लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज(शुक्रवार) सुबह दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष के दावेदार छह नेताओं से वन टू वन मीटिंग की। इन नेताओं से संगठन को लेकर उनका विजन पूछा गया। राहुल ने सभी नेताओं से सवाल किया कि 2027 के चुनाव में कांग्रेस को फिर से सत्ता में वापसी के लिए उनका क्या प्लान है। बता दें कि हाईकमान ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर, पालमपुर में आशीष बुटेल, कसौली से विनोद सुल्तानपुरी और भोरंज से सुरेश कुमार को दिल्ली बुलाया है। इन छह नेताओं का पैनल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल और हाईकमान द्वारा हिमाचल भेजे गए ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया। स्क्रूटनी के आधार पर ही ये नेता दिल्ली तलब किए गए थे। अब इनमें से किसी की ताजपोशी तय है और एक सप्ताह के भीतर हिमाचल कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। अध्यक्ष की ताजपोशी के बाद ही राज्य में नया संगठन बन पाएगा। प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस एक साल से अधिक समय से बिना संगठन के है। सभी दावेदारों ने भी हाईकमान से आग्रह किया कि जो भी डिसीजन लेना है, पंचायत व नगर निकाय चुनाव देखते हुए जल्दी लिया जाए। यहां जानें कौन और क्यों बन सकता है कांग्रेस अध्यक्ष? राठौर का नाम रजनी पाटिल ने आगे बढ़ाया सूत्रों बताते हैं कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कुलदीप राठौर को अध्यक्ष बनाने की पैरवी की है। उनकी पहली पसंद कुलदीप राठौर है। राठौर के नाम पर होली लॉज भी तैयार है। राठौर पहले भी हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके नेतृत्व में कांग्रेस संगठन मजबूत हुआ और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस ने चार उप चुनाव में क्लीन स्वीप किया था। राठौर, गांधी परिवार की भी गुड-बुक में है। रोहित का नाम मंत्रियों ने आगे बढ़ाया रोहित ठाकुर का नाम बीते माह दिल्ली में राहुल गांधी के साथ हुई मीटिंग में आगे आया था। उनका नाम सुक्खू कैबिनेट के ज्यादातर मंत्रियों ने अध्यक्ष के लिए आगे किया है। इस वजह से रोहित की दावेदारी को भी मजबूत माना जा रहा है। रोहित ठाकुर चार बार के विधायक हैं और वर्तमान सरकार में शिक्षा मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल अच्छा माना जा रहा है। डिप्टी सीएम ने विनय और बुटेल का नाम आगे किया डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने विनय कुमार और आशीष बुटेल के नाम की पैरवी की है। एससी कोटे से अध्यक्ष बनाया गया तो हाईकमान के सामने विनय कुमार पहली पसंद होंगे। विनय कुमार प्रदेश कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं और श्रीरेणुकाजी से तीन बार के विधायक है। वर्तमान में वह विधानसभा उपाध्यक्ष भी है। हिमाचल की सत्ता की चाबी तय करने वाले कांगड़ा जिला को साधने का प्रयास किया गया तो आशीष बुटेल को भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। बुटेल दूसरी बार विधायक बने हैं। उनकी ताजपोशी से कांग्रेस कांगड़ा जिला साधने का प्रयास करेगी। SC कार्ड खेला तो तीन चेहरे पर चर्चा कांग्रेस हाईकमान ने यदि SC कार्ड खेला है, तो विनय कुमार के अलावा विनोद सुल्तानपुरी और सुरेश कुमार का नाम भी चर्चा में है। इन दोनों नेताओं का नाम सीएम सुखविंदर सुक्खू ने आगे किया है। ये दोनों नेता पहली बार विधायक बने है। सूत्र बताते हैं कि इन दोनों नाम पर ज्यादातर सीनियर नेता सहमत नहीं है। मगर सीएम सुक्खू की सिफारिश की वजह से कांग्रेस हाईकमान ने इन दोनों को नजरअंदाज नहीं किया और दोनों को नाम अध्यक्ष के लिए पैनल में रखा गया। 3 से 4 वर्किंग प्रेसिडेंट पर भी मंथन चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी एक अध्यक्ष के साथ साथ तीन से चार वर्किंग प्रेसिडेंट की तैनाती पर भी कर सकती है। शिमला संसदीय क्षेत्र से रेगुलर अध्यक्ष लगाया जा सकता है, जबकि मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को वर्किंग प्रेसिडेंट मिल सकता है। एक-दो हफ्ते में कांग्रेस का अध्यक्ष तय हो जाएगा- सीएम सीएम सुखविंदर सुक्खू ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि अगले एक-दो हफ्ते के भीतर कांग्रेस का अध्यक्ष तय हो जाएगा। वर्तमान में प्रतिभा सिंह कांग्रेस अध्यक्ष हैं। दूसरा गुट उन्हें हटाना चाह रहा है। प्रतिभा का तीन साल का कार्यकाल अप्रैल 2025 में पूरा हो चुका है। नया अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस का संगठन भी नया बनाया जाएगा।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज(शुक्रवार) सुबह दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष के दावेदार छह नेताओं से वन टू वन मीटिंग की। इन नेताओं से संगठन को लेकर उनका विजन पूछा गया। राहुल ने सभी नेताओं से सवाल किया कि 2027 के चुनाव में कांग्रेस को फिर से सत्ता में वापसी के लिए उनका क्या प्लान है। बता दें कि हाईकमान ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर, पालमपुर में आशीष बुटेल, कसौली से विनोद सुल्तानपुरी और भोरंज से सुरेश कुमार को दिल्ली बुलाया है। इन छह नेताओं का पैनल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल और हाईकमान द्वारा हिमाचल भेजे गए ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया। स्क्रूटनी के आधार पर ही ये नेता दिल्ली तलब किए गए थे। अब इनमें से किसी की ताजपोशी तय है और एक सप्ताह के भीतर हिमाचल कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। अध्यक्ष की ताजपोशी के बाद ही राज्य में नया संगठन बन पाएगा। प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस एक साल से अधिक समय से बिना संगठन के है। सभी दावेदारों ने भी हाईकमान से आग्रह किया कि जो भी डिसीजन लेना है, पंचायत व नगर निकाय चुनाव देखते हुए जल्दी लिया जाए। यहां जानें कौन और क्यों बन सकता है कांग्रेस अध्यक्ष? राठौर का नाम रजनी पाटिल ने आगे बढ़ाया सूत्रों बताते हैं कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कुलदीप राठौर को अध्यक्ष बनाने की पैरवी की है। उनकी पहली पसंद कुलदीप राठौर है। राठौर के नाम पर होली लॉज भी तैयार है। राठौर पहले भी हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके नेतृत्व में कांग्रेस संगठन मजबूत हुआ और राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को कांग्रेस ने चार उप चुनाव में क्लीन स्वीप किया था। राठौर, गांधी परिवार की भी गुड-बुक में है। रोहित का नाम मंत्रियों ने आगे बढ़ाया रोहित ठाकुर का नाम बीते माह दिल्ली में राहुल गांधी के साथ हुई मीटिंग में आगे आया था। उनका नाम सुक्खू कैबिनेट के ज्यादातर मंत्रियों ने अध्यक्ष के लिए आगे किया है। इस वजह से रोहित की दावेदारी को भी मजबूत माना जा रहा है। रोहित ठाकुर चार बार के विधायक हैं और वर्तमान सरकार में शिक्षा मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल अच्छा माना जा रहा है। डिप्टी सीएम ने विनय और बुटेल का नाम आगे किया डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने विनय कुमार और आशीष बुटेल के नाम की पैरवी की है। एससी कोटे से अध्यक्ष बनाया गया तो हाईकमान के सामने विनय कुमार पहली पसंद होंगे। विनय कुमार प्रदेश कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं और श्रीरेणुकाजी से तीन बार के विधायक है। वर्तमान में वह विधानसभा उपाध्यक्ष भी है। हिमाचल की सत्ता की चाबी तय करने वाले कांगड़ा जिला को साधने का प्रयास किया गया तो आशीष बुटेल को भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। बुटेल दूसरी बार विधायक बने हैं। उनकी ताजपोशी से कांग्रेस कांगड़ा जिला साधने का प्रयास करेगी। SC कार्ड खेला तो तीन चेहरे पर चर्चा कांग्रेस हाईकमान ने यदि SC कार्ड खेला है, तो विनय कुमार के अलावा विनोद सुल्तानपुरी और सुरेश कुमार का नाम भी चर्चा में है। इन दोनों नेताओं का नाम सीएम सुखविंदर सुक्खू ने आगे किया है। ये दोनों नेता पहली बार विधायक बने है। सूत्र बताते हैं कि इन दोनों नाम पर ज्यादातर सीनियर नेता सहमत नहीं है। मगर सीएम सुक्खू की सिफारिश की वजह से कांग्रेस हाईकमान ने इन दोनों को नजरअंदाज नहीं किया और दोनों को नाम अध्यक्ष के लिए पैनल में रखा गया। 3 से 4 वर्किंग प्रेसिडेंट पर भी मंथन चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी एक अध्यक्ष के साथ साथ तीन से चार वर्किंग प्रेसिडेंट की तैनाती पर भी कर सकती है। शिमला संसदीय क्षेत्र से रेगुलर अध्यक्ष लगाया जा सकता है, जबकि मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को वर्किंग प्रेसिडेंट मिल सकता है। एक-दो हफ्ते में कांग्रेस का अध्यक्ष तय हो जाएगा- सीएम सीएम सुखविंदर सुक्खू ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि अगले एक-दो हफ्ते के भीतर कांग्रेस का अध्यक्ष तय हो जाएगा। वर्तमान में प्रतिभा सिंह कांग्रेस अध्यक्ष हैं। दूसरा गुट उन्हें हटाना चाह रहा है। प्रतिभा का तीन साल का कार्यकाल अप्रैल 2025 में पूरा हो चुका है। नया अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस का संगठन भी नया बनाया जाएगा।