
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मजीठिया परिवार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि जलियांवाला बाग में बैसाखी पर गोली चलाने वाले जनरल डायर को मजीठिया परिवार ने सरोपा दिया था और उसे दुनिया का पहला ऑनरेरी सिख बना दिया था। उन्होंने ये बातें चंडीगढ़ में 257 युवाओं को नियुक्ति पत्र देते हुए कहीं। सीएम ने आगे कहा कि सुखबीर बादल और बिक्रम मजीठिया के बीच बनती नहीं है क्योंकि दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद है। उन्होंने दावा किया कि हरसिमरत कौर और मजीठिया भी अब एक-दूसरे से दूरी बना चुके हैं और गुरमेहर के साथ खड़ी हैं। मान ने कहा, “पैसा होता ही बुरा है, मैंने कभी ये बातें बताईं नहीं, लेकिन अब बता रहा हूं।” मेरे साथ पंगे लेते हैं। कलाकार होना बुरा है क्या। कलाकार को सुनने के लिए पैसे खर्च कर जाते हैं। इनसे बड़े कलाकार देखे हैं। जिस दिन जरनल डायर ने गोलियां चलाई थी, उसी दिन घर पर बुला डिनर करवाया गया। जनरल डायर ने डिनर बिक्रम मजीठिया के घर पर किया था। मैंने पार्लियामेंट में पूछ लिया था, ये दें जवाब। वहां हजार का खून बहा, घर पर रेड वाइन चली थी। बाद में सरोपा दिला दिया, क्योंकि शिरोमणि कमेटी इनके पास थी। जनरल डायर को माफ कर दिया। जनरल डायर ने कहा मैं शराब पीता हूं, सिगरेट पीता हूं, क्लीन शेव हूं। कहते- कोई बात नहीं, जनरल डायर ऑनरेरी सिख। दुनिया का पहला ऑनरेरी सिख। अगर मैं इतिहास खोजने लग गया तो कहते हैं निजी बोलता है। दो बार पहले भी उठा चुके सवाल तकरीबन दो साल पहले भी सीएम ने जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद जनरल डायर को मजीठिया परिवार के घर पर डिनर की बात कही थी। तब भी इस बात ने सियासी रूप लिया था। इससे पहले 13 अप्रैल 2019, जब भगवंत मान पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान थे, ने ट्वीट किया था। तब भी भगवंत मान ने कहा था कि जनरल डायर को उसी रात को डिनर परोसने वाला मजीठिया परिवार देश वासियों से माफी मांगे। सीएम मान ने मांग उठाई थी कि अकाली नेता हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम मजीठिया के पुरखे सुंदर सिंह मजीठिया ने 13 अप्रैल 1919 को नरसंहार वाली रात को कातिल फिरंगी डायर को खाने पर बुलाकर आवभगत की। जबकि, उस दिन पूरा देश शोक में डूबा हुआ था और अंग्रेजों खासकर जनरल डायर के प्रति आक्रोश फूट रहा था।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मजीठिया परिवार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि जलियांवाला बाग में बैसाखी पर गोली चलाने वाले जनरल डायर को मजीठिया परिवार ने सरोपा दिया था और उसे दुनिया का पहला ऑनरेरी सिख बना दिया था। उन्होंने ये बातें चंडीगढ़ में 257 युवाओं को नियुक्ति पत्र देते हुए कहीं। सीएम ने आगे कहा कि सुखबीर बादल और बिक्रम मजीठिया के बीच बनती नहीं है क्योंकि दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद है। उन्होंने दावा किया कि हरसिमरत कौर और मजीठिया भी अब एक-दूसरे से दूरी बना चुके हैं और गुरमेहर के साथ खड़ी हैं। मान ने कहा, “पैसा होता ही बुरा है, मैंने कभी ये बातें बताईं नहीं, लेकिन अब बता रहा हूं।” मेरे साथ पंगे लेते हैं। कलाकार होना बुरा है क्या। कलाकार को सुनने के लिए पैसे खर्च कर जाते हैं। इनसे बड़े कलाकार देखे हैं। जिस दिन जरनल डायर ने गोलियां चलाई थी, उसी दिन घर पर बुला डिनर करवाया गया। जनरल डायर ने डिनर बिक्रम मजीठिया के घर पर किया था। मैंने पार्लियामेंट में पूछ लिया था, ये दें जवाब। वहां हजार का खून बहा, घर पर रेड वाइन चली थी। बाद में सरोपा दिला दिया, क्योंकि शिरोमणि कमेटी इनके पास थी। जनरल डायर को माफ कर दिया। जनरल डायर ने कहा मैं शराब पीता हूं, सिगरेट पीता हूं, क्लीन शेव हूं। कहते- कोई बात नहीं, जनरल डायर ऑनरेरी सिख। दुनिया का पहला ऑनरेरी सिख। अगर मैं इतिहास खोजने लग गया तो कहते हैं निजी बोलता है। दो बार पहले भी उठा चुके सवाल तकरीबन दो साल पहले भी सीएम ने जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद जनरल डायर को मजीठिया परिवार के घर पर डिनर की बात कही थी। तब भी इस बात ने सियासी रूप लिया था। इससे पहले 13 अप्रैल 2019, जब भगवंत मान पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान थे, ने ट्वीट किया था। तब भी भगवंत मान ने कहा था कि जनरल डायर को उसी रात को डिनर परोसने वाला मजीठिया परिवार देश वासियों से माफी मांगे। सीएम मान ने मांग उठाई थी कि अकाली नेता हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम मजीठिया के पुरखे सुंदर सिंह मजीठिया ने 13 अप्रैल 1919 को नरसंहार वाली रात को कातिल फिरंगी डायर को खाने पर बुलाकर आवभगत की। जबकि, उस दिन पूरा देश शोक में डूबा हुआ था और अंग्रेजों खासकर जनरल डायर के प्रति आक्रोश फूट रहा था।