
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने पंचकूला में पंचायती राज विभाग के रिटायर्ड अकाउंट अफसर के घर रेड की। इस दौरान अलमारी और बेड में छुपाए 3.60 करोड़ कैश और सोने-चांदी के गहने बरामद किए गए। कैश इतना ज्यादा था कि ACB की टीम को इसे गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। ACB की टीम की यह कार्रवाई पलवल जिले में हसनपुर के ब्लॉक विकास एवं पंचायत अफसर (BDPO) के ऑफिस में हुए 50 करोड़ के घोटाले के मामले में हुई। जिसमें लॉगइन आईडी का मिसयूज कर फंड आवंटित किया गया। इसके बाद उस फंड को सही दिखाने के लिए एक फर्म के नाम पर बार-बार फर्जी बिल काटे गए। सोमवार रात शुरू हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने क्लर्क और अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया है। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… ऑडिट रिपोर्ट में हुआ था घपले का खुलासा
ACB के मुताबिक पंचायत विभाग ने शिकायत दी थी कि कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। इसका खुलासा विकास एवं पंचायत विभाग के कार्यालय निदेशक की ऑडिट रिपोर्ट में हुआ। प्रदेश के चीफ अकाउंटेंट जनरल (प्रधान महालेखाकार) ने इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें कहा कि विभाग के मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगइन आईडी से बिना उचित अथॉरिटी और मंजूरी के वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में पलवल के जिला विकास एवं पंचायत अफसर (DDPO) को फंड आवंटित कर दिया गया। इस आवंटित फंड को सही दिखाने के लिए पलवल जिले के हसनपुर स्थित BDPO कार्यालय ने एक निजी फर्म मैसर्ज दीपक मैनपावर सर्विस के नाम पर बार-बार फर्जी बिल तैयार करवाए। इस तरह विभाग में लगभग 50 करोड़ रुपए का घपला किया गया। BDPO कार्यालय के क्लर्क से हुई गिरफ्तारी की शुरुआत
इस शिकायत पर ACB ने 24 जनवरी को FIR दर्ज की। इसमें पलवल जिले के हसनपुर स्थित BDPO कार्यालय के क्लर्क राकेश कुमार को नामजद किया गया। उसके साथ विवादित फर्म मैसर्ज दीपक मैनपावर सर्विस, हसनपुर BDPO कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी, पलवल के DDPO कार्यालय, विभाग के कार्यालय निदेशक और अन्य प्राइवेट लोगों को आरोपी बनाया। इनके खिलाफ आईटी एक्ट 2000 के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी लगाई गईं। इसके बाद कार्रवाई करते हुए 25 जनवरी को ACB की टीम ने राकेश कुमार को गिरफ्तार किया। टीम ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर 31 जनवरी तक रिमांड पर लिया। पंचकूला में रिटायर अधिकारी के घर दबिश
आरोपी से पूछताछ के बाद 27 जनवरी की रात को ACB ने पलवल और पंचकूला में दबिश दी। इस दौरान टीम ने पलवल के होडल में रहने वाले आरोपी सतपाल सिंह को गिरफ्तार किया। वह पलवल के BDPO कार्यालय में अकाउंटेंट है। इसके साथ ही टीम ने पंचकूला में कार्रवाई कर सेक्टर-26 में रह रहे पंचायती राज विभाग के रिटायर्ड अकाउंट अफसर शमशेर सिंह को गिरफ्तार भी किया। वह चंडीगढ़ में विभाग के अतिरिक्त कार्यालय निदेशक के पद पर तैनात था और 30 नवंबर 2024 को रिटायर हो चुका है। अलमारियों और बेड से मिला करोड़ों का कैश
पंचकूला में कार्रवाई के दौरान ACB ने रिटायर्ड अफसर के घर की तलाशी भी ली। इस खोजबीन में टीम को अलमारियों और बेड से कुल 3 करोड़ 65 लाख 36 हजार 300 रुपए कैश और 6 लाख 65 हजार रुपए के सोने-चांदी के आभूषण बरामद हुए। टीम ने इन्हें जब्त कर लिया। टीम का कहना है कि एक आरोपी रिमांड पर है और बाकी दोनों को रिमांड पर लिया जा रहा है। इनसे पूछताछ कर कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने पंचकूला में पंचायती राज विभाग के रिटायर्ड अकाउंट अफसर के घर रेड की। इस दौरान अलमारी और बेड में छुपाए 3.60 करोड़ कैश और सोने-चांदी के गहने बरामद किए गए। कैश इतना ज्यादा था कि ACB की टीम को इसे गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। ACB की टीम की यह कार्रवाई पलवल जिले में हसनपुर के ब्लॉक विकास एवं पंचायत अफसर (BDPO) के ऑफिस में हुए 50 करोड़ के घोटाले के मामले में हुई। जिसमें लॉगइन आईडी का मिसयूज कर फंड आवंटित किया गया। इसके बाद उस फंड को सही दिखाने के लिए एक फर्म के नाम पर बार-बार फर्जी बिल काटे गए। सोमवार रात शुरू हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने क्लर्क और अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया है। सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… ऑडिट रिपोर्ट में हुआ था घपले का खुलासा
ACB के मुताबिक पंचायत विभाग ने शिकायत दी थी कि कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। इसका खुलासा विकास एवं पंचायत विभाग के कार्यालय निदेशक की ऑडिट रिपोर्ट में हुआ। प्रदेश के चीफ अकाउंटेंट जनरल (प्रधान महालेखाकार) ने इस संबंध में रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें कहा कि विभाग के मुख्य लेखा अधिकारी की लॉगइन आईडी से बिना उचित अथॉरिटी और मंजूरी के वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में पलवल के जिला विकास एवं पंचायत अफसर (DDPO) को फंड आवंटित कर दिया गया। इस आवंटित फंड को सही दिखाने के लिए पलवल जिले के हसनपुर स्थित BDPO कार्यालय ने एक निजी फर्म मैसर्ज दीपक मैनपावर सर्विस के नाम पर बार-बार फर्जी बिल तैयार करवाए। इस तरह विभाग में लगभग 50 करोड़ रुपए का घपला किया गया। BDPO कार्यालय के क्लर्क से हुई गिरफ्तारी की शुरुआत
इस शिकायत पर ACB ने 24 जनवरी को FIR दर्ज की। इसमें पलवल जिले के हसनपुर स्थित BDPO कार्यालय के क्लर्क राकेश कुमार को नामजद किया गया। उसके साथ विवादित फर्म मैसर्ज दीपक मैनपावर सर्विस, हसनपुर BDPO कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी, पलवल के DDPO कार्यालय, विभाग के कार्यालय निदेशक और अन्य प्राइवेट लोगों को आरोपी बनाया। इनके खिलाफ आईटी एक्ट 2000 के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराएं भी लगाई गईं। इसके बाद कार्रवाई करते हुए 25 जनवरी को ACB की टीम ने राकेश कुमार को गिरफ्तार किया। टीम ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर 31 जनवरी तक रिमांड पर लिया। पंचकूला में रिटायर अधिकारी के घर दबिश
आरोपी से पूछताछ के बाद 27 जनवरी की रात को ACB ने पलवल और पंचकूला में दबिश दी। इस दौरान टीम ने पलवल के होडल में रहने वाले आरोपी सतपाल सिंह को गिरफ्तार किया। वह पलवल के BDPO कार्यालय में अकाउंटेंट है। इसके साथ ही टीम ने पंचकूला में कार्रवाई कर सेक्टर-26 में रह रहे पंचायती राज विभाग के रिटायर्ड अकाउंट अफसर शमशेर सिंह को गिरफ्तार भी किया। वह चंडीगढ़ में विभाग के अतिरिक्त कार्यालय निदेशक के पद पर तैनात था और 30 नवंबर 2024 को रिटायर हो चुका है। अलमारियों और बेड से मिला करोड़ों का कैश
पंचकूला में कार्रवाई के दौरान ACB ने रिटायर्ड अफसर के घर की तलाशी भी ली। इस खोजबीन में टीम को अलमारियों और बेड से कुल 3 करोड़ 65 लाख 36 हजार 300 रुपए कैश और 6 लाख 65 हजार रुपए के सोने-चांदी के आभूषण बरामद हुए। टीम ने इन्हें जब्त कर लिया। टीम का कहना है कि एक आरोपी रिमांड पर है और बाकी दोनों को रिमांड पर लिया जा रहा है। इनसे पूछताछ कर कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।