
अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने राज्य में उग्रवादियों की भर्ती, हथियारों की तस्करी और सीमा पार अपराधों से जुड़ा एक गिरोह पकड़ा है। सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि ये गिरोह नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल फॉर तानीलैंड (NSCT) और उसकी सशस्त्र शाखा यूनाइटेड तानी आर्मी (UTA) से जुड़ा हुआ था। तानी समुदाय के लोगों की मांग, तानीलैंड बनाया जाए तानीलैंड एक प्रस्तावित राज्य का नाम है, जिसे तानी समुदाय के लोगों के लिए बनाया जाना है। ये समुदाय भारत के उत्तर-पूर्वी इलाके खासकर असम की सीमा से सटे क्षेत्रों में रहता है। कई संगठनों ने तानीलैंड बनाने की मांग की है। सोशल मीडिया पर फैले धमकी वाले वीडियो और मैसेज के चलते पुलिस ने जनवरी में जांच शुरू की। ये वीडियो और मैसेज NSCT के नेता एंथनी डोक ने जारी की थीं। एंथनी पर पहले ही 20 मामलों में केस चल रहा है। पुलिस ने BNS और UAPA के तहत केस दर्ज किया पुलिस अधीक्षक रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जो युवाओं को यूनाइटेड तानी आर्मी (UTA) में भर्ती कर रहे थे और हथियारों से जुड़ी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खुफिया जानकारी से पता चला कि कुछ लोग पापुम पारे जिले के तरास्सो इलाके से एक छोटे लड़के को म्यांमार के उग्रवादी ट्रेनिंग कैंप में शामिल किया था। आगे की जांच में पता चला कि तीन और लड़कों को जबरन UTA में भर्ती करने के लिए ईटानगर से बाहर ले जाया गया था। SP ने बताया कि उनमें से दो लड़के वापस लौट आए हैं। उन्हें जबरन ट्रेनिंग के दौरान शारीरिक और मानसिक यातना दी गई और उन्हें बहुत ही खराब हालात में रहना पड़ा। उन्होंने बताया कि इस मामले में चार्जशीट पहले ही दायर की जा चुकी है, हालांकि जांच अभी जारी है। लोगों को गिरफ्तार किया, हथियार भी बरामद 30 अप्रैल को पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। वो एनएससीएन-केवाईए (NSCN-KYA) से जुड़ा हुआ था और ठेकेदारों से जबरन पैसे वसूलकर उग्रवादी गतिविधियों के लिए फंड जुटा रहा था। उसके पास से हथियार और गोलियां भी बरामद की गईं। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार व्यक्ति ने बताया कि ईटानगर में एक हथियार तस्करी का नेटवर्क है, जिसका संबंध नगालैंड के उग्रवादी संगठनों से है। SP ने बताया कि इसके बाद और भी लोगों को गिरफ्तार किया गया, हथियार बरामद किए गए और बिना हिसाब-किताब की नकदी भी मिली। हथियारों के रैकेट का संबंध नशे की तस्करी करने वालो से SP ने कहा, ईटानगर पुलिस स्टेशन में एक और मामला दर्ज किया गया है। जिसमें BNS, UAPA की धारा और 13 आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की। इसका उद्देश्य अवैध हथियारों के डिस्ट्रीब्यूशन और छिपाने में शामिल नेटवर्क को निशाना बनाना है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि हथियारों के रैकेट का संबंध नशे की तस्करी करने वाले एक नेटवर्क से है। जो ईटानगर के पास गोहपुर-चिम्पू कॉरिडोर में काम कर रहा था। चिम्पू पुलिस स्टेशन में NDPS एक्ट के तहत तीसरा मामला दर्ज किया गया। दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और कार्रवाई में नशीले पदार्थ भी जब्त किए गए।
अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने राज्य में उग्रवादियों की भर्ती, हथियारों की तस्करी और सीमा पार अपराधों से जुड़ा एक गिरोह पकड़ा है। सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि ये गिरोह नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल फॉर तानीलैंड (NSCT) और उसकी सशस्त्र शाखा यूनाइटेड तानी आर्मी (UTA) से जुड़ा हुआ था। तानी समुदाय के लोगों की मांग, तानीलैंड बनाया जाए तानीलैंड एक प्रस्तावित राज्य का नाम है, जिसे तानी समुदाय के लोगों के लिए बनाया जाना है। ये समुदाय भारत के उत्तर-पूर्वी इलाके खासकर असम की सीमा से सटे क्षेत्रों में रहता है। कई संगठनों ने तानीलैंड बनाने की मांग की है। सोशल मीडिया पर फैले धमकी वाले वीडियो और मैसेज के चलते पुलिस ने जनवरी में जांच शुरू की। ये वीडियो और मैसेज NSCT के नेता एंथनी डोक ने जारी की थीं। एंथनी पर पहले ही 20 मामलों में केस चल रहा है। पुलिस ने BNS और UAPA के तहत केस दर्ज किया पुलिस अधीक्षक रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जो युवाओं को यूनाइटेड तानी आर्मी (UTA) में भर्ती कर रहे थे और हथियारों से जुड़ी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खुफिया जानकारी से पता चला कि कुछ लोग पापुम पारे जिले के तरास्सो इलाके से एक छोटे लड़के को म्यांमार के उग्रवादी ट्रेनिंग कैंप में शामिल किया था। आगे की जांच में पता चला कि तीन और लड़कों को जबरन UTA में भर्ती करने के लिए ईटानगर से बाहर ले जाया गया था। SP ने बताया कि उनमें से दो लड़के वापस लौट आए हैं। उन्हें जबरन ट्रेनिंग के दौरान शारीरिक और मानसिक यातना दी गई और उन्हें बहुत ही खराब हालात में रहना पड़ा। उन्होंने बताया कि इस मामले में चार्जशीट पहले ही दायर की जा चुकी है, हालांकि जांच अभी जारी है। लोगों को गिरफ्तार किया, हथियार भी बरामद 30 अप्रैल को पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। वो एनएससीएन-केवाईए (NSCN-KYA) से जुड़ा हुआ था और ठेकेदारों से जबरन पैसे वसूलकर उग्रवादी गतिविधियों के लिए फंड जुटा रहा था। उसके पास से हथियार और गोलियां भी बरामद की गईं। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार व्यक्ति ने बताया कि ईटानगर में एक हथियार तस्करी का नेटवर्क है, जिसका संबंध नगालैंड के उग्रवादी संगठनों से है। SP ने बताया कि इसके बाद और भी लोगों को गिरफ्तार किया गया, हथियार बरामद किए गए और बिना हिसाब-किताब की नकदी भी मिली। हथियारों के रैकेट का संबंध नशे की तस्करी करने वालो से SP ने कहा, ईटानगर पुलिस स्टेशन में एक और मामला दर्ज किया गया है। जिसमें BNS, UAPA की धारा और 13 आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की। इसका उद्देश्य अवैध हथियारों के डिस्ट्रीब्यूशन और छिपाने में शामिल नेटवर्क को निशाना बनाना है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि हथियारों के रैकेट का संबंध नशे की तस्करी करने वाले एक नेटवर्क से है। जो ईटानगर के पास गोहपुर-चिम्पू कॉरिडोर में काम कर रहा था। चिम्पू पुलिस स्टेशन में NDPS एक्ट के तहत तीसरा मामला दर्ज किया गया। दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और कार्रवाई में नशीले पदार्थ भी जब्त किए गए।