
प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार (29 जनवरी) रात हुई भगदड़ में धौलपुर के एक किसान की भी मौत हो गई। किसान अपने परिवार के साथ स्नान करने के बाद संगम तट पर बैठा था। इस दौरान मची भगदड़ में भीड़ ने उन्हें कुचल दिया। वहीं, उनकी बहू को पोते ने दौड़ते लोगों के पैरों के बीच से खींचकर बचा लिया। किसान किशन बलदेव (71) के परिवार को आरोप है कि गुरुवार को जब उन्हें शव मिला तो इस पर कोई नंबर भी नहीं था। मौनी अमावस्या के दौरान महाकुंभ में मची भगदड़ में अब तक राजस्थान के 3 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। एक के बाद एक कई लोग गिरे किसान के पोते विशंभर सिंह (50) ने बताया कि जिस समय भगदड़ मची। उस समय दादा और मां रामवती (65) लोगों के पैरों के नीचे आ गए। इस दौरान उन्होंने अपनी मां को खींच लिया, लेकिन कृष्ण बलदेव लोगों के पैरों के नीचे फंस गए। जिनके ऊपर एक के बाद एक कई लोग गिर गए। उन्हें मुश्किल से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। विशंभर सिंह ने बताया कि परिवार गांव के दूसरे लोगों के साथ 28 जनवरी को महाकुंभ में पहुंचा था। शाम 4 बजे स्नान करने के बाद किशन बलदेव (71) व अन्य लोग 29 जनवरी को होने वाले शाही स्नान का इंतजार करने लगे। इसी दौरान रात करीब 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई। बिना नंबर के दिया शव, सरकार बता रही कम मौतें विशंभर सिंह ने बताया कि अस्पताल की मॉर्चुरी में शवों के ढेर लगे हुए थे। किशन बलदेव के पोस्टमॉर्टम के बाद उनके शव को गुरुवार शाम को दिया गया। जिस पर कोई भी नंबर का टैग नहीं था। उन्होंने बताया कि कई शवों पर नंबर लिखे हुए थे। उन्होंने दावा किया कि मौत का आंकड़ा सरकारी आंकड़े से कई गुना ज्यादा है। संगम से लौटकर फसल में देना था पानी
किशन के बेटे रामलाल ने बताया कि शाही स्नान पर जाने से पूर्व उनके पिता खेतों की देखभाल करने के लिए कह कर गए थे। संगम स्नान से लौटने के बाद उनके पिता को खेतों में फसल में पानी देना था। किशन बलदेव के दो पुत्र रेवती प्रसाद और रामलाल मजदूरी करके अपना घर चलते हैं, जबकि किशन बलदेव डेढ़ बीघा पुश्तैनी जमीन पर खेती करते थे। उनकी पत्नी मीरा की 16 साल पहले मौत हो गई थी। ….. राजस्थान के श्रद्धालुओं की महाकुंभ में मौत की ये खबर भी पढ़िए… महाकुंभ भगदड़ में राजस्थान के 3 श्रद्धालुओं की मौत:जयपुर की दो महिला लापता, ढूंढने निकले परिवार; पाली की गुम हुई प्यारी देवी मिलीं उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मंगलवार रात 1.30 बजे हुई भगदड़ में राजस्थान के तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। ये मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए पहुंचे थे। भगदड़ में पति-पत्नी एक-दूसरे से बिछड़ गए। पूरी खबर पढ़िए…
प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार (29 जनवरी) रात हुई भगदड़ में धौलपुर के एक किसान की भी मौत हो गई। किसान अपने परिवार के साथ स्नान करने के बाद संगम तट पर बैठा था। इस दौरान मची भगदड़ में भीड़ ने उन्हें कुचल दिया। वहीं, उनकी बहू को पोते ने दौड़ते लोगों के पैरों के बीच से खींचकर बचा लिया। किसान किशन बलदेव (71) के परिवार को आरोप है कि गुरुवार को जब उन्हें शव मिला तो इस पर कोई नंबर भी नहीं था। मौनी अमावस्या के दौरान महाकुंभ में मची भगदड़ में अब तक राजस्थान के 3 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। एक के बाद एक कई लोग गिरे किसान के पोते विशंभर सिंह (50) ने बताया कि जिस समय भगदड़ मची। उस समय दादा और मां रामवती (65) लोगों के पैरों के नीचे आ गए। इस दौरान उन्होंने अपनी मां को खींच लिया, लेकिन कृष्ण बलदेव लोगों के पैरों के नीचे फंस गए। जिनके ऊपर एक के बाद एक कई लोग गिर गए। उन्हें मुश्किल से बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। विशंभर सिंह ने बताया कि परिवार गांव के दूसरे लोगों के साथ 28 जनवरी को महाकुंभ में पहुंचा था। शाम 4 बजे स्नान करने के बाद किशन बलदेव (71) व अन्य लोग 29 जनवरी को होने वाले शाही स्नान का इंतजार करने लगे। इसी दौरान रात करीब 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई। बिना नंबर के दिया शव, सरकार बता रही कम मौतें विशंभर सिंह ने बताया कि अस्पताल की मॉर्चुरी में शवों के ढेर लगे हुए थे। किशन बलदेव के पोस्टमॉर्टम के बाद उनके शव को गुरुवार शाम को दिया गया। जिस पर कोई भी नंबर का टैग नहीं था। उन्होंने बताया कि कई शवों पर नंबर लिखे हुए थे। उन्होंने दावा किया कि मौत का आंकड़ा सरकारी आंकड़े से कई गुना ज्यादा है। संगम से लौटकर फसल में देना था पानी
किशन के बेटे रामलाल ने बताया कि शाही स्नान पर जाने से पूर्व उनके पिता खेतों की देखभाल करने के लिए कह कर गए थे। संगम स्नान से लौटने के बाद उनके पिता को खेतों में फसल में पानी देना था। किशन बलदेव के दो पुत्र रेवती प्रसाद और रामलाल मजदूरी करके अपना घर चलते हैं, जबकि किशन बलदेव डेढ़ बीघा पुश्तैनी जमीन पर खेती करते थे। उनकी पत्नी मीरा की 16 साल पहले मौत हो गई थी। ….. राजस्थान के श्रद्धालुओं की महाकुंभ में मौत की ये खबर भी पढ़िए… महाकुंभ भगदड़ में राजस्थान के 3 श्रद्धालुओं की मौत:जयपुर की दो महिला लापता, ढूंढने निकले परिवार; पाली की गुम हुई प्यारी देवी मिलीं उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान मंगलवार रात 1.30 बजे हुई भगदड़ में राजस्थान के तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। ये मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए पहुंचे थे। भगदड़ में पति-पत्नी एक-दूसरे से बिछड़ गए। पूरी खबर पढ़िए…