
कठुआ, 07 जनवरी, जिलाभर में पड़ रही प्रचंड शीतलहर, घनी धुंध और कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। हालत यह है कि सर्दी की सबसे ज्यादा मार नन्हे-मुन्ने स्कूली बच्चों पर पड़ रही है, जिनके लिए घनी धुंध और कोहरे के बीच सुबह-सवेरे स्कूल के लिए निकलना मुश्किल होता जा रहा है। विभिन्न शिक्षक संगठनों के साथ-साथ अभिभावकों ने भी बच्चों को राहत देने की मांग उठाई है। लोगों का कहना है कि मौसम की बेरहमी के चलते काफी संख्या में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं।

इस परिस्थिति में स्कूलों की समय सारणी में आवश्यक रूप से बदलाव होना चाहिए। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले भी स्कूलों की समय सारणी में बदलाव करते हुए शीतलहर के बीच बच्चों को राहत दी जाती रही है। ऐसे में शिक्षा विभाग और प्रशासन को जल्द इस मामले पर फैसला लेना चाहिए। कड़ाके की सर्दी के बीच बच्चों की सेहत पर काफी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। वार्षिक परीक्षाओं के दिनों में बच्चों का बीमार पड़ना उनके पूरे साल की मेहनत पर असर डालेगा।