भारतीय सेना ने एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा है जो उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी के पास बेंगडुबी सैन्य स्टेशन पर असैनिक मजदूर के रूप में काम कर रहा था। इसके पास से आधार, पैन और वोटर आईडी भी मिले हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि हाल ही में बेंगडुबी सैन्य स्टेशन में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सभी नागरिक कर्मियों का पुनः सत्यापन अभियान चलाया जा रहा था। मजदूरों के दस्तावेजों की जांच के दौरान एक व्यक्ति पर शक हुआ। आगे की तलाशी और जांच में उसके पास बांग्लादेश का राष्ट्रीय पहचान पत्र मिला। रणनीतिक रूप से संवेदनशील चिकन्स नेक के पास स्थित सैन्य अड्डे पर जांच के दौरान उसे पकड़ा गया। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि व्यक्ति को आगे की जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया गया। अधिकारी ने कहा कि सैन्य खुफिया एजेंसियां और जमीनी स्तर पर तैनात सैनिक सैन्य स्टेशनों की सुरक्षा के लिए किसी भी संभावित खतरे की पहचान करने के लिए सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि यह सक्रिय अभियान अलग-अलग अंतराल पर जारी रहेगा। सत्यापन प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी- सेना
उन्होंने बयान में कहा, इस घटना से पता चलता है कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक फर्जी भारतीय दस्तावेजों के जरिये देश में रोजगार पा रहे हैं। सेना ने कहा कि इस प्रकार की सक्रिय जांच और सत्यापन प्रक्रिया आगे भी समय-समय पर जारी रहेगी, ताकि किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे को समय रहते रोका जा सके। ये खबर भी पढ़ें: अजमेर में एक और बांग्लादेशी गिरफ्तार, अब तक 55 पकड़े:पहले पश्चिम बंगाल में मजदूरी की, फिर ट्रेन में बैठकर राजस्थान आया
अजमेर के दरगाह क्षेत्र में अपनी पहचान छिपाकर फूल उठाने व साफ-सफाई का काम करने वाला युवक बांग्लादेशी घुसपैठिया निकला। जिसे 21 सितंबर को अजमेर जिला पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोलह खम्भा से पकड़ा। आरोपी ने पश्चिम बंगाल में मजदूरी की और बाद में ट्रेन में बैठकर अजमेर आया। अब तक दरगाह क्षेत्र में 55 बांग्लादेशी पकड़े जा चुके है। पढ़ें पूरी खबर…
भारतीय सेना ने एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा है जो उत्तर बंगाल में सिलीगुड़ी के पास बेंगडुबी सैन्य स्टेशन पर असैनिक मजदूर के रूप में काम कर रहा था। इसके पास से आधार, पैन और वोटर आईडी भी मिले हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि हाल ही में बेंगडुबी सैन्य स्टेशन में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सभी नागरिक कर्मियों का पुनः सत्यापन अभियान चलाया जा रहा था। मजदूरों के दस्तावेजों की जांच के दौरान एक व्यक्ति पर शक हुआ। आगे की तलाशी और जांच में उसके पास बांग्लादेश का राष्ट्रीय पहचान पत्र मिला। रणनीतिक रूप से संवेदनशील चिकन्स नेक के पास स्थित सैन्य अड्डे पर जांच के दौरान उसे पकड़ा गया। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि व्यक्ति को आगे की जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया गया। अधिकारी ने कहा कि सैन्य खुफिया एजेंसियां और जमीनी स्तर पर तैनात सैनिक सैन्य स्टेशनों की सुरक्षा के लिए किसी भी संभावित खतरे की पहचान करने के लिए सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि यह सक्रिय अभियान अलग-अलग अंतराल पर जारी रहेगा। सत्यापन प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी- सेना
उन्होंने बयान में कहा, इस घटना से पता चलता है कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक फर्जी भारतीय दस्तावेजों के जरिये देश में रोजगार पा रहे हैं। सेना ने कहा कि इस प्रकार की सक्रिय जांच और सत्यापन प्रक्रिया आगे भी समय-समय पर जारी रहेगी, ताकि किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे को समय रहते रोका जा सके। ये खबर भी पढ़ें: अजमेर में एक और बांग्लादेशी गिरफ्तार, अब तक 55 पकड़े:पहले पश्चिम बंगाल में मजदूरी की, फिर ट्रेन में बैठकर राजस्थान आया
अजमेर के दरगाह क्षेत्र में अपनी पहचान छिपाकर फूल उठाने व साफ-सफाई का काम करने वाला युवक बांग्लादेशी घुसपैठिया निकला। जिसे 21 सितंबर को अजमेर जिला पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोलह खम्भा से पकड़ा। आरोपी ने पश्चिम बंगाल में मजदूरी की और बाद में ट्रेन में बैठकर अजमेर आया। अब तक दरगाह क्षेत्र में 55 बांग्लादेशी पकड़े जा चुके है। पढ़ें पूरी खबर…