
छत्तीसगढ़ के बस्तर में फोर्स ने एनकाउंटर में 27 नक्सलियों को मार गिराया है। नक्सलियों के एनकाउंटर का लाइव वीडियो भी सामने आया है। 38 सेकेंड के वीडियो में गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज सुनाई दे रही है। दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही है। एक जवान ने भीषण गोलीबारी का वीडियो अपने कैमरे में कैद कर लिया। 3 जिलों नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा की सरहद पर हुई इस मुठभेड़ में 4 जिलों के DRG जवानों ने 2 दिनों तक इलाके को घेरा। तीसरे दिन मुठभेड़ में नक्सलियों को मारा। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में डेढ़ करोड़ रुपए के इनामी नक्सली बसवा राजू उर्फ गगन्ना, उर्फ नम्बाला केशव राव को भी ढेर किया गया है। ये पोलित ब्यूरो मेंबर और नक्सल संगठन का महासचिव यानी सबसे बड़ा नक्सली लीडर था। बसवा राजू ताड़मेटला का मास्टर माइंड है। यहां 76 जवान शहीद हुए थे। झीरम हमले में भी नाम रहा है। यहां कांग्रेस के 27 से ज्यादा नेता और जवान शहीद हुए थे। देश के 6 राज्यों में इसी के इशारे पर नक्सल संगठन काम करता था। नक्सल मुठभेड़ को विस्तार से पढ़िए इस रिपोर्ट में… इंजीनियर से बना नक्सली दरसअल, बसवा राजू आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के जियन्नापेंटा का रहने वाला था। इसने बीटेक तक की पढ़ाई की थी। ये इंजीनियर था। फर्राटेदार इंग्लिश बोलता था। छोटी उम्र में ही नक्सल विचारधारा से प्रभावित हुआ। इसने नक्सल संगठन जॉइन कर लिया। ACM, DVCM, DKSZCM, CCM के बाद पोलित ब्यूरो तक पहुंचा। वर्तमान में ये नक्सल संगठन का महासचिव था। 10 नामों से जाना जाता था बसवा राजू ये एक ऐसा नक्सली था, जो छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र में अलग-अलग 10 नामों से जाना जाता था। इसमें बसवा राजू उर्फ नम्बाला केशव राव उर्फ गगन्ना उर्फ प्रकाश उर्फ केशव उर्फ कृष्णा उर्फ वासवराज उर्फ राजू उर्फ कमलेश उर्फ कमलू नाम से जाना जाता था। छत्तीसगढ़ में बसवा राजू और केशव दादा के नाम से चर्चित था। 3 राज्यों में ज्यादा रहा, अबूझमाड़ में बनाया ठिकाना सूत्र बता रहे हैं कि बसवा राजू लंबे समय तक झारखंड के बूढ़ा पहाड़ में रह चुका है। लंबे समय से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ इन 3 राज्यों में इसका मूवमेंट था। पहले बस्तर के अबूझमाड़ में इसने अपना ठिकाना बना रखा था। कुछ महीने पहले ही वहां से कर्रेगुट्टा इलाके में गया, लेकिन जब वहां फोर्स का मूवमेंट होना शुरू हुआ तो नक्सलियों ने बसवा राजू को सुरक्षा के साथ वहां से निकाला। इसे अबूझमाड़ में शिफ्ट किया गया। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली की ये अबूझमाड़ के बोटेर इलाके में मौजूद हैं। इसके बाद 19 अप्रैल को दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बीजापुर और कोंडागांव के DRG जवानों को ऑपरेशन पर निकाला गया था। 21 मई की सुबह बसवा राजू को जवानों के आने की सूचना मिल गई थी। वह अपनी टीम के साथ दूसरी जगह मूवमेंट करने निकल गया था। दूसरी जगह शिफ्ट होने निकला और फोर्स के घेरे में फंसा बसवा राजू दूसरी जगह शिफ्ट होने की फिराक में था, लेकिन इन चारों जिलों के सैकड़ों जवानों ने 19 और 20 तारीख को उस पूरे इलाके को घेर लिया था। 21 मई की सुबह जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। सुबह करीब 11 बजे तब बसवाराजू के मारे जाने की खबर सामने आई। शाम तक पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी थी। मारे गए सभी नक्सलियों का शव बरामद इसके साथ ही कुल 27 नक्सलियों को जवानों ने एनकाउंटर में मार गिराया। मारे गए सभी नक्सलियों के शव को बरामद कर लिया गया है। मारे गए नक्सलियों में बड़े कैडर के नक्सली भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल उनकी शिनाख्त के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा। मौके से ऑटोमैटिक वेपंस भी बरामद जवानों ने 27 नक्सलियों के शो के साथ एक-47, इंसास, SLR जैसे भारी मात्रा में ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद किए हैं। बस्तर में हुई बड़ी वारदातों का था मास्टरमाइंड बसवाराजू बस्तर में हुई अधिकांश नक्सली घटनाओं का मास्टरमाइंड था। नक्सलियों को कब किस जगह किस कैंप में किस लोकेशन में हमला करना है, कहां जवानों को एंबुश में फंसाना है इसकी पूरी प्लानिंग करता था। मैप तैयार करता था और संगठन के लड़ाकों को निर्देश देता था। केंद्रीय कमेटी सदस्यों के साथ बैठक कर प्लानिंग करता था। इसकी प्लानिंग में नक्सलियों को कई बड़ी सफलताएं भी मिली। पुलिस के लिस्ट में यह मोस्ट वांटेड नक्सली था। छत्तीसगढ़ में इस पर डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित था। नक्सल संगठन की सबसे खतरनाक टीम बटालियन नंबर 1 बसवाराजू ने ही बस्तर में नक्सलियों की बटालियन नंबर 1 बनाई थी। चुनिंदा लड़ाकों को इसमें रखा था। माड़वी हिड़मा को इस बटालियन का कमांडर बनाया गया था। ये नक्सल संगठन की सबसे खतरनाक टीम है। इसमें AK-47, इंसास, SLR , स्नाइपर गन जैसे हथियारों से लैस नक्सली हैं। हालांकि, नक्सलियों की ये टीम भी कमजोर पड़ गई है। अब इसका कमांडर बारसे देवा है। इन हमलों में बसवा राजू का नाम नक्सल एनकाउंटर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…. छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में 27 नक्सलियों का एनकाउंटर:डेढ़ करोड़ का इनामी नक्सली भी मारा गया, सभी शव और हथियार बरामद; 1 जवान शहीद छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ के जंगल में बुधवार सुबह सुरक्षाबलों ने 27 नक्सलियों को मार गिराया है। सभी 27 शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए नक्सलियों में 1.5 करोड़ का इनामी बसवा राजू भी शामिल है। वहीं फायरिंग में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान शहीद हो गया है। पढ़ें पूरी खबर…
छत्तीसगढ़ के बस्तर में फोर्स ने एनकाउंटर में 27 नक्सलियों को मार गिराया है। नक्सलियों के एनकाउंटर का लाइव वीडियो भी सामने आया है। 38 सेकेंड के वीडियो में गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज सुनाई दे रही है। दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही है। एक जवान ने भीषण गोलीबारी का वीडियो अपने कैमरे में कैद कर लिया। 3 जिलों नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा की सरहद पर हुई इस मुठभेड़ में 4 जिलों के DRG जवानों ने 2 दिनों तक इलाके को घेरा। तीसरे दिन मुठभेड़ में नक्सलियों को मारा। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में डेढ़ करोड़ रुपए के इनामी नक्सली बसवा राजू उर्फ गगन्ना, उर्फ नम्बाला केशव राव को भी ढेर किया गया है। ये पोलित ब्यूरो मेंबर और नक्सल संगठन का महासचिव यानी सबसे बड़ा नक्सली लीडर था। बसवा राजू ताड़मेटला का मास्टर माइंड है। यहां 76 जवान शहीद हुए थे। झीरम हमले में भी नाम रहा है। यहां कांग्रेस के 27 से ज्यादा नेता और जवान शहीद हुए थे। देश के 6 राज्यों में इसी के इशारे पर नक्सल संगठन काम करता था। नक्सल मुठभेड़ को विस्तार से पढ़िए इस रिपोर्ट में… इंजीनियर से बना नक्सली दरसअल, बसवा राजू आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के जियन्नापेंटा का रहने वाला था। इसने बीटेक तक की पढ़ाई की थी। ये इंजीनियर था। फर्राटेदार इंग्लिश बोलता था। छोटी उम्र में ही नक्सल विचारधारा से प्रभावित हुआ। इसने नक्सल संगठन जॉइन कर लिया। ACM, DVCM, DKSZCM, CCM के बाद पोलित ब्यूरो तक पहुंचा। वर्तमान में ये नक्सल संगठन का महासचिव था। 10 नामों से जाना जाता था बसवा राजू ये एक ऐसा नक्सली था, जो छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र में अलग-अलग 10 नामों से जाना जाता था। इसमें बसवा राजू उर्फ नम्बाला केशव राव उर्फ गगन्ना उर्फ प्रकाश उर्फ केशव उर्फ कृष्णा उर्फ वासवराज उर्फ राजू उर्फ कमलेश उर्फ कमलू नाम से जाना जाता था। छत्तीसगढ़ में बसवा राजू और केशव दादा के नाम से चर्चित था। 3 राज्यों में ज्यादा रहा, अबूझमाड़ में बनाया ठिकाना सूत्र बता रहे हैं कि बसवा राजू लंबे समय तक झारखंड के बूढ़ा पहाड़ में रह चुका है। लंबे समय से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ इन 3 राज्यों में इसका मूवमेंट था। पहले बस्तर के अबूझमाड़ में इसने अपना ठिकाना बना रखा था। कुछ महीने पहले ही वहां से कर्रेगुट्टा इलाके में गया, लेकिन जब वहां फोर्स का मूवमेंट होना शुरू हुआ तो नक्सलियों ने बसवा राजू को सुरक्षा के साथ वहां से निकाला। इसे अबूझमाड़ में शिफ्ट किया गया। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली की ये अबूझमाड़ के बोटेर इलाके में मौजूद हैं। इसके बाद 19 अप्रैल को दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बीजापुर और कोंडागांव के DRG जवानों को ऑपरेशन पर निकाला गया था। 21 मई की सुबह बसवा राजू को जवानों के आने की सूचना मिल गई थी। वह अपनी टीम के साथ दूसरी जगह मूवमेंट करने निकल गया था। दूसरी जगह शिफ्ट होने निकला और फोर्स के घेरे में फंसा बसवा राजू दूसरी जगह शिफ्ट होने की फिराक में था, लेकिन इन चारों जिलों के सैकड़ों जवानों ने 19 और 20 तारीख को उस पूरे इलाके को घेर लिया था। 21 मई की सुबह जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। सुबह करीब 11 बजे तब बसवाराजू के मारे जाने की खबर सामने आई। शाम तक पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी थी। मारे गए सभी नक्सलियों का शव बरामद इसके साथ ही कुल 27 नक्सलियों को जवानों ने एनकाउंटर में मार गिराया। मारे गए सभी नक्सलियों के शव को बरामद कर लिया गया है। मारे गए नक्सलियों में बड़े कैडर के नक्सली भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल उनकी शिनाख्त के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा। मौके से ऑटोमैटिक वेपंस भी बरामद जवानों ने 27 नक्सलियों के शो के साथ एक-47, इंसास, SLR जैसे भारी मात्रा में ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद किए हैं। बस्तर में हुई बड़ी वारदातों का था मास्टरमाइंड बसवाराजू बस्तर में हुई अधिकांश नक्सली घटनाओं का मास्टरमाइंड था। नक्सलियों को कब किस जगह किस कैंप में किस लोकेशन में हमला करना है, कहां जवानों को एंबुश में फंसाना है इसकी पूरी प्लानिंग करता था। मैप तैयार करता था और संगठन के लड़ाकों को निर्देश देता था। केंद्रीय कमेटी सदस्यों के साथ बैठक कर प्लानिंग करता था। इसकी प्लानिंग में नक्सलियों को कई बड़ी सफलताएं भी मिली। पुलिस के लिस्ट में यह मोस्ट वांटेड नक्सली था। छत्तीसगढ़ में इस पर डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित था। नक्सल संगठन की सबसे खतरनाक टीम बटालियन नंबर 1 बसवाराजू ने ही बस्तर में नक्सलियों की बटालियन नंबर 1 बनाई थी। चुनिंदा लड़ाकों को इसमें रखा था। माड़वी हिड़मा को इस बटालियन का कमांडर बनाया गया था। ये नक्सल संगठन की सबसे खतरनाक टीम है। इसमें AK-47, इंसास, SLR , स्नाइपर गन जैसे हथियारों से लैस नक्सली हैं। हालांकि, नक्सलियों की ये टीम भी कमजोर पड़ गई है। अब इसका कमांडर बारसे देवा है। इन हमलों में बसवा राजू का नाम नक्सल एनकाउंटर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…. छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में 27 नक्सलियों का एनकाउंटर:डेढ़ करोड़ का इनामी नक्सली भी मारा गया, सभी शव और हथियार बरामद; 1 जवान शहीद छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ के जंगल में बुधवार सुबह सुरक्षाबलों ने 27 नक्सलियों को मार गिराया है। सभी 27 शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए नक्सलियों में 1.5 करोड़ का इनामी बसवा राजू भी शामिल है। वहीं फायरिंग में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान शहीद हो गया है। पढ़ें पूरी खबर…