
जयपुर में पांच दिन (30 जनवरी से 3 फरवरी) तक चले साहित्य के उत्सव जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का सोमवार को समापन हो गया। इन पांच दिन इस फेस्टिवल में बॉलीवुड, क्रिकेट, पॉलिटिकिल और साहित्य से जुड़े कई चेहरे शामिल हुए। सभी ने अपने जीवन से लेकर देश-दुनिया, फिल्म, राजनीति पर अपने विचार रखे। इस दौरान स्टेज पर विवाद भी हुआ। एक एक्टर बीच सेशन में स्टेज से उठकर चले गए। जेएलएफ में पिछले पांच दिन क्या-क्या हुआ, आप भी जानिए… सबसे पहले वो तस्वीर, जो JLF में सबसे ज्यादा चर्चित रही… सुधा मूर्ति ने जावेद अख्तर के पैर छुए
जेएलएफ के पहले दिन सबसे ज्यादा चर्चा जावेद अख्तर और सुधा मूर्ति की तस्वीर की रही। जावेद अख्तर की बुक लॉन्चिंग के समय लेखिका और समाजसेवी सुधा मूर्ति उनसे मिलने मंच पर पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने जावेद अख्तर के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। जेएलएफ के दूसरे दिन भी एक तस्वीर चर्चा में रही… फोटो में देखिए JLF के रंग… JLF की पूरी खबरें यहां पढ़िए… मोहिंदर अमरनाथ बोले- BCCI को मेरे सरनेम से दिक्कत थी:अगरकर का नाम लिए बिना कहा- मजबूत सिलेक्टर ही रोहित-विराट पर फैसला लेगा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) की गुरुवार से शुरुआत हो गई है। 5 दिवसीय इस फेस्टिवल में दुनिया भर से 600 से अधिक स्पीकर्स हिस्सा लेंगे। फेस्टिवल में पहले दिन सुधा मूर्ति, जावेद अख्तर, कैलाश सत्यार्थी समेत कई लोगों के सेशन हुए। (पूरी खबर पढ़ें) कैलाश खेर बोले-MBA टाइप के लोग कन्फ्यूज होते हैं:जो ज्यादा कन्फ्यूज, वे सीईओ बन जाते हैं; JLF के मंच पर दो एक्टर में विवाद जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन सिंगर कैलाश खेर ने कहा- एमबीए टाइप के लोग कन्फ्यूज होते हैं, जो ज्यादा कन्फ्यूज होते हैं, वे सीईओ बन जाते हैं। क्योंकि उनके पास कन्फ्यूज लोगों की टीम होती है। यह मेरी अगली किताब का नाम होगा। कोई रिवील नहीं करता, लेकिन मैं कर रहा हूं। (पूरी खबर पढ़ें) नारायण मूर्ति की बेटी ने पूछा-बर्थडे-पार्टी क्यों नहीं करने दी?:मां सुधा बोलीं-मैंने फ्रूटी-समोसा दिया; 3000 सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदली, उन्होंने मुझ पर टमाटर फेंके जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति ने मां सुधा मूर्ति अपने बचपन और परवरिश को लेकर बातचीत की। फ्रंट लॉन में हुए माई मदर माई लाइफ सेशन में अक्षता ने मां से पूछा कि उन्होंने हमें बचपन में पार्टी क्यों नहीं करने दी, इसका मुझे तब बुरा भी लगा था। (पूरी खबर पढ़ें) शशि थरूर बोले- हिंदुत्व राजनीतिक हथियार:यह हिंदुइज्म को सीमित करता है; पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के समय मीडिया ने मुझे ट्रोल किया जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) के चौथे दिन सांसद-लेखक शशि थरूर ने कहा- हिंदुत्व और हिंदुइज्म दो अलग-अलग चीजें हैं। मैंने हिंदू धर्म की जितनी किताबें पढ़ी हैं, उनसे हिंदुत्व से कोई मेल नहीं है। यह सिर्फ एक राजनीतिक हथियार है। (पूरी खबर पढ़ें) इम्तियाज अली बोले-फिल्ममेकर को गालियां-पत्थर उसके नाम से मिलने चाहिए:ज्यादा इज्जत नहीं दी जाए; नोबेल पुरस्कार प्राप्त अर्थशास्त्री बोले-टैक्स कम करने की बजाय रोजगार दें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का सोमवार को समापन हो गया। जेएलएफ अगले साल 15 से 19 जनवरी तक होगा। JLF के आखिरी दिन फिल्म डायरेक्टर इम्तियाज अली ने कहा- मुझे इम्तियाज ही कहिए। इम्तियाज जी सुनना ऐसा लगता है, जैसे किसी और का नाम हो। मुझे लगता है कि फिल्ममेकर को ज्यादा रेस्पेक्ट (इज्जत) नहीं दी जानी चाहिए। एक फिल्ममेकर को गालियां-पत्थर उसके नाम से ही मिलने चाहिए। (पूरी खबर पढ़ें)
जयपुर में पांच दिन (30 जनवरी से 3 फरवरी) तक चले साहित्य के उत्सव जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का सोमवार को समापन हो गया। इन पांच दिन इस फेस्टिवल में बॉलीवुड, क्रिकेट, पॉलिटिकिल और साहित्य से जुड़े कई चेहरे शामिल हुए। सभी ने अपने जीवन से लेकर देश-दुनिया, फिल्म, राजनीति पर अपने विचार रखे। इस दौरान स्टेज पर विवाद भी हुआ। एक एक्टर बीच सेशन में स्टेज से उठकर चले गए। जेएलएफ में पिछले पांच दिन क्या-क्या हुआ, आप भी जानिए… सबसे पहले वो तस्वीर, जो JLF में सबसे ज्यादा चर्चित रही… सुधा मूर्ति ने जावेद अख्तर के पैर छुए
जेएलएफ के पहले दिन सबसे ज्यादा चर्चा जावेद अख्तर और सुधा मूर्ति की तस्वीर की रही। जावेद अख्तर की बुक लॉन्चिंग के समय लेखिका और समाजसेवी सुधा मूर्ति उनसे मिलने मंच पर पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने जावेद अख्तर के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। जेएलएफ के दूसरे दिन भी एक तस्वीर चर्चा में रही… फोटो में देखिए JLF के रंग… JLF की पूरी खबरें यहां पढ़िए… मोहिंदर अमरनाथ बोले- BCCI को मेरे सरनेम से दिक्कत थी:अगरकर का नाम लिए बिना कहा- मजबूत सिलेक्टर ही रोहित-विराट पर फैसला लेगा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) की गुरुवार से शुरुआत हो गई है। 5 दिवसीय इस फेस्टिवल में दुनिया भर से 600 से अधिक स्पीकर्स हिस्सा लेंगे। फेस्टिवल में पहले दिन सुधा मूर्ति, जावेद अख्तर, कैलाश सत्यार्थी समेत कई लोगों के सेशन हुए। (पूरी खबर पढ़ें) कैलाश खेर बोले-MBA टाइप के लोग कन्फ्यूज होते हैं:जो ज्यादा कन्फ्यूज, वे सीईओ बन जाते हैं; JLF के मंच पर दो एक्टर में विवाद जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन सिंगर कैलाश खेर ने कहा- एमबीए टाइप के लोग कन्फ्यूज होते हैं, जो ज्यादा कन्फ्यूज होते हैं, वे सीईओ बन जाते हैं। क्योंकि उनके पास कन्फ्यूज लोगों की टीम होती है। यह मेरी अगली किताब का नाम होगा। कोई रिवील नहीं करता, लेकिन मैं कर रहा हूं। (पूरी खबर पढ़ें) नारायण मूर्ति की बेटी ने पूछा-बर्थडे-पार्टी क्यों नहीं करने दी?:मां सुधा बोलीं-मैंने फ्रूटी-समोसा दिया; 3000 सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदली, उन्होंने मुझ पर टमाटर फेंके जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति ने मां सुधा मूर्ति अपने बचपन और परवरिश को लेकर बातचीत की। फ्रंट लॉन में हुए माई मदर माई लाइफ सेशन में अक्षता ने मां से पूछा कि उन्होंने हमें बचपन में पार्टी क्यों नहीं करने दी, इसका मुझे तब बुरा भी लगा था। (पूरी खबर पढ़ें) शशि थरूर बोले- हिंदुत्व राजनीतिक हथियार:यह हिंदुइज्म को सीमित करता है; पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के समय मीडिया ने मुझे ट्रोल किया जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) के चौथे दिन सांसद-लेखक शशि थरूर ने कहा- हिंदुत्व और हिंदुइज्म दो अलग-अलग चीजें हैं। मैंने हिंदू धर्म की जितनी किताबें पढ़ी हैं, उनसे हिंदुत्व से कोई मेल नहीं है। यह सिर्फ एक राजनीतिक हथियार है। (पूरी खबर पढ़ें) इम्तियाज अली बोले-फिल्ममेकर को गालियां-पत्थर उसके नाम से मिलने चाहिए:ज्यादा इज्जत नहीं दी जाए; नोबेल पुरस्कार प्राप्त अर्थशास्त्री बोले-टैक्स कम करने की बजाय रोजगार दें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) का सोमवार को समापन हो गया। जेएलएफ अगले साल 15 से 19 जनवरी तक होगा। JLF के आखिरी दिन फिल्म डायरेक्टर इम्तियाज अली ने कहा- मुझे इम्तियाज ही कहिए। इम्तियाज जी सुनना ऐसा लगता है, जैसे किसी और का नाम हो। मुझे लगता है कि फिल्ममेकर को ज्यादा रेस्पेक्ट (इज्जत) नहीं दी जानी चाहिए। एक फिल्ममेकर को गालियां-पत्थर उसके नाम से ही मिलने चाहिए। (पूरी खबर पढ़ें)