
हरियाणा में आज से मौसम फिर बदलने जा रहा है। प्रदेशभर में अगले 2 दिन हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके लिए मौसम विभाग ने 13 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें दक्षिण हरियाणा के अधिकतर इलाके शामिल हैं। प्रदेश के भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, करनाल, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश की संभावना जताई गई है। बता दें कि जनवरी में एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ (WD) आ रहे हैं। अब तक 3 पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में एक्टिव हो चुके हैं। 2 पश्चिमी विक्षोभ कमजोर आए, जिससे बूंदाबांदी हुई थी। इसके बावजूद जनवरी माह में हरियाणा में अब तक 49 प्रतिशत अधिक बारिश देखने को मिली है। हरियाणा के 6 जिलों में सामान्य से कम बारिश
वहीं, मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक गेहूं उत्पादन करने वाली बेल्ट कैथल, जींद, करनाल, पानीपत, रोहतक और सोनीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जनवरी की बारिश गेहूं की फसल के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। ऐसे में पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन जिलों में बारिश का अनुमान लगाया गया है। वहीं, सिरसा और नूंह जिलों में सबसे अधिक बारिश देखने को मिली। नूंह और सिरसा में 339 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं पूरे हरियाणा में बारिश औसत से 49 प्रतिशत अधिक हुई है। जनवरी में हर 5 दिन बाद बारिश
अब तक गुजरे जनवरी माह में हर 5 से 6 दिन के अंतराल में 3 पश्चिमी विक्षोभ (WD) आ चुके हैं। 5 जनवरी, 11 जनवरी और 15 जनवरी को हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। इनमें से 2 पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहे, लेकिन एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण काफी बारिश देखने को मिली। वहीं, दिसंबर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली थी। हालांकि, इस बार एक के बाद एक लगातार पश्चिमी विक्षोभ आने के बाद भी तापमान जमाव बिंदु की ओर नहीं गया। जनवरी के अंत तक कड़ाके की ठंड
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार 21 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक बार फिर हरियाणा में मौसम और हवा का रुख बदला है। इस दौरान 22 से 24 जनवरी के बीच पूरे प्रदेश में हल्की बारिश और बूंदाबांदी के साथ ही एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। जनवरी के अंत तक कड़ाके की ठंड जारी रहेगी।
हरियाणा में आज से मौसम फिर बदलने जा रहा है। प्रदेशभर में अगले 2 दिन हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके लिए मौसम विभाग ने 13 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें दक्षिण हरियाणा के अधिकतर इलाके शामिल हैं। प्रदेश के भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, करनाल, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल में बारिश की संभावना जताई गई है। बता दें कि जनवरी में एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ (WD) आ रहे हैं। अब तक 3 पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में एक्टिव हो चुके हैं। 2 पश्चिमी विक्षोभ कमजोर आए, जिससे बूंदाबांदी हुई थी। इसके बावजूद जनवरी माह में हरियाणा में अब तक 49 प्रतिशत अधिक बारिश देखने को मिली है। हरियाणा के 6 जिलों में सामान्य से कम बारिश
वहीं, मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सबसे अधिक गेहूं उत्पादन करने वाली बेल्ट कैथल, जींद, करनाल, पानीपत, रोहतक और सोनीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जनवरी की बारिश गेहूं की फसल के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। ऐसे में पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन जिलों में बारिश का अनुमान लगाया गया है। वहीं, सिरसा और नूंह जिलों में सबसे अधिक बारिश देखने को मिली। नूंह और सिरसा में 339 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं पूरे हरियाणा में बारिश औसत से 49 प्रतिशत अधिक हुई है। जनवरी में हर 5 दिन बाद बारिश
अब तक गुजरे जनवरी माह में हर 5 से 6 दिन के अंतराल में 3 पश्चिमी विक्षोभ (WD) आ चुके हैं। 5 जनवरी, 11 जनवरी और 15 जनवरी को हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। इनमें से 2 पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहे, लेकिन एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण काफी बारिश देखने को मिली। वहीं, दिसंबर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली थी। हालांकि, इस बार एक के बाद एक लगातार पश्चिमी विक्षोभ आने के बाद भी तापमान जमाव बिंदु की ओर नहीं गया। जनवरी के अंत तक कड़ाके की ठंड
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार 21 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक बार फिर हरियाणा में मौसम और हवा का रुख बदला है। इस दौरान 22 से 24 जनवरी के बीच पूरे प्रदेश में हल्की बारिश और बूंदाबांदी के साथ ही एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। जनवरी के अंत तक कड़ाके की ठंड जारी रहेगी।