जम्मू-कश्मीर में तैनात सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान ने पाकिस्तान की युवती से ऑनलाइन निकाह किया। क्योंकि वीजा कारणों के चलते जवान और उसका परिवार पाकिस्तान नहीं जा सका था। ये निकाह जुलाई 2024 में हुआ था। अब 9 महीने बाद जवान की पत्नी भारत अपने सुसराल आई। लेकिन उसे केवल 15 दिन का ही परमिट मिला है। युवती 1 मार्च को युवती वाघा बॉर्डर होते हुए जम्मू-कश्मीर के हंदवाल गांव पहुंची। जुलाई 2024 हुआ था मुनीर-मेनल का निकाह
दरअसल, मुनीर अहमद जम्मू-कश्मीर के भलवाल में राब्ता तहसील के पास हंदवाल गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती रियासी जिले के शिव खोरी रानसू में CRPF की 72वीं बटालियन में है। कुछ समय पहले मुनीर का रिश्ता पाकिस्तान के सियालकोट में कोटली फकीर चंद में रहने वाली मेनल खान से हुआ था। मेनल के पिता का नाम मोहम्मद असगर खान है। मुनीर पाकिस्तान जाकर मेनल से निकाल की तैयारी में थे, लेकिन वीजा कारणों से ऐसा नहीं हो पा रहा था। इसके बाद परिवार दोनों का ऑनलाइन (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) के जरिए निकाह कराया। निकाह के बाद मेनल को ससुराल आने के लिए 15 दिन का परमिट मिला। वे 1 मार्च को वाघा बॉर्डर पहुंची। वहां पर ससुराल वालों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मेनल को उनकी ससुराल यानी हंदवाल गांव लाया गया मुनीर का परिवार बोला- बहू कानूनी प्रोटोकॉल से भारत आई मेनल के भारत आने पर मुनीर के परिवार ने बताया कि बहू को सभी कानूनी प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद ही भारत लाया गया है। सभी एजेंसियों की परमिशन के बाद ही ऐसा हुआ है। …………………………… ये खबर भी पढ़ें… पाकिस्तानी दुल्हन को देखने उमड़ी महिलाएं: नई बहू ने राजस्थानी अंदाज में बनाया खाना, डीएसटी ने देखे डॉक्यूमेंट और आईडी कार्ड पाकिस्तानी दुल्हन मेहविश अपने ससुराल पहुंची तो पूरे गांव की महिलाएं उसे देखने उमड़ पड़ी। महिलाओं ने नई बहू की मुंह दिखाई की। इसके बाद मेहविश ने देसी अंदाज में राजस्थानी खाना बनाकर सास-ससुर को खिलाया। वहीं, पुलिस मेहविश की हर गतिविधि पर नजर रख रही है। पाकिस्तान से दुल्हन आने की सूचना पर जिले की विशेष टीम (डीएसटी) भी पहुंची और मेहविश के डॉक्यूमेंट और पाकिस्तान के आईडी कार्ड देखे। पूरी खबर पढ़ें…
जम्मू-कश्मीर में तैनात सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान ने पाकिस्तान की युवती से ऑनलाइन निकाह किया। क्योंकि वीजा कारणों के चलते जवान और उसका परिवार पाकिस्तान नहीं जा सका था। ये निकाह जुलाई 2024 में हुआ था। अब 9 महीने बाद जवान की पत्नी भारत अपने सुसराल आई। लेकिन उसे केवल 15 दिन का ही परमिट मिला है। युवती 1 मार्च को युवती वाघा बॉर्डर होते हुए जम्मू-कश्मीर के हंदवाल गांव पहुंची। जुलाई 2024 हुआ था मुनीर-मेनल का निकाह
दरअसल, मुनीर अहमद जम्मू-कश्मीर के भलवाल में राब्ता तहसील के पास हंदवाल गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती रियासी जिले के शिव खोरी रानसू में CRPF की 72वीं बटालियन में है। कुछ समय पहले मुनीर का रिश्ता पाकिस्तान के सियालकोट में कोटली फकीर चंद में रहने वाली मेनल खान से हुआ था। मेनल के पिता का नाम मोहम्मद असगर खान है। मुनीर पाकिस्तान जाकर मेनल से निकाल की तैयारी में थे, लेकिन वीजा कारणों से ऐसा नहीं हो पा रहा था। इसके बाद परिवार दोनों का ऑनलाइन (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) के जरिए निकाह कराया। निकाह के बाद मेनल को ससुराल आने के लिए 15 दिन का परमिट मिला। वे 1 मार्च को वाघा बॉर्डर पहुंची। वहां पर ससुराल वालों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मेनल को उनकी ससुराल यानी हंदवाल गांव लाया गया मुनीर का परिवार बोला- बहू कानूनी प्रोटोकॉल से भारत आई मेनल के भारत आने पर मुनीर के परिवार ने बताया कि बहू को सभी कानूनी प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद ही भारत लाया गया है। सभी एजेंसियों की परमिशन के बाद ही ऐसा हुआ है। …………………………… ये खबर भी पढ़ें… पाकिस्तानी दुल्हन को देखने उमड़ी महिलाएं: नई बहू ने राजस्थानी अंदाज में बनाया खाना, डीएसटी ने देखे डॉक्यूमेंट और आईडी कार्ड पाकिस्तानी दुल्हन मेहविश अपने ससुराल पहुंची तो पूरे गांव की महिलाएं उसे देखने उमड़ पड़ी। महिलाओं ने नई बहू की मुंह दिखाई की। इसके बाद मेहविश ने देसी अंदाज में राजस्थानी खाना बनाकर सास-ससुर को खिलाया। वहीं, पुलिस मेहविश की हर गतिविधि पर नजर रख रही है। पाकिस्तान से दुल्हन आने की सूचना पर जिले की विशेष टीम (डीएसटी) भी पहुंची और मेहविश के डॉक्यूमेंट और पाकिस्तान के आईडी कार्ड देखे। पूरी खबर पढ़ें…