
मोदी 3.0 के पहले बजट में 2024 चुनाव में मिले झटके का असर दिख रहा है। बहुमत से 32 सीटें पीछे रह गई बीजेपी ने नीतीश कुमार की JDU और चंद्रबाबू नायडू की TDP के साथ मिलकर सरकार बनाई। बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए 74 हजार करोड़ रुपए का ऐलान किया है। इसके अलावा कांग्रेस मैनिफेस्टो में शामिल अप्रेंटिसशिप से मिलती जुलती पेड इंटर्नशिप स्कीम भी लॉन्च की गई है… 1. नीतीश कुमार का दबावः बिहार को 58,900 करोड़ रुपए का ऐलान BJP को लोकसभा चुनाव में 240 सीटें मिली थीं। वहीं TDP को 16 और JDU को 12 सीटों पर जीत मिली है। बहुमत के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है। इस बेस पर इन पार्टियों के पावर का डिस्ट्रीब्यूशन करें, तो 89% पावर BJP के पास और 5.5-5.5% JDU और TDP के पास है। सरकार बनाए रखने के लिए दोनों सहयोगी दलों का समर्थन बनाए रखना भी जरूरी है। यही वजह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर बिहार के लिए 58,900 करोड़ रुपए आवंटित करा लिए।
2. चंद्रबाबू नायडू का दबावः आंध्र प्रदेश को 15,000 करोड़ देने का ऐलान 3. कांग्रेस मैनिफेस्टो की झलकः हर साल 20 लाख युवाओं को इंटर्नशिप, 5 हजार महीना देंगे लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में अप्रेंटिसशिप अधिकार अधिनियम लाने की बात कही थी। घोषणापत्र में ‘पहले नौकरी पक्की गारंटी’ शीर्षक के तहत कहा गया था, ‘कांग्रेस अप्रेंटिस एक्ट 1961 को हटाकर अप्रेंटिसशिप अधिकार अधिनियम लाएगी। यह कानून 25 साल से कम उम्र के हर डिप्लोमाधारक या कॉलेज ग्रेजुएट के लिए प्राइवेट और सरकारी कंपनियों में 1 साल की अप्रेंटिस देगा। इस कानून के तहत हर प्रशिक्षु को एक लाख रुपए का सालाना मानदेय देने का वादा था, जो नौकरी देने वाली कंपनी और सरकार मिलकर समान रूप से वहन करेंगे। इससे युवाओं को कौशल मिलेगा, रोजगार की क्षमता बढ़ेगी और करोड़ों युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे।
मोदी 3.0 के पहले बजट में 2024 चुनाव में मिले झटके का असर दिख रहा है। बहुमत से 32 सीटें पीछे रह गई बीजेपी ने नीतीश कुमार की JDU और चंद्रबाबू नायडू की TDP के साथ मिलकर सरकार बनाई। बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए 74 हजार करोड़ रुपए का ऐलान किया है। इसके अलावा कांग्रेस मैनिफेस्टो में शामिल अप्रेंटिसशिप से मिलती जुलती पेड इंटर्नशिप स्कीम भी लॉन्च की गई है… 1. नीतीश कुमार का दबावः बिहार को 58,900 करोड़ रुपए का ऐलान BJP को लोकसभा चुनाव में 240 सीटें मिली थीं। वहीं TDP को 16 और JDU को 12 सीटों पर जीत मिली है। बहुमत के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है। इस बेस पर इन पार्टियों के पावर का डिस्ट्रीब्यूशन करें, तो 89% पावर BJP के पास और 5.5-5.5% JDU और TDP के पास है। सरकार बनाए रखने के लिए दोनों सहयोगी दलों का समर्थन बनाए रखना भी जरूरी है। यही वजह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाकर बिहार के लिए 58,900 करोड़ रुपए आवंटित करा लिए।
2. चंद्रबाबू नायडू का दबावः आंध्र प्रदेश को 15,000 करोड़ देने का ऐलान 3. कांग्रेस मैनिफेस्टो की झलकः हर साल 20 लाख युवाओं को इंटर्नशिप, 5 हजार महीना देंगे लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में अप्रेंटिसशिप अधिकार अधिनियम लाने की बात कही थी। घोषणापत्र में ‘पहले नौकरी पक्की गारंटी’ शीर्षक के तहत कहा गया था, ‘कांग्रेस अप्रेंटिस एक्ट 1961 को हटाकर अप्रेंटिसशिप अधिकार अधिनियम लाएगी। यह कानून 25 साल से कम उम्र के हर डिप्लोमाधारक या कॉलेज ग्रेजुएट के लिए प्राइवेट और सरकारी कंपनियों में 1 साल की अप्रेंटिस देगा। इस कानून के तहत हर प्रशिक्षु को एक लाख रुपए का सालाना मानदेय देने का वादा था, जो नौकरी देने वाली कंपनी और सरकार मिलकर समान रूप से वहन करेंगे। इससे युवाओं को कौशल मिलेगा, रोजगार की क्षमता बढ़ेगी और करोड़ों युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे।