हरियाणा के नूंह जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर गांव नौसेरा के समीप तेज रफ्तार वाहन ने पीछे से कार सवार दंपती को टक्कर मार दी। इसके बाद कार आगे जा रही दूसरी गाड़ी से टकरा गई। रफ्तार तेज होने की वजह से कार के परखच्चे उड़ गए। इसमें सवार पति-पत्नी की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ, जब दोनों हिंडौन से दिल्ली जा रहे थे। करीब नौ घंटे तक दोनों कार में ही पड़े हाईवे पर तड़पते रहे, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली। नौ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को कार से निकलवाया।दोनों की डेडबॉडी कार में अगल-बगल में पड़ी थी। पुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद दोनों ने बाहर निकलने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुए। व्यक्ति दम तोड़ने से पहले किसी तरह पत्नी के पास पहुंच गया था और उसे अपनी बांहों में ले लिया था। इसके बाद ही दोनों की मौत हुई होगी। पुलिस ने दोनों के शव बाहर निकलवाए और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे। उधर, रात पर परिवार वाले दोनों के मोबाइल पर कॉल करते रहे। सुबह जब पुलिसकर्मियों मौके पर पहुंचे तो उन्होंने कॉल रिसीव की और हादसे की जानकारी परिवार को लगी। इसके बाद परिजन नूंह पहुंचे और शव को अपने साथ ले गए। मृतकों की पहचान राजस्थान के जिला करौली तहसील हिंडौन के गांव कोटापुरियान निवासी लच्छी राम (42) और उनकी पत्नी कुसुमलता के रूप में हुई। लच्छी राम दिल्ली में काम करता था। वह किसी काम से पत्नी के साथ हिंडौन आया था। लौटते वक्त यह हादसा हुआ। उधर, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के महाप्रबंधक एवं परियोजना निदेशक प्रमोद कौशिक ने बताया कि हादसे के बाद संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाब मांगा हैं। इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए कैसे हुआ हादसा… गुरुवार की सुबह किया अंतिम संस्कार, 4 बच्चे अनाथ हुए
देवी सिंह ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही वह अपने परिवार के लोगों के साथ नूंह के सरकारी अस्पताल पहुंचा। 3 दिसंबर की देर शाम उन्हें दोनों के शव पोस्टमॉर्टम के बाद मिले। दोनों का अंतिम संस्कार गुरुवार की सुबह गांव में ही किया गया है। हादसे के बाद परिवार में गम का माहौल है। दोनों के चार बच्चे हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने मामले में अज्ञात वहां ड्राइवर के खिलाफ के दर्ज कर लिया है। पुलिस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुटी हुई है, ताकि आरोपी वाहन ड्राइवर का पता लग सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हादसे की जांच के आदेश जारी
उधर, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के महाप्रबंधक एवं परियोजना निदेशक प्रमोद कौशिक ने बताया कि हादसे के बाद संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाब मांगा हैं। इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। एक्सप्रेसवे की देखरेख करने वाले पीपीसी ठेकेदार और अथॉरिटी इंजीनियर से एक्सप्लेनेशन मांगा है। जांच के जो भी फैक्ट निकलकर सामने आते हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी होती है।
हरियाणा के नूंह जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर गांव नौसेरा के समीप तेज रफ्तार वाहन ने पीछे से कार सवार दंपती को टक्कर मार दी। इसके बाद कार आगे जा रही दूसरी गाड़ी से टकरा गई। रफ्तार तेज होने की वजह से कार के परखच्चे उड़ गए। इसमें सवार पति-पत्नी की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ, जब दोनों हिंडौन से दिल्ली जा रहे थे। करीब नौ घंटे तक दोनों कार में ही पड़े हाईवे पर तड़पते रहे, लेकिन किसी ने उनकी सुध नहीं ली। नौ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को कार से निकलवाया।दोनों की डेडबॉडी कार में अगल-बगल में पड़ी थी। पुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद दोनों ने बाहर निकलने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुए। व्यक्ति दम तोड़ने से पहले किसी तरह पत्नी के पास पहुंच गया था और उसे अपनी बांहों में ले लिया था। इसके बाद ही दोनों की मौत हुई होगी। पुलिस ने दोनों के शव बाहर निकलवाए और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे। उधर, रात पर परिवार वाले दोनों के मोबाइल पर कॉल करते रहे। सुबह जब पुलिसकर्मियों मौके पर पहुंचे तो उन्होंने कॉल रिसीव की और हादसे की जानकारी परिवार को लगी। इसके बाद परिजन नूंह पहुंचे और शव को अपने साथ ले गए। मृतकों की पहचान राजस्थान के जिला करौली तहसील हिंडौन के गांव कोटापुरियान निवासी लच्छी राम (42) और उनकी पत्नी कुसुमलता के रूप में हुई। लच्छी राम दिल्ली में काम करता था। वह किसी काम से पत्नी के साथ हिंडौन आया था। लौटते वक्त यह हादसा हुआ। उधर, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के महाप्रबंधक एवं परियोजना निदेशक प्रमोद कौशिक ने बताया कि हादसे के बाद संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाब मांगा हैं। इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए कैसे हुआ हादसा… गुरुवार की सुबह किया अंतिम संस्कार, 4 बच्चे अनाथ हुए
देवी सिंह ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही वह अपने परिवार के लोगों के साथ नूंह के सरकारी अस्पताल पहुंचा। 3 दिसंबर की देर शाम उन्हें दोनों के शव पोस्टमॉर्टम के बाद मिले। दोनों का अंतिम संस्कार गुरुवार की सुबह गांव में ही किया गया है। हादसे के बाद परिवार में गम का माहौल है। दोनों के चार बच्चे हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने मामले में अज्ञात वहां ड्राइवर के खिलाफ के दर्ज कर लिया है। पुलिस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुटी हुई है, ताकि आरोपी वाहन ड्राइवर का पता लग सके। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हादसे की जांच के आदेश जारी
उधर, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के महाप्रबंधक एवं परियोजना निदेशक प्रमोद कौशिक ने बताया कि हादसे के बाद संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाब मांगा हैं। इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, इसकी पूरी जांच कराई जाएगी। एक्सप्रेसवे की देखरेख करने वाले पीपीसी ठेकेदार और अथॉरिटी इंजीनियर से एक्सप्लेनेशन मांगा है। जांच के जो भी फैक्ट निकलकर सामने आते हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी होती है।