हरियाणा में हांसी 23वां जिला घोषित किया गया है। दो दिन में ही इसे कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गई। अब एक सप्ताह के भीतर नोटिफिकेशन जारी करने की बात CM नायब सैनी ने कही है। सियासी इतिहास देखा जाए प्रदेश में 5 सीएम ने 15 जिले बनवाए। इसमें गजब संयोग ये रहा है कि जिस भी मुख्यमंत्री ने नया जिला बनाया, अगले चुनाव में वो बहुमत से चूक गए। भूपेंद्र हुड्डा ने पहले कार्यकाल में 2005 में मेवात और 2008 में पलवल जिला बनाया। 2009 में सरकार बनाने के लिए उन्हें हजकां के विधायक तोड़ने पड़े। इसी तरह मनोहरलाल खट्टर ने 2016 में दादरी जिला बनाया। 2019 में बहुमत जुटाने के लिए JJP का सहारा लेना पड़ा। हालांकि एक फैक्ट ये भी है कि जिस पार्टी की सरकार में जिला बनाया, उस नए जिले में उस पार्टी का लंबे समय तक दबदबा रहा। चौ. देवीलाल ने तो एक ही दिन में 4 जिले बनाने की घोषणा की थी। जबकि उनके बेटे ओमप्रकाश चौटाला जो 5 बार में कुल 6 साल सीएम रहे, उन्होंने एक भी जिला नहीं बनाया। वे इकलौते फुल टाइमर सीएम हैं, जिन्होंने जिला नहीं बनाया।
अब हांसी को जिला बनाने को भाजपा का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है। हांसी जिले के साथ लगती सीटें नारनौंद, हिसार, बरवाला, बवानीखेड़ा और नलवा में फायदा मिलने की उम्मीद है। नारनौंद को छोड़ दें तो बाकी सभी विधानसभा में भाजपा के ही विधायक हैं। नए जिले बनाने के पीछे हमेशा दो तर्क रहे हैं- पहला प्रशासनिक सुविधा और दूसरा राजनीतिक लाभ। आइए जानते हैं किस मुख्यमंत्री ने कौन से जिले बनाएं… उधर, हांसी के नया जिला बनने के बाद हलचल तेज
वहीं, नए जिले की घोषणा के बाद हांसी में हलचल तेज हो गई है। DC व अन्य अधिकारियों के बैठने व उनके कार्यालय को लेकर मंथन चलता रहा। विधायक विनोद भयाना के अनुसार उपायुक्त उपमंडल कार्यालय में ही बैठेंगे और जल्द ही उनके लिए एक स्थायी कार्यालय तैयार किया जाएगा। डीसी कार्यालय के साथ-साथ आने वाले समय में अन्य आवश्यक विभागों के कार्यालय भी हांसी में स्थापित किए जाएंगे। यह कहां बनेंगे इसके लिए मंथन जारी है। 8 साल बाद हिसार रेंज में 5 जिले शामिल
दूसरी ओर हांसी जिले का स्वरूप तय कर लिया गया है। हरियाणा कैबिनेट ने हांसी को 23वां जिला बनाने की मंजूरी दे दी है। हांसी जिले में हांसी और नारनौंद विधानसभा क्षेत्रों के 110 गांव शामिल होंगे। नए जिले में 2 उप मंडल, 3 तहसील, 1 उप-तहसील और 3 ब्लॉक होंगे। सरकार ने जिला बनाने के लिए 4 मंत्रियों की एक कमेटी बनाई हुई है। कमेटी को बवानीखेड़ा के 22 गांवों का रेज्युलेशन मिल चुका है। इन पंचायतों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से भिवानी की जगह हांसी में शामिल होने का मांग पत्र सौंपा था। इसके अलावा हांसी को जिला बनाने से 8 साल बाद हिसार रेंज में फिर से 5 जिले हो जाएंगे। 2017 में भिवानी रोहतक रेंज में शामिल हो गया था। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… हरियाणा के 23वें जिले को कैबिनेट की मंजूरी:हांसी में 110 गांव शामिल होंगे, लिस्ट जारी; 2 उपमंडल और 3 तहसीलें बनाईं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में हांसी को नया जिला बनाने की मंजूरी मिल गई है। इस निर्णय के साथ ही हांसी हरियाणा राज्य का 23वां जिला होगा। विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता में गठित राज्य पुनर्गठन समिति ने 9 दिसंबर, 2025 को अपनी बैठक में जिला हांसी के गठन को स्वीकृति देते हुए इसकी सिफारिश की थी। इसे बाद में मुख्यमंत्री की मंजूरी मिली। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में हांसी 23वां जिला घोषित किया गया है। दो दिन में ही इसे कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गई। अब एक सप्ताह के भीतर नोटिफिकेशन जारी करने की बात CM नायब सैनी ने कही है। सियासी इतिहास देखा जाए प्रदेश में 5 सीएम ने 15 जिले बनवाए। इसमें गजब संयोग ये रहा है कि जिस भी मुख्यमंत्री ने नया जिला बनाया, अगले चुनाव में वो बहुमत से चूक गए। भूपेंद्र हुड्डा ने पहले कार्यकाल में 2005 में मेवात और 2008 में पलवल जिला बनाया। 2009 में सरकार बनाने के लिए उन्हें हजकां के विधायक तोड़ने पड़े। इसी तरह मनोहरलाल खट्टर ने 2016 में दादरी जिला बनाया। 2019 में बहुमत जुटाने के लिए JJP का सहारा लेना पड़ा। हालांकि एक फैक्ट ये भी है कि जिस पार्टी की सरकार में जिला बनाया, उस नए जिले में उस पार्टी का लंबे समय तक दबदबा रहा। चौ. देवीलाल ने तो एक ही दिन में 4 जिले बनाने की घोषणा की थी। जबकि उनके बेटे ओमप्रकाश चौटाला जो 5 बार में कुल 6 साल सीएम रहे, उन्होंने एक भी जिला नहीं बनाया। वे इकलौते फुल टाइमर सीएम हैं, जिन्होंने जिला नहीं बनाया।
अब हांसी को जिला बनाने को भाजपा का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है। हांसी जिले के साथ लगती सीटें नारनौंद, हिसार, बरवाला, बवानीखेड़ा और नलवा में फायदा मिलने की उम्मीद है। नारनौंद को छोड़ दें तो बाकी सभी विधानसभा में भाजपा के ही विधायक हैं। नए जिले बनाने के पीछे हमेशा दो तर्क रहे हैं- पहला प्रशासनिक सुविधा और दूसरा राजनीतिक लाभ। आइए जानते हैं किस मुख्यमंत्री ने कौन से जिले बनाएं… उधर, हांसी के नया जिला बनने के बाद हलचल तेज
वहीं, नए जिले की घोषणा के बाद हांसी में हलचल तेज हो गई है। DC व अन्य अधिकारियों के बैठने व उनके कार्यालय को लेकर मंथन चलता रहा। विधायक विनोद भयाना के अनुसार उपायुक्त उपमंडल कार्यालय में ही बैठेंगे और जल्द ही उनके लिए एक स्थायी कार्यालय तैयार किया जाएगा। डीसी कार्यालय के साथ-साथ आने वाले समय में अन्य आवश्यक विभागों के कार्यालय भी हांसी में स्थापित किए जाएंगे। यह कहां बनेंगे इसके लिए मंथन जारी है। 8 साल बाद हिसार रेंज में 5 जिले शामिल
दूसरी ओर हांसी जिले का स्वरूप तय कर लिया गया है। हरियाणा कैबिनेट ने हांसी को 23वां जिला बनाने की मंजूरी दे दी है। हांसी जिले में हांसी और नारनौंद विधानसभा क्षेत्रों के 110 गांव शामिल होंगे। नए जिले में 2 उप मंडल, 3 तहसील, 1 उप-तहसील और 3 ब्लॉक होंगे। सरकार ने जिला बनाने के लिए 4 मंत्रियों की एक कमेटी बनाई हुई है। कमेटी को बवानीखेड़ा के 22 गांवों का रेज्युलेशन मिल चुका है। इन पंचायतों ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से भिवानी की जगह हांसी में शामिल होने का मांग पत्र सौंपा था। इसके अलावा हांसी को जिला बनाने से 8 साल बाद हिसार रेंज में फिर से 5 जिले हो जाएंगे। 2017 में भिवानी रोहतक रेंज में शामिल हो गया था। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें… हरियाणा के 23वें जिले को कैबिनेट की मंजूरी:हांसी में 110 गांव शामिल होंगे, लिस्ट जारी; 2 उपमंडल और 3 तहसीलें बनाईं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में हांसी को नया जिला बनाने की मंजूरी मिल गई है। इस निर्णय के साथ ही हांसी हरियाणा राज्य का 23वां जिला होगा। विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता में गठित राज्य पुनर्गठन समिति ने 9 दिसंबर, 2025 को अपनी बैठक में जिला हांसी के गठन को स्वीकृति देते हुए इसकी सिफारिश की थी। इसे बाद में मुख्यमंत्री की मंजूरी मिली। पूरी खबर पढ़ें…