हरियाणा आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में चंडीगढ़ पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) की धीमी जांच को लेकर परिवार में नाराजगी है। परिवार की लीगल टीम ने इसे लेकर नाराजगी भी जताई है। हालांकि, एसआईटी की ओर से बताया गया है कि यह पूरा मामला हाई प्रोफाइल है। यही वजह है कि जांच हर एंगल पर की जा रही है। अभी केस से जुड़े कई अहम गवाहों के बयान दर्ज हाेने हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट आनी बाकी हैं। इसके अलावा केस से जुड़े कई ऐसे दस्तावेज हैं जो हरियाणा सरकार की ओर से आने हैं। एसआईटी ने बताया कि जल्द ही चंडीगढ़ पुलिस रोहतक के पूर्व SP नरेंद्र बिजारणियां और दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार की बेटी से भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगी। सुशील नहीं दूसरे गनमैन के पिस्टल से सुसाइड
जांच में चंडीगढ़ पुलिस की SIT की जांच में सामने आया है कि पूरन कुमार ने अपने पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) सुशील कुमार की रिवॉल्वर से नहीं, बल्कि गनमैन सुनीत कुमार की रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी थी। घटना वाले दिन यानी 7 अक्टूबर को सुनीत कुमार की ड्यूटी पूरन कुमार के सेक्टर-11 स्थित आवास पर ही थी। अब पुलिस डिपार्टमेंटल जांच कर रही है कि सुनीत कुमार की रिवॉल्वर IPS अफसर के पास कैसे पहुंची? बताया जा रहा है कि वाई पूरन कुमार की जब अंबाला रेंज में पोस्टिंग थी, तभी से सुनीत कुमार उनके गनमैन के तौर पर साथ हैं। घटना के बाद जांच टीम ने वो पिस्टल अपने कब्जे में ली हुई है, जिसको फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। अब जानिए मीटिंग में क्या हुआ और जांच कहां पहुंची…. 1. तीन हफ्ते बाद भी नहीं आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
पोस्टमॉर्टम के लगभग तीन हफ्ते बीत जाने के बावजूद SIT ने अभी तक एक भी प्रेस ब्रीफिंग या निष्कर्षों पर अपडेट जारी नहीं किया है। जैसे कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या निकला, रोहतक में जो FIR दर्ज हुई है, उसका क्या हुआ, या ये सुसाइड से जुड़ा है या नहीं। IPS अफसर के परिवार वाले इस बात से बहुत नाराज हैं और मीटिंग में ये मुद्दा उठाया। 2. सुसाइड के दिन ही फाइनल नोट टाइप हुआ
जांच में पता चला है कि सुसाइड नोट पूरन कुमार के लैपटॉप पर उसी दिन टाइप किया गया था, जिस दिन उन्होंने सुसाइड किया था। SIT के अनुसार, इससे सुसाइड की बात सच साबित होती है। हालांकि, पूरन कुमार की पत्नी IAS अफसर अमनीत पी. कुमार, ने लैपटॉप वापस मांगा है, लेकिन पुलिस ने इसे यह कहते हुए वापस नहीं किया कि यह एक महत्वपूर्ण सबूत है और इसे अभी जारी नहीं किया जा सकता। 3. सरकार से नहीं मिले जरूरी दस्तावेज
चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों ने हरियाणा पुलिस और राज्य सरकार से संबंधित रिकॉर्ड और दस्तावेज मिलने में देरी की बात स्वीकार की है, जिससे जांच धीमी हुई है। एसआईटी कथित तौर पर रोहतक की एफआईआर और संबंधित फाइलों की जांच कर रही है, ताकि मामले और पूरन कुमार के सुसाइड के बीच स्पष्ट संबंध पता चल सके। SIT ने सरकार ने 32 दस्तावेज मांगे थे। 4. दो अहम गवाहों के बयान बाकी
SIT ने इस मामले में कई अधिकारियों और पुलिसवालों से पूछताछ की है, लेकिन अभी भी दो अहम गवाहों के बयान लेने बाकी हैं। इनमें पूरन कुमार की बेटी भी शामिल है, जिसने सबसे पहले उनका शव देखा था। इसके अलावा, रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजारणिया, जिनका नाम विवाद में आया था, उन्हें भी अभी तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है, जबकि घटना के बाद उन्हें एसपी के पद से हटा दिया गया था। 5. SIT से परिवार ने अनुरोध किया
SIT के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि वे अभी भी पूरन कुमार की बेटी के बयान का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि परिवार ने कहा है कि बेटी अभी परेशान है, वे चाहते हैं कि उसका बयान उसकी स्कूल की परीक्षाओं के बाद लिया जाए। उम्मीद है कि बयान इसी हफ्ते दर्ज किया जाएगा। घर में काम करने वाले कर्मचारियों के बयान पहले ही लिए जा चुके हैं। ————————————- ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा के IPS पूरन कुमार के PSO की जेल बदली:रोहतक से अंबाला शिफ्ट किया; पत्नी ने जान का खतरा बताया था हरियाणा के सीनियर IPS वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में अहम गवाह PSO सुशील कुमार की जेल बदल दी गई है। सुशील को सुरक्षा कारणों से रोहतक जेल से अंबाला जेल शिफ्ट कर दिया गया है। आईजी जेल आलोक राय ने बताया है कि सुशील की पत्नी सोनी देवी ने दावा किया था कि रोहतक जेल में उनके पति को जान का खतरा है और उसे जेल में यातनाएं दी जा रही हैं। पढ़ें पूरी खबर…
हरियाणा आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में चंडीगढ़ पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) की धीमी जांच को लेकर परिवार में नाराजगी है। परिवार की लीगल टीम ने इसे लेकर नाराजगी भी जताई है। हालांकि, एसआईटी की ओर से बताया गया है कि यह पूरा मामला हाई प्रोफाइल है। यही वजह है कि जांच हर एंगल पर की जा रही है। अभी केस से जुड़े कई अहम गवाहों के बयान दर्ज हाेने हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट आनी बाकी हैं। इसके अलावा केस से जुड़े कई ऐसे दस्तावेज हैं जो हरियाणा सरकार की ओर से आने हैं। एसआईटी ने बताया कि जल्द ही चंडीगढ़ पुलिस रोहतक के पूर्व SP नरेंद्र बिजारणियां और दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार की बेटी से भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगी। सुशील नहीं दूसरे गनमैन के पिस्टल से सुसाइड
जांच में चंडीगढ़ पुलिस की SIT की जांच में सामने आया है कि पूरन कुमार ने अपने पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) सुशील कुमार की रिवॉल्वर से नहीं, बल्कि गनमैन सुनीत कुमार की रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी थी। घटना वाले दिन यानी 7 अक्टूबर को सुनीत कुमार की ड्यूटी पूरन कुमार के सेक्टर-11 स्थित आवास पर ही थी। अब पुलिस डिपार्टमेंटल जांच कर रही है कि सुनीत कुमार की रिवॉल्वर IPS अफसर के पास कैसे पहुंची? बताया जा रहा है कि वाई पूरन कुमार की जब अंबाला रेंज में पोस्टिंग थी, तभी से सुनीत कुमार उनके गनमैन के तौर पर साथ हैं। घटना के बाद जांच टीम ने वो पिस्टल अपने कब्जे में ली हुई है, जिसको फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। अब जानिए मीटिंग में क्या हुआ और जांच कहां पहुंची…. 1. तीन हफ्ते बाद भी नहीं आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
पोस्टमॉर्टम के लगभग तीन हफ्ते बीत जाने के बावजूद SIT ने अभी तक एक भी प्रेस ब्रीफिंग या निष्कर्षों पर अपडेट जारी नहीं किया है। जैसे कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या निकला, रोहतक में जो FIR दर्ज हुई है, उसका क्या हुआ, या ये सुसाइड से जुड़ा है या नहीं। IPS अफसर के परिवार वाले इस बात से बहुत नाराज हैं और मीटिंग में ये मुद्दा उठाया। 2. सुसाइड के दिन ही फाइनल नोट टाइप हुआ
जांच में पता चला है कि सुसाइड नोट पूरन कुमार के लैपटॉप पर उसी दिन टाइप किया गया था, जिस दिन उन्होंने सुसाइड किया था। SIT के अनुसार, इससे सुसाइड की बात सच साबित होती है। हालांकि, पूरन कुमार की पत्नी IAS अफसर अमनीत पी. कुमार, ने लैपटॉप वापस मांगा है, लेकिन पुलिस ने इसे यह कहते हुए वापस नहीं किया कि यह एक महत्वपूर्ण सबूत है और इसे अभी जारी नहीं किया जा सकता। 3. सरकार से नहीं मिले जरूरी दस्तावेज
चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों ने हरियाणा पुलिस और राज्य सरकार से संबंधित रिकॉर्ड और दस्तावेज मिलने में देरी की बात स्वीकार की है, जिससे जांच धीमी हुई है। एसआईटी कथित तौर पर रोहतक की एफआईआर और संबंधित फाइलों की जांच कर रही है, ताकि मामले और पूरन कुमार के सुसाइड के बीच स्पष्ट संबंध पता चल सके। SIT ने सरकार ने 32 दस्तावेज मांगे थे। 4. दो अहम गवाहों के बयान बाकी
SIT ने इस मामले में कई अधिकारियों और पुलिसवालों से पूछताछ की है, लेकिन अभी भी दो अहम गवाहों के बयान लेने बाकी हैं। इनमें पूरन कुमार की बेटी भी शामिल है, जिसने सबसे पहले उनका शव देखा था। इसके अलावा, रोहतक के तत्कालीन एसपी नरेंद्र बिजारणिया, जिनका नाम विवाद में आया था, उन्हें भी अभी तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है, जबकि घटना के बाद उन्हें एसपी के पद से हटा दिया गया था। 5. SIT से परिवार ने अनुरोध किया
SIT के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि वे अभी भी पूरन कुमार की बेटी के बयान का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि परिवार ने कहा है कि बेटी अभी परेशान है, वे चाहते हैं कि उसका बयान उसकी स्कूल की परीक्षाओं के बाद लिया जाए। उम्मीद है कि बयान इसी हफ्ते दर्ज किया जाएगा। घर में काम करने वाले कर्मचारियों के बयान पहले ही लिए जा चुके हैं। ————————————- ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा के IPS पूरन कुमार के PSO की जेल बदली:रोहतक से अंबाला शिफ्ट किया; पत्नी ने जान का खतरा बताया था हरियाणा के सीनियर IPS वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में अहम गवाह PSO सुशील कुमार की जेल बदल दी गई है। सुशील को सुरक्षा कारणों से रोहतक जेल से अंबाला जेल शिफ्ट कर दिया गया है। आईजी जेल आलोक राय ने बताया है कि सुशील की पत्नी सोनी देवी ने दावा किया था कि रोहतक जेल में उनके पति को जान का खतरा है और उसे जेल में यातनाएं दी जा रही हैं। पढ़ें पूरी खबर…