
UP-बिहार में बिना बीमारी मरीजों की सर्जरी करने वाले डॉक्टर अब जांच के घेरे में हैं। दैनिक भास्कर के खुलासे के बाद UP से लेकर बिहार तक जांच शुरू हो गई है। आयुष्मान भारत योजना का पैसा खाने के लिए फर्जी सर्जरी करने वाले पडरौना के डॉक्टर पुष्कर यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। डॉक्टर पुष्कर के नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल का आयुष्मान लाइसेंस सस्पेंड करते हुए योजना से हुए इलाज का पैसा रोक दिया गया है। कुशीनगर के प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा है कि 3 दिनों में मामला CM योगी तक पहुंचेगा। जिसके बाद कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है। मंत्री ने बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। साल 2024 में कुशीनगर में आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ था, लेकिन छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई कर मामले को दबा दिया गया। इस खुलासे के बाद एक बार फिर 50 लाख से अधिक का फर्जीवाड़ा चर्चा में है। पढ़िए भास्कर का खुलासा जिससे स्वास्थ्य महकमे में मच गया हड़कंप… स्टिंग में डॉक्टर बोला- पहले स्टोन डालेंगे फिर सर्जरी कर के निकाल देंगे
दैनिक भास्कर ने 22 जनवरी को UP–बिहार के अस्पतालों में बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी का बड़ा खुलासा किया। आयुष्मान भारत योजना का पैसा डकारने के लिए ये फर्जीवाड़ा चल रहा था। यूपी के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, गाजीपुर, मऊ और गाजीपुर में 25 से अधिक अस्पतालों की छानबीन के बाद पडरौना के नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल में फर्जीवाडे का बड़ा इनपुट मिला। हॉस्पिटल संचालक बनकर हमने नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल के पुष्कर यादव से डील की तो उन्होंने आयुष्मान योजना का पैसा बंदरबांट करने के लिए फर्जी सर्जरी का ट्रेंड बताया। बिना बीमारी वाले मरीजों को यूरिन के रास्ते पथरी डालकर फिर सर्जरी कर निकालने के साथ पुष्कर यादव ने गैस वाले मरीजों को भी आयुष्मान में भर्ती कर ऑपरेशन करने की बात कही। 22 जनवरी को अस्पताल में पहुंची जांच टीम
22 जनवरी को खबर पब्लिश होते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल पहुंच गई। जांच टीम ने 3 महीने में आयुष्मान कार्ड से हुए इलाज का लेखाजोखा मांगा। ऐसे मरीजों की रैंडम जांच के लिए अस्पताल से लाभार्थियों की डिटेल ली गई। 4 घंटे तक चली जांच के बाद भी कोई अफसर मुंह खोलने को तैयार नहीं था, इसलिए एक एक्सपर्ट के साथ 4 सदस्यीय जांच टीम दूसरे दिन भी अस्पताल पहुंची। 22 जनवरी को ही पडरौना थाने की पुलिस भी अस्पताल पहुंची और घंटों जांच पड़ताल करती रही। मीडिया के सवाल पर आरोपी डॉक्टर पुष्कर यादव ने बताया- जांच टीम ने हॉस्पिटल के डॉक्यूमेंट्स देखे हैं। कई जरूरी डॉक्यूमेंट भी जांच टीम साथ ले गई है। अस्पताल में कौन-कौन से मरीज भर्ती हैं, रैंडम कुछ मरीजों से बात की गई। कुछ मरीजों का डेटा भी जांच टीम साथ ले गई है। कुशीनगर CMO ऑफिस से डॉक्टर पुष्कर यादव को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया। स्टेट हेल्थ एजेंसी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना उत्तर प्रदेश ने हॉस्पिटल को पत्र जारी किया, जिसमें 5 दिनों में स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। डॉक्टर के बचाव में उतरे विधायक, पत्रकारों से धक्का-मुक्की हुई
24 जनवरी को कुशीनगर के प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा हुआ। दरअसल, कॉन्फ्रेंस के दौरान लोकल पत्रकारों ने भास्कर की खबर को लेकर जब प्रभारी मंत्री से सवाल किया तो उन्होंने मामला संज्ञान में होने और अधिकारियों की बैठक के बाद इस पर बात करने को कहा। इसी बीच तमकुही राज विधायक डॉ. असीम राय मंत्री की बातों को काटते हुए वीडियो पर सवाल खड़ा करने लगे। उन्होंने कहा कि ‘पहले वीडियो की सत्यता की जांच होगी। वीडियो सही पाया गया तभी कोई कार्रवाई होगी।’ वीडियो की FSL से जांच कराने और गलत होने पर पत्रकारों पर कार्रवाई की बात कहने पर मीडिया कर्मी भड़क गए और विधायक से धक्का-मुक्की हो गई। मंत्री ने कहा-3 दिनों में होगी कार्रवाई
पत्रकारों ने कहा कि ‘आप मामले में लीपापोती कर रहे हैं।’ इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार कर दिया। मंत्री और अन्य विधायकों ने हाथ जोड़कर मामले को शांत कराया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के थोड़ी देर बाद FIR
प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुए विवाद के थोड़ी देर बाद ही CMO ने डॉक्टर पुष्कर यादव पर केस दर्ज करवा दिया। CO सदर अभिषेक प्रताप अजेय ने मुकदमा दर्ज करने की जानकारी देते हुए कहा ‘अब पुलिस की जांच शुरू हो गई है। CMO ने आवेदन देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धारा में केस दर्ज किया है।’ इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर पुष्कर यादव के नव ज्योति हॉस्पिटल का आयुष्मान योजना का लाइसेंस रद्द कर दिया। जिस CMO ऑफिस से आयुष्मान में फर्जीवाड़ा हुआ उसी के अफसरों से जांच
कुशीनगर पुलिस ने साल 2024 में आयुष्मान योजना में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। फर्जी मरीज, फर्जी बिल और फर्जी वैरिफिकेशन कर सरकारी पैसों के बंदरबांट के इस गंभीर मामले के तार सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों से जुड़े थे। कुशीनगर CMO ऑफिस से चल रहे फर्जीवाड़े में 50 लाख से अधिक की गड़बड़ी की गई थी। आयुष्मान योजना से जुड़े अनीश अहमद, डॉ. दीपक कुशवाहा, अखिलेश शर्मा और मंदीप गौंड ने पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद कई बड़े खुलासे किए थे। खबर के बाद पुराना मामला भी चर्चा में है। बड़ी बात तो ये है कि उस दौरान भी CMO डॉ. सुरेश पटारिया थे जो अभी भी उसी पद पर तैनात हैं। हालांकि CMO ऑफिस में उस दौरान 4 आरोपियों के अलावा और कोई नाम सामने नहीं आया था। इस मामले में विभाग की जांच को लेकर जब स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों से बात की गई तो बताया गया आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले सभी आरोपी जेल में हैं। डिप्टी CM ने कहा था-जांच होगी, अब तक नहीं आया आदेश
UP के डिप्टी CM और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन 4 दिन बाद भी सरकार से कोई आदेश जांच के लिए नहीं आया है। ——————————— अब देखिए और पढ़िए वो खबर जिसमें भास्कर ने आयुष्मान में हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा किया था… भास्कर इन्वेस्टिगेशन ‘यूरिन के रास्ते पत्थर डालेंगे, 24 घंटे बाद निकाल देंगे’:बिना बीमारी हो रहा मरीजों का ऑपरेशन; UP–बिहार के अस्पताल एक्सपोज UP–बिहार के अस्पतालों में बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी कर दी जा रही है। ऐसे लोगों को टारगेट किया जा रहा है, जिनके पास आयुष्मान कार्ड है। मरीजों को हॉस्पिटल तक ले जाने के लिए छोटे हेल्थ सेंटर से लेकर बड़े अस्पतालों तक के बीच नेक्सस बना हुआ है। UP–बिहार बॉर्डर से सटे जिलों में दलालों का पूरा नेटवर्क एक्टिव है। भास्कर की इन्वेस्टिगेटिव टीम ने महीनेभर इन जिलों की खाक छानी। दोनों राज्यों की बॉर्डर के आसपास बने अस्पतालों को स्कैन किया। हमें कई ऐसे अस्पतालों के बारे में पता चला जहां बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी कर दी जा रही है। मामले का पर्दाफाश करने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने हेल्थ सेंटर संचालक बनकर एक बड़े हॉस्पिटल से डील की। पूरी खबर पढ़ें।
UP-बिहार में बिना बीमारी मरीजों की सर्जरी करने वाले डॉक्टर अब जांच के घेरे में हैं। दैनिक भास्कर के खुलासे के बाद UP से लेकर बिहार तक जांच शुरू हो गई है। आयुष्मान भारत योजना का पैसा खाने के लिए फर्जी सर्जरी करने वाले पडरौना के डॉक्टर पुष्कर यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। डॉक्टर पुष्कर के नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल का आयुष्मान लाइसेंस सस्पेंड करते हुए योजना से हुए इलाज का पैसा रोक दिया गया है। कुशीनगर के प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा है कि 3 दिनों में मामला CM योगी तक पहुंचेगा। जिसके बाद कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है। मंत्री ने बड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। साल 2024 में कुशीनगर में आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ था, लेकिन छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई कर मामले को दबा दिया गया। इस खुलासे के बाद एक बार फिर 50 लाख से अधिक का फर्जीवाड़ा चर्चा में है। पढ़िए भास्कर का खुलासा जिससे स्वास्थ्य महकमे में मच गया हड़कंप… स्टिंग में डॉक्टर बोला- पहले स्टोन डालेंगे फिर सर्जरी कर के निकाल देंगे
दैनिक भास्कर ने 22 जनवरी को UP–बिहार के अस्पतालों में बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी का बड़ा खुलासा किया। आयुष्मान भारत योजना का पैसा डकारने के लिए ये फर्जीवाड़ा चल रहा था। यूपी के गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, गाजीपुर, मऊ और गाजीपुर में 25 से अधिक अस्पतालों की छानबीन के बाद पडरौना के नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल में फर्जीवाडे का बड़ा इनपुट मिला। हॉस्पिटल संचालक बनकर हमने नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल के पुष्कर यादव से डील की तो उन्होंने आयुष्मान योजना का पैसा बंदरबांट करने के लिए फर्जी सर्जरी का ट्रेंड बताया। बिना बीमारी वाले मरीजों को यूरिन के रास्ते पथरी डालकर फिर सर्जरी कर निकालने के साथ पुष्कर यादव ने गैस वाले मरीजों को भी आयुष्मान में भर्ती कर ऑपरेशन करने की बात कही। 22 जनवरी को अस्पताल में पहुंची जांच टीम
22 जनवरी को खबर पब्लिश होते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए नव जीवन ज्योति हॉस्पिटल पहुंच गई। जांच टीम ने 3 महीने में आयुष्मान कार्ड से हुए इलाज का लेखाजोखा मांगा। ऐसे मरीजों की रैंडम जांच के लिए अस्पताल से लाभार्थियों की डिटेल ली गई। 4 घंटे तक चली जांच के बाद भी कोई अफसर मुंह खोलने को तैयार नहीं था, इसलिए एक एक्सपर्ट के साथ 4 सदस्यीय जांच टीम दूसरे दिन भी अस्पताल पहुंची। 22 जनवरी को ही पडरौना थाने की पुलिस भी अस्पताल पहुंची और घंटों जांच पड़ताल करती रही। मीडिया के सवाल पर आरोपी डॉक्टर पुष्कर यादव ने बताया- जांच टीम ने हॉस्पिटल के डॉक्यूमेंट्स देखे हैं। कई जरूरी डॉक्यूमेंट भी जांच टीम साथ ले गई है। अस्पताल में कौन-कौन से मरीज भर्ती हैं, रैंडम कुछ मरीजों से बात की गई। कुछ मरीजों का डेटा भी जांच टीम साथ ले गई है। कुशीनगर CMO ऑफिस से डॉक्टर पुष्कर यादव को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया। स्टेट हेल्थ एजेंसी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना उत्तर प्रदेश ने हॉस्पिटल को पत्र जारी किया, जिसमें 5 दिनों में स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। डॉक्टर के बचाव में उतरे विधायक, पत्रकारों से धक्का-मुक्की हुई
24 जनवरी को कुशीनगर के प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा हुआ। दरअसल, कॉन्फ्रेंस के दौरान लोकल पत्रकारों ने भास्कर की खबर को लेकर जब प्रभारी मंत्री से सवाल किया तो उन्होंने मामला संज्ञान में होने और अधिकारियों की बैठक के बाद इस पर बात करने को कहा। इसी बीच तमकुही राज विधायक डॉ. असीम राय मंत्री की बातों को काटते हुए वीडियो पर सवाल खड़ा करने लगे। उन्होंने कहा कि ‘पहले वीडियो की सत्यता की जांच होगी। वीडियो सही पाया गया तभी कोई कार्रवाई होगी।’ वीडियो की FSL से जांच कराने और गलत होने पर पत्रकारों पर कार्रवाई की बात कहने पर मीडिया कर्मी भड़क गए और विधायक से धक्का-मुक्की हो गई। मंत्री ने कहा-3 दिनों में होगी कार्रवाई
पत्रकारों ने कहा कि ‘आप मामले में लीपापोती कर रहे हैं।’ इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस का बहिष्कार कर दिया। मंत्री और अन्य विधायकों ने हाथ जोड़कर मामले को शांत कराया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के थोड़ी देर बाद FIR
प्रभारी मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुए विवाद के थोड़ी देर बाद ही CMO ने डॉक्टर पुष्कर यादव पर केस दर्ज करवा दिया। CO सदर अभिषेक प्रताप अजेय ने मुकदमा दर्ज करने की जानकारी देते हुए कहा ‘अब पुलिस की जांच शुरू हो गई है। CMO ने आवेदन देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की गंभीर धारा में केस दर्ज किया है।’ इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर पुष्कर यादव के नव ज्योति हॉस्पिटल का आयुष्मान योजना का लाइसेंस रद्द कर दिया। जिस CMO ऑफिस से आयुष्मान में फर्जीवाड़ा हुआ उसी के अफसरों से जांच
कुशीनगर पुलिस ने साल 2024 में आयुष्मान योजना में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। फर्जी मरीज, फर्जी बिल और फर्जी वैरिफिकेशन कर सरकारी पैसों के बंदरबांट के इस गंभीर मामले के तार सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों से जुड़े थे। कुशीनगर CMO ऑफिस से चल रहे फर्जीवाड़े में 50 लाख से अधिक की गड़बड़ी की गई थी। आयुष्मान योजना से जुड़े अनीश अहमद, डॉ. दीपक कुशवाहा, अखिलेश शर्मा और मंदीप गौंड ने पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद कई बड़े खुलासे किए थे। खबर के बाद पुराना मामला भी चर्चा में है। बड़ी बात तो ये है कि उस दौरान भी CMO डॉ. सुरेश पटारिया थे जो अभी भी उसी पद पर तैनात हैं। हालांकि CMO ऑफिस में उस दौरान 4 आरोपियों के अलावा और कोई नाम सामने नहीं आया था। इस मामले में विभाग की जांच को लेकर जब स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों से बात की गई तो बताया गया आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले सभी आरोपी जेल में हैं। डिप्टी CM ने कहा था-जांच होगी, अब तक नहीं आया आदेश
UP के डिप्टी CM और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही थी, लेकिन 4 दिन बाद भी सरकार से कोई आदेश जांच के लिए नहीं आया है। ——————————— अब देखिए और पढ़िए वो खबर जिसमें भास्कर ने आयुष्मान में हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा किया था… भास्कर इन्वेस्टिगेशन ‘यूरिन के रास्ते पत्थर डालेंगे, 24 घंटे बाद निकाल देंगे’:बिना बीमारी हो रहा मरीजों का ऑपरेशन; UP–बिहार के अस्पताल एक्सपोज UP–बिहार के अस्पतालों में बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी कर दी जा रही है। ऐसे लोगों को टारगेट किया जा रहा है, जिनके पास आयुष्मान कार्ड है। मरीजों को हॉस्पिटल तक ले जाने के लिए छोटे हेल्थ सेंटर से लेकर बड़े अस्पतालों तक के बीच नेक्सस बना हुआ है। UP–बिहार बॉर्डर से सटे जिलों में दलालों का पूरा नेटवर्क एक्टिव है। भास्कर की इन्वेस्टिगेटिव टीम ने महीनेभर इन जिलों की खाक छानी। दोनों राज्यों की बॉर्डर के आसपास बने अस्पतालों को स्कैन किया। हमें कई ऐसे अस्पतालों के बारे में पता चला जहां बिना बीमारी के ही मरीजों की सर्जरी कर दी जा रही है। मामले का पर्दाफाश करने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने हेल्थ सेंटर संचालक बनकर एक बड़े हॉस्पिटल से डील की। पूरी खबर पढ़ें।