
बागीदौरा (बांसवाड़ा) के भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल के रिश्वत में लिए 20 लाख रुपए सोमवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने (ACB) ने बरामद कर लिए। विधायक ने पैसा भांजे को दे दिया था। भांजे ने पैसे रिश्तेदार को दे दिए। जिसने जमीन में दबा दिए। एसीबी टीम ने जमीन में दबे रुपए निकला लिए। 4 मई को जब एसीबी टीम विधायक के आवास पर पहुंची थी तो एक व्यक्ति ये रुपए लेकर भाग गया था। एसीबी की टीम ने मोबाइल सर्विलांस के आधार पर विधायक के रिश्तेदार जसवंत को लेकर आई। करीब ढाई घंटे की पूछताछ के बाद एसीबी को जसवंत ने बताया कि पैसे जगराम के पास है। इसके बाद टीम जसवंत को लेकर जगराम के जयपुर के प्रतापनगर स्थित इंदिरा गांधी घर लेकर गई। जहां जमीन में दबाए रुपए बरामद किए। पूछताछ में सामने आया कि विधायक ने पैसा लेकर अपने भांजे रोहित को दिया था। रोहित पैसा लेकर विधायक आवास से निकला था। फिर रिश्तेदार जसवंत को पैसा देकर कहा- यह पैसा परिचित जगराम को देना और छिपा देना। इसके बाद जसवंत पैसा लेकर जगराम के घर इंदिरा गांधी नगर गया था। पैसा देकर बोला की प्रॉपर्टी की डीलिंग नहीं हुई है, इसलिए इस पैसे को घर में कही पर छिपा दे। इसके बाद दोनों ने मिलकर पैसा जमीन में दबा दिया था। इधर, विधायक जयकृष्ण पटेल को ACB ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने विधायक और उसके चचेरे भाई को दो दिन की रिमांड पर सौंप दिया। कोर्ट से बाहर आने के बाद विधायक जयकृष्ण पटेल ने कहा- मुझे फंसाया जा रहा है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया। इसके बाद एसीबी टीम विधायक को मुख्यालय लेकर चली गई। वहीं, दूसरी तरफ एसीबी ने विधायक क्वार्टर्स के सभी सीसीटीवी फुटेज को सीज कर लिया है। सर्वर रूम की एफएसएल से जांच करवाई जाएगी। विधायक को सरकारी आवास से किया था गिरफ्तार
एसबी ने 4 मई को विधायक जयकृष्ण पटेल को जयपुर के ज्योतिनगर स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। रविवार शाम से ही ACB विधायक के गनमैन, ड्राइवर, ऑफिस वर्कर और सोशल मीडिया देखने वालों से पूछताछ कर रही थी। कल शाम इन्हें दफ्तर लेकर गई थी। देर रात विधायक के स्टाफ को एसीबी ने छोड़ दिया था। सवाल वापस लेने पर नाराज हुए थे स्पीकर, बोले-विधायकी रहेगी या जाएगी, कोर्ट के फैसले पर तय होगा
जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में जो सवाल पूछे थे, उन्हें वापस लिया तो स्पीकर वासुदेव देवनानी ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि सवाल वापस नहीं लिए जाने चाहिए। घूसकांड के बाद देवनानी ने जयकृष्ण पटेल की विधायकी को लेकर कहा कि ऐसे मामलों में पहले कोर्ट फैसला करेगा, उसके बाद उनकी विधायकी पर निर्णय होगा। शिकायतकर्ता को धमकाया, ढाई करोड़ नहीं दिए तो बर्बाद कर दूंगा
विधायक जयकृष्ण पटेल ने शिकायतकर्ता को कई बार धमकी भी दी थी। वह रविंद्र सिंह से कहता था कि मेरा वर्चस्व इतना है कि विधानसभा में सरकार भी चुप रहती है। ढाई करोड़ रुपए पहुंचा दे, वरना 15 मई तक बर्बाद कर दूंगा। रुपए देने में देरी की तो माइनिंग विभाग के अधिकारियों से खदान बंद करवा दूंगा। ———————————– विधायक रिश्वतकांड से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए… घूसखोर विधायक पटेल के कई सवाल संदेह के घेरे में:हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड पर पूछे प्रश्न; 600 किमी दूर सपोटरा की पंचायतों से जुड़ी जानकारी भी मांगी विधानसभा में सवाल इतने महत्वपूर्ण क्यों?…जिनके विधायक ने मांगे करोड़ों:बड़ा एक्शन करा सकता है एक प्रश्न; 8 विधायकों ने लगा रखे हैं खनन-टेंडर के सवाल कार में बैठकर BAP MLA ने घूसखोरी की रकम गिनी:नोटों के कलर हाथ में लगने से रंगेहाथ पकड़े गए बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल पल-पल के अपडेट के लिए ब्लॉग पढ़िए…
बागीदौरा (बांसवाड़ा) के भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल के रिश्वत में लिए 20 लाख रुपए सोमवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने (ACB) ने बरामद कर लिए। विधायक ने पैसा भांजे को दे दिया था। भांजे ने पैसे रिश्तेदार को दे दिए। जिसने जमीन में दबा दिए। एसीबी टीम ने जमीन में दबे रुपए निकला लिए। 4 मई को जब एसीबी टीम विधायक के आवास पर पहुंची थी तो एक व्यक्ति ये रुपए लेकर भाग गया था। एसीबी की टीम ने मोबाइल सर्विलांस के आधार पर विधायक के रिश्तेदार जसवंत को लेकर आई। करीब ढाई घंटे की पूछताछ के बाद एसीबी को जसवंत ने बताया कि पैसे जगराम के पास है। इसके बाद टीम जसवंत को लेकर जगराम के जयपुर के प्रतापनगर स्थित इंदिरा गांधी घर लेकर गई। जहां जमीन में दबाए रुपए बरामद किए। पूछताछ में सामने आया कि विधायक ने पैसा लेकर अपने भांजे रोहित को दिया था। रोहित पैसा लेकर विधायक आवास से निकला था। फिर रिश्तेदार जसवंत को पैसा देकर कहा- यह पैसा परिचित जगराम को देना और छिपा देना। इसके बाद जसवंत पैसा लेकर जगराम के घर इंदिरा गांधी नगर गया था। पैसा देकर बोला की प्रॉपर्टी की डीलिंग नहीं हुई है, इसलिए इस पैसे को घर में कही पर छिपा दे। इसके बाद दोनों ने मिलकर पैसा जमीन में दबा दिया था। इधर, विधायक जयकृष्ण पटेल को ACB ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने विधायक और उसके चचेरे भाई को दो दिन की रिमांड पर सौंप दिया। कोर्ट से बाहर आने के बाद विधायक जयकृष्ण पटेल ने कहा- मुझे फंसाया जा रहा है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया। इसके बाद एसीबी टीम विधायक को मुख्यालय लेकर चली गई। वहीं, दूसरी तरफ एसीबी ने विधायक क्वार्टर्स के सभी सीसीटीवी फुटेज को सीज कर लिया है। सर्वर रूम की एफएसएल से जांच करवाई जाएगी। विधायक को सरकारी आवास से किया था गिरफ्तार
एसबी ने 4 मई को विधायक जयकृष्ण पटेल को जयपुर के ज्योतिनगर स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। रविवार शाम से ही ACB विधायक के गनमैन, ड्राइवर, ऑफिस वर्कर और सोशल मीडिया देखने वालों से पूछताछ कर रही थी। कल शाम इन्हें दफ्तर लेकर गई थी। देर रात विधायक के स्टाफ को एसीबी ने छोड़ दिया था। सवाल वापस लेने पर नाराज हुए थे स्पीकर, बोले-विधायकी रहेगी या जाएगी, कोर्ट के फैसले पर तय होगा
जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में जो सवाल पूछे थे, उन्हें वापस लिया तो स्पीकर वासुदेव देवनानी ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि सवाल वापस नहीं लिए जाने चाहिए। घूसकांड के बाद देवनानी ने जयकृष्ण पटेल की विधायकी को लेकर कहा कि ऐसे मामलों में पहले कोर्ट फैसला करेगा, उसके बाद उनकी विधायकी पर निर्णय होगा। शिकायतकर्ता को धमकाया, ढाई करोड़ नहीं दिए तो बर्बाद कर दूंगा
विधायक जयकृष्ण पटेल ने शिकायतकर्ता को कई बार धमकी भी दी थी। वह रविंद्र सिंह से कहता था कि मेरा वर्चस्व इतना है कि विधानसभा में सरकार भी चुप रहती है। ढाई करोड़ रुपए पहुंचा दे, वरना 15 मई तक बर्बाद कर दूंगा। रुपए देने में देरी की तो माइनिंग विभाग के अधिकारियों से खदान बंद करवा दूंगा। ———————————– विधायक रिश्वतकांड से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए… घूसखोर विधायक पटेल के कई सवाल संदेह के घेरे में:हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड पर पूछे प्रश्न; 600 किमी दूर सपोटरा की पंचायतों से जुड़ी जानकारी भी मांगी विधानसभा में सवाल इतने महत्वपूर्ण क्यों?…जिनके विधायक ने मांगे करोड़ों:बड़ा एक्शन करा सकता है एक प्रश्न; 8 विधायकों ने लगा रखे हैं खनन-टेंडर के सवाल कार में बैठकर BAP MLA ने घूसखोरी की रकम गिनी:नोटों के कलर हाथ में लगने से रंगेहाथ पकड़े गए बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल पल-पल के अपडेट के लिए ब्लॉग पढ़िए…