हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि के बाद सुबह और शाम दोबारा ठंड का एहसास होने लगा है। मौसम विभाग का मानना है कि अभी कई दिन तक इसका असर देखने को मिलेगा। 5 मार्च तक ठंडी हवाएं चलेंगी। इस कारण रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। फिलहाल राज्य का अधिकतम तापमान 24 से 25 डिग्री के बीच चल रहा है। यह सामान से 2 डिग्री तक कम है। पिछले 2 दिन राज्य में अच्छी बारिश देखने को मिली है। पानीपत, अंबाला और हिसार में सबसे ज्यादा 10 MM से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा, दक्षिण हरियाणा के कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो लगभग पूरे हरियाणा में बूंदाबांदी से लेकर हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि हुई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों से मीटिंग कर ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की रिपोर्ट बनाने को कहा है। सैनी ने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल के जरिए किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। खीचड़ बोले- पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलवाई रहेगी
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 5 मार्च तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 3 व 4 मार्च के दौरान बीच-बीच में हवाओं में बदलाव आने से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई रहने की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट जारी रहने की संभावना है। परंतु 5 मार्च के बाद उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से फिर से रात्रि तापमान में गिरावट आने की संभावना है। 31 मार्च की रात 12 जिलों में ओले गिरे
राज्य में 27 फरवरी को मौसम ने करवट ली थी। इस दिन कई जिलों में बूंदाबांदी देखने को मिली। 28 फरवरी को अधिकतर जिलों में सुबह बारिश शुरू हो गई। रात को हिसार, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, भिवानी, जींद, चरखी दादरी, रेवाड़ी, नूंह, पलवल और महेंद्रगढ़ में ओले गिरे। इसके अलावा पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम और झज्जर में तेज बारिश हुई। जींद के 20 गांवों में गेहूं की फसल को नुकसान
शुक्रवार को जींद के 20 गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। बुडायन, भौंगरा, दुर्जनपुर, उचाना कलां, खापड़, बरसोला, खटकड़, बड़ौदा, रोजखेड़ा, घोघड़ियां, कुचराना कलां, कुचराना खुर्द, छात्तर, बधाना, नगूरां समेत 20 से ज्यादा गांवों में गेहूं की फसल बिछ गई। नुकसान की भरपाई करने के लिए किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि के बाद सुबह और शाम दोबारा ठंड का एहसास होने लगा है। मौसम विभाग का मानना है कि अभी कई दिन तक इसका असर देखने को मिलेगा। 5 मार्च तक ठंडी हवाएं चलेंगी। इस कारण रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। फिलहाल राज्य का अधिकतम तापमान 24 से 25 डिग्री के बीच चल रहा है। यह सामान से 2 डिग्री तक कम है। पिछले 2 दिन राज्य में अच्छी बारिश देखने को मिली है। पानीपत, अंबाला और हिसार में सबसे ज्यादा 10 MM से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा, दक्षिण हरियाणा के कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो लगभग पूरे हरियाणा में बूंदाबांदी से लेकर हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि हुई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों से मीटिंग कर ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की रिपोर्ट बनाने को कहा है। सैनी ने कहा कि क्षतिपूर्ति पोर्टल के जरिए किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। खीचड़ बोले- पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलवाई रहेगी
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 5 मार्च तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 3 व 4 मार्च के दौरान बीच-बीच में हवाओं में बदलाव आने से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई रहने की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट जारी रहने की संभावना है। परंतु 5 मार्च के बाद उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से फिर से रात्रि तापमान में गिरावट आने की संभावना है। 31 मार्च की रात 12 जिलों में ओले गिरे
राज्य में 27 फरवरी को मौसम ने करवट ली थी। इस दिन कई जिलों में बूंदाबांदी देखने को मिली। 28 फरवरी को अधिकतर जिलों में सुबह बारिश शुरू हो गई। रात को हिसार, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, भिवानी, जींद, चरखी दादरी, रेवाड़ी, नूंह, पलवल और महेंद्रगढ़ में ओले गिरे। इसके अलावा पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम और झज्जर में तेज बारिश हुई। जींद के 20 गांवों में गेहूं की फसल को नुकसान
शुक्रवार को जींद के 20 गांवों में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। बुडायन, भौंगरा, दुर्जनपुर, उचाना कलां, खापड़, बरसोला, खटकड़, बड़ौदा, रोजखेड़ा, घोघड़ियां, कुचराना कलां, कुचराना खुर्द, छात्तर, बधाना, नगूरां समेत 20 से ज्यादा गांवों में गेहूं की फसल बिछ गई। नुकसान की भरपाई करने के लिए किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।