
राजस्थान से बुधवार को 148 बांग्लादेशी घुसपैठियों को डिपोर्ट किया गया है। अवैध रूप से रह रहे इन बांग्लादेशी नागरिकों को जोधपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान से पश्चिम बंगाल भेजा गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) इन सभी को बांग्लादेश भेजने के लिए आगे की कार्रवाई करेगा। दरअसल, पहलगाम में आतंकी हमले के बाद राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने का अभियान चलाया गया। इसके तहत अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर पकड़ा गया और अब उनको वापस बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। घुसपैठियों को लेकर पुलिस और बीएसएफ ने कोऑर्डिनेट किया है। बांग्लादेश सरकार को भी उनके नागरिकों की जानकारी दी गई है। पहले फेज में 148 घुसपैठियों को पश्चिम बंगाल भेजा
डीजी इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल ने कहा- घुसपैठियों को रखने के लिए जयपुर में 2 सेंटर बनाए गए हैं। सीकर से डिटेन घुसपैठियों को जयपुर के डिटेंशन सेंटर में रखा गया था। पहले फेज में जयपुर के प्रतापनगर डिटेंशन सेंटर से 148 घुसपैठियों को बुधवार सुबह जोधपुर लाया गया था। यहां से जोधपुर से पश्चिम बंगाल भेजा गया है। डीजी इंटेलिजेंस ने बताया- पश्चिम बंगाल से इन सभी को बांग्लादेश भेजने की आगे की कार्रवाई सीमा सुरक्षा बल (BSF) करेगा। आगे भी ये कार्रवाई जारी रहेगी। इसी तरह जो अवैध लोग है, उन्हें नियमानुसार डिपोर्ट किया जाएगा। घुसपैठियों के लिए बनाए 6 डिटेंशन सेंटर
राजस्थान में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशेष अभियान के तहत 6 डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें अलवर, उदयपुर का झाड़ोल, नागौर के मेड़ता, बहरोड़ में 1-1 और जयपुर में 2 डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें अलवर का डिटेंशन सेंटर स्थायी है, जबकि घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए 5 अस्थायी डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं। इन डिटेंशन सेंटर में करीब 1008 बांग्लादेशियों को डिटेन किया गया है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से पकड़े जा चुके घुसपैठिए
सीकर से अब तक 393 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा जा चुका है। इनमें अकेले खंडेला में 50 से ज्यादा घुसपैठियों को पकड़ा गया है। सीकर में रहकर ज्यादातर बांग्लादेशी नागरिक ईंट-भट्टों पर काम कर रहे थे। इसी तरह अजमेर जिले में अवैध रूप से रह रहे 31 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। ये अलग-अलग इलाकों में पहचान छुपाकर रह रहे थे। मुख्यमंत्री ने दिए थे विशेष अभियान चलाने के निर्देश
सीएम भजनलाल शर्मा ने 30 अप्रैल को अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने अपने आवास पर आयोजित एक मीटिंग में कहा था कि राज्य की सुरक्षा और सामाजिक समरसता को प्रभावित करने वाले ऐसे तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राजस्थान से बुधवार को 148 बांग्लादेशी घुसपैठियों को डिपोर्ट किया गया है। अवैध रूप से रह रहे इन बांग्लादेशी नागरिकों को जोधपुर एयरपोर्ट से विशेष विमान से पश्चिम बंगाल भेजा गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) इन सभी को बांग्लादेश भेजने के लिए आगे की कार्रवाई करेगा। दरअसल, पहलगाम में आतंकी हमले के बाद राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजने का अभियान चलाया गया। इसके तहत अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर पकड़ा गया और अब उनको वापस बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। घुसपैठियों को लेकर पुलिस और बीएसएफ ने कोऑर्डिनेट किया है। बांग्लादेश सरकार को भी उनके नागरिकों की जानकारी दी गई है। पहले फेज में 148 घुसपैठियों को पश्चिम बंगाल भेजा
डीजी इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल ने कहा- घुसपैठियों को रखने के लिए जयपुर में 2 सेंटर बनाए गए हैं। सीकर से डिटेन घुसपैठियों को जयपुर के डिटेंशन सेंटर में रखा गया था। पहले फेज में जयपुर के प्रतापनगर डिटेंशन सेंटर से 148 घुसपैठियों को बुधवार सुबह जोधपुर लाया गया था। यहां से जोधपुर से पश्चिम बंगाल भेजा गया है। डीजी इंटेलिजेंस ने बताया- पश्चिम बंगाल से इन सभी को बांग्लादेश भेजने की आगे की कार्रवाई सीमा सुरक्षा बल (BSF) करेगा। आगे भी ये कार्रवाई जारी रहेगी। इसी तरह जो अवैध लोग है, उन्हें नियमानुसार डिपोर्ट किया जाएगा। घुसपैठियों के लिए बनाए 6 डिटेंशन सेंटर
राजस्थान में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशेष अभियान के तहत 6 डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें अलवर, उदयपुर का झाड़ोल, नागौर के मेड़ता, बहरोड़ में 1-1 और जयपुर में 2 डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें अलवर का डिटेंशन सेंटर स्थायी है, जबकि घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए 5 अस्थायी डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं। इन डिटेंशन सेंटर में करीब 1008 बांग्लादेशियों को डिटेन किया गया है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से पकड़े जा चुके घुसपैठिए
सीकर से अब तक 393 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा जा चुका है। इनमें अकेले खंडेला में 50 से ज्यादा घुसपैठियों को पकड़ा गया है। सीकर में रहकर ज्यादातर बांग्लादेशी नागरिक ईंट-भट्टों पर काम कर रहे थे। इसी तरह अजमेर जिले में अवैध रूप से रह रहे 31 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। ये अलग-अलग इलाकों में पहचान छुपाकर रह रहे थे। मुख्यमंत्री ने दिए थे विशेष अभियान चलाने के निर्देश
सीएम भजनलाल शर्मा ने 30 अप्रैल को अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने अपने आवास पर आयोजित एक मीटिंग में कहा था कि राज्य की सुरक्षा और सामाजिक समरसता को प्रभावित करने वाले ऐसे तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।