उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित केदारनाथ धाम में इस साल 17 लाख 68 हजार 795 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। इनमें से 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने 16 से 21 किलोमीटर पैदल यात्रा कर धाम तक पहुंचे। यह जून 2013 की आपदा के बाद धाम में इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने का दूसरा अवसर है। केदारनाथ यात्रा इस साल 2 मई से 23 अक्टूबर तक कुल 175 दिनों तक संचालित रही। यात्रा के शुरुआती महीनों मई और जून में ही 13 लाख से ज्यादा श्रद्धालु धाम पहुंचे, जो यात्रा के इतिहास में नया रिकॉर्ड है। हालांकि, बारिश और अन्य प्राकृतिक कारणों से यात्रा में कई बार बाधा आई। अगस्त में केवल 31 हजार श्रद्धालु ही धाम पहुंच पाए, लेकिन सितंबर और अक्टूबर में यात्रा फिर से रफ्तार पकड़ गई। इस दौरान 2 लाख 10 हजार 188 श्रद्धालु घोड़ा-खच्चर, 82 हजार 388 हेलिकॉप्टर, 34 हजार 752 डंडी और 31 हजार 866 कंडी मार्ग से धाम पहुंचे। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की मदद से यात्रा पूरी तरह से सफल रही।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित केदारनाथ धाम में इस साल 17 लाख 68 हजार 795 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। इनमें से 14 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने 16 से 21 किलोमीटर पैदल यात्रा कर धाम तक पहुंचे। यह जून 2013 की आपदा के बाद धाम में इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने का दूसरा अवसर है। केदारनाथ यात्रा इस साल 2 मई से 23 अक्टूबर तक कुल 175 दिनों तक संचालित रही। यात्रा के शुरुआती महीनों मई और जून में ही 13 लाख से ज्यादा श्रद्धालु धाम पहुंचे, जो यात्रा के इतिहास में नया रिकॉर्ड है। हालांकि, बारिश और अन्य प्राकृतिक कारणों से यात्रा में कई बार बाधा आई। अगस्त में केवल 31 हजार श्रद्धालु ही धाम पहुंच पाए, लेकिन सितंबर और अक्टूबर में यात्रा फिर से रफ्तार पकड़ गई। इस दौरान 2 लाख 10 हजार 188 श्रद्धालु घोड़ा-खच्चर, 82 हजार 388 हेलिकॉप्टर, 34 हजार 752 डंडी और 31 हजार 866 कंडी मार्ग से धाम पहुंचे। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की मदद से यात्रा पूरी तरह से सफल रही।