस गए। झुलसे यात्रियों को जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल लेकर गए, जहां से सभी को जोधपुर रेफर कर दिया। अधिकांश यात्री 70 प्रतिशत तक झुलसे हैं। बस में 57 लोग सवार थे। हादसे में मरने वालों की पहचान DNA टेस्ट से होगी। कलेक्टर प्रताप सिंह ने मृतकों के परिजनों से संपर्क करने की अपील की है। केंद्र सरकार ने मृतक आश्रितों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। पोकरण विधायक प्रतापपुरी ने हादसे में 20 मौतों की पुष्टि की। उन्होंने कहा- हादसा शॉर्ट सर्किट से ही हुआ है। जैसलमेर से सभी 19 शवों को जोधपुर भेजा गया है। वहीं हुसैन खां की मौत जोधपुर में ही हुई थी। देखिए, हादसे से जुड़ी PHOTOS… हादसा जैसलमेर के थईयात गांव के पास हुआ। आग की लपटें और धुआं काफी ऊंचाई तक उठता रहा। बस रोजाना की तरह दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना हुई थी। करीब 20 किलोमीटर दूर रास्ते में थईयात गांव के पास अचानक बस के पिछले हिस्से में धुआं उठने लगा। देखते ही देखते आग ने पूरी गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। बचने के लिए लोग चलती बस से कूद गए। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे। राहत कार्य शुरू किया। लोगों ने दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी। बस अग्निकांड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… आग का गोला बनी बस, हाथ जोड़कर यात्री बोले-बचा लो:ग्रामीण पानी के टैंकर लेकर दौड़े, रोती रहीं महिलाएं; देखें हादसे की 13 PHOTOS 5 दिन पहले खरीदी थी बस, आग का गोला बनी:275-किमी ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 16 घायलों को जैसलमेर से जोधपुर भेजा, एक की रास्ते में मौत क्यों मौत की वजह बन जाती हैं स्लीपर बस?:पतली गैलरी हादसे के वक्त भागने का मौका नहीं देती, चीन 13 साल पहले कर चुका बैन आग लगते ही लॉक हो गया था बस का दरवाजा:चश्मदीद बोला-आर्मी ने JCB से गेट तोड़ा, अंदर लाशें थीं; नॉर्मल बस AC में मॉडिफाई थी पल-पल के अपडेट के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए…