
यूपी में तूफानी बारिश ने बुधवार रात जमकर कहर बरपाया। अलग-अलग हादसों में आप नेता, डॉक्टर और सिपाही समेत 58 लोगों की मौत हो गई। आप नेता बारिश से बचने के लिए बिल्डिंग की आड़ में खड़े थे, तभी दीवार ढह गई। मलबे में दबने से उनकी मौत हो गई। आप नेता मनीष की शादी सिर्फ 21 दिन पहले हुई थी। मौत की खबर सुनते ही पत्नी बेहोश हो गई। 24 घंटे में लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा समेत प्रदेश के 25 जिलों में बारिश हुई। मेरठ-बागपत में जमकर ओले गिरे। गोरखपुर में सबसे ज्यादा 74 मिमी बारिश हुई। सड़कों पर पानी भर गया, जिला अस्पताल और कॉलोनियों में पानी घुस गया। नोएडा में 80 किमी की स्पीड से हवा चली। पेड़, होर्डिंग और बिजली के खंभे उखड़ गए। ऐसा ही हाल मेरठ और एटा में भी देखने को मिला। फिरोजाबाद में आंधी से उड़कर आई टिनशेड से महिला की गर्दन कट गई। वहीं, नोएडा में 21वीं मंजिल से नानी और नाती पर ग्रिल गिर गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। नानी की गर्दन कटकर अलग हो गई थी। झांसी में आंधी से 100 तोतों की मौत हो गई। बदायूं में ट्रांसफॉर्मर की चिंगारी से घूर (कूड़े के ढेर) में आग लग गई। उस वक्त तेज आंधी चल रही थी। इसके चलते आग ने तीन गांवों को चपेट में ले लिया। घटना में 200 घर जलकर राख हो गए, जबकि 100 पशुओं की मौत हुई। मौसम विभाग ने आज 39 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की संभावना है। तस्वीरें देखिए- क्यों बदला मौसम? लखनऊ के मौसम विज्ञानी अतुल कुमार ने बताया- बंगाल की खाड़ी की नमी से मौसम बदला है। यूपी में एक नया विक्षोभ और वेदर सिस्टम एक्टिव हो रहा है। बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी लिए हुए पूर्वा हवा आ रही है। इससे लू का असर कुछ जिलों में कम पड़ सकता है।हालांकि, अगले 3-4 दिन बाद दोबारा तापमान में बढ़ोतरी होगी। इस महीने के आखिरी तक पारा 47 डिग्री पार जाने का अनुमान है। मानसून के 4-5 दिनों में केरल पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार-पांच दिनों में केरल पहुंच सकता है। हालांकि पूर्वानुमान 27 मई का है। ऐसा होता है तो यह 2009 के बाद समय से पहले पहुंचने वाला पहला मानसून होगा। 2009 में मानसून 23 मई को ही केरल में पहुंच गया था। विभाग के मुताबिक आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। वहीं, 17 सितंबर के आस-पास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से हट जाता है। मानसून पिछले साल 30 मई को केरल में पहुंचा था। मौसम से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…
यूपी में तूफानी बारिश ने बुधवार रात जमकर कहर बरपाया। अलग-अलग हादसों में आप नेता, डॉक्टर और सिपाही समेत 58 लोगों की मौत हो गई। आप नेता बारिश से बचने के लिए बिल्डिंग की आड़ में खड़े थे, तभी दीवार ढह गई। मलबे में दबने से उनकी मौत हो गई। आप नेता मनीष की शादी सिर्फ 21 दिन पहले हुई थी। मौत की खबर सुनते ही पत्नी बेहोश हो गई। 24 घंटे में लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा समेत प्रदेश के 25 जिलों में बारिश हुई। मेरठ-बागपत में जमकर ओले गिरे। गोरखपुर में सबसे ज्यादा 74 मिमी बारिश हुई। सड़कों पर पानी भर गया, जिला अस्पताल और कॉलोनियों में पानी घुस गया। नोएडा में 80 किमी की स्पीड से हवा चली। पेड़, होर्डिंग और बिजली के खंभे उखड़ गए। ऐसा ही हाल मेरठ और एटा में भी देखने को मिला। फिरोजाबाद में आंधी से उड़कर आई टिनशेड से महिला की गर्दन कट गई। वहीं, नोएडा में 21वीं मंजिल से नानी और नाती पर ग्रिल गिर गई। हादसे में दोनों की मौत हो गई। नानी की गर्दन कटकर अलग हो गई थी। झांसी में आंधी से 100 तोतों की मौत हो गई। बदायूं में ट्रांसफॉर्मर की चिंगारी से घूर (कूड़े के ढेर) में आग लग गई। उस वक्त तेज आंधी चल रही थी। इसके चलते आग ने तीन गांवों को चपेट में ले लिया। घटना में 200 घर जलकर राख हो गए, जबकि 100 पशुओं की मौत हुई। मौसम विभाग ने आज 39 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की संभावना है। तस्वीरें देखिए- क्यों बदला मौसम? लखनऊ के मौसम विज्ञानी अतुल कुमार ने बताया- बंगाल की खाड़ी की नमी से मौसम बदला है। यूपी में एक नया विक्षोभ और वेदर सिस्टम एक्टिव हो रहा है। बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी लिए हुए पूर्वा हवा आ रही है। इससे लू का असर कुछ जिलों में कम पड़ सकता है।हालांकि, अगले 3-4 दिन बाद दोबारा तापमान में बढ़ोतरी होगी। इस महीने के आखिरी तक पारा 47 डिग्री पार जाने का अनुमान है। मानसून के 4-5 दिनों में केरल पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार-पांच दिनों में केरल पहुंच सकता है। हालांकि पूर्वानुमान 27 मई का है। ऐसा होता है तो यह 2009 के बाद समय से पहले पहुंचने वाला पहला मानसून होगा। 2009 में मानसून 23 मई को ही केरल में पहुंच गया था। विभाग के मुताबिक आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। वहीं, 17 सितंबर के आस-पास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से हट जाता है। मानसून पिछले साल 30 मई को केरल में पहुंचा था। मौसम से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…