बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि कई गुरुओं की प्रतिष्ठा उनके चेलों ने डुबोई है। नेताओं की प्रतिष्ठा उनके खास सहायकों के कारण धूमिल हुई है। आज शिष्यों को अपने आचरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। धीरेंद्र शास्त्री दिवाली के बाद से लगातार दिव्य दरबार लगा रहे हैं। वे भक्तों-समर्थकों से भी मिल रहे हैं। दरबार हॉल में प्रवचन देते हुए उन्होंने अपने शिष्यों और अनुयायियों के आचरण पर चिंता जताई। सिर्फ दो लोगों की जिम्मेदारी- शास्त्री
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि वे अब अपने नाम पर दूसरों की राजनीति या निजी स्वार्थ के काम नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा- आप हमारे चेलों के चक्कर में न पड़ें। बागेश्वर धाम में बैठे दो लोगों की ही हमारी जिम्मेदारी है। पहले मंदिर में विराजमान बागेश्वर बालाजी की और दूसरी हमारी स्वयं की। सनातन धर्म के प्रति सच्चाई से काम करेंगे
धीरेंद्र शास्त्री ने दोहराया कि भक्ति और सनातन सेवा ही उनका असली लक्ष्य है। भले ही भविष्य में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट न हों, पर जो भी काम होगा वह ईमानदारी से होगा। उन्होंने कहा- अगर 100 कमरे नहीं बने तो 4 ही सही, पर सनातन धर्म के प्रति सच्चाई से काम करेंगे। धाम में 27 अक्टूबर को गुरु-शिष्य मिलन
बागेश्वर धाम में 24-26 अक्टूबर तक शाम 4 से 6 बजे तक श्री सत्यनारायण कथा का आयोजन होगा। 26 अक्टूबर तक रात 8 से 10 बजे दिव्य दरबार लगेगा। 27 अक्टूबर को बागेश्वर धाम में गुरु-शिष्य मिलन कार्यक्रम आयोजित होगा। शास्त्री इस दौरान शिष्यों से संवाद करेंगे। इसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपनी आगामी पदयात्रा की तैयारी के लिए रवाना होंगे। ये खबर भी पढ़ें…
धीरेंद्र शास्त्री बोले-डर तो लगता है, पर 10-12 पटाखे फोड़ेंगे इससे पहले खजुराहो के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि “जो लोग दीपावली पर पटाखे न फोड़ने का ज्ञान देते थे, हमने प्रण लिया है कि उनका ज्ञान फेल करेंगे। वैसे तो हमें पटाखों से डर लगता है, लेकिन जो पटाखों पर ज्ञान देते हैं, उनकी जिद में आज हम 10-12 पटाखे जरूर फोड़ेंगे। पढ़ें पूरी खबर…
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि कई गुरुओं की प्रतिष्ठा उनके चेलों ने डुबोई है। नेताओं की प्रतिष्ठा उनके खास सहायकों के कारण धूमिल हुई है। आज शिष्यों को अपने आचरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। धीरेंद्र शास्त्री दिवाली के बाद से लगातार दिव्य दरबार लगा रहे हैं। वे भक्तों-समर्थकों से भी मिल रहे हैं। दरबार हॉल में प्रवचन देते हुए उन्होंने अपने शिष्यों और अनुयायियों के आचरण पर चिंता जताई। सिर्फ दो लोगों की जिम्मेदारी- शास्त्री
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि वे अब अपने नाम पर दूसरों की राजनीति या निजी स्वार्थ के काम नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा- आप हमारे चेलों के चक्कर में न पड़ें। बागेश्वर धाम में बैठे दो लोगों की ही हमारी जिम्मेदारी है। पहले मंदिर में विराजमान बागेश्वर बालाजी की और दूसरी हमारी स्वयं की। सनातन धर्म के प्रति सच्चाई से काम करेंगे
धीरेंद्र शास्त्री ने दोहराया कि भक्ति और सनातन सेवा ही उनका असली लक्ष्य है। भले ही भविष्य में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट न हों, पर जो भी काम होगा वह ईमानदारी से होगा। उन्होंने कहा- अगर 100 कमरे नहीं बने तो 4 ही सही, पर सनातन धर्म के प्रति सच्चाई से काम करेंगे। धाम में 27 अक्टूबर को गुरु-शिष्य मिलन
बागेश्वर धाम में 24-26 अक्टूबर तक शाम 4 से 6 बजे तक श्री सत्यनारायण कथा का आयोजन होगा। 26 अक्टूबर तक रात 8 से 10 बजे दिव्य दरबार लगेगा। 27 अक्टूबर को बागेश्वर धाम में गुरु-शिष्य मिलन कार्यक्रम आयोजित होगा। शास्त्री इस दौरान शिष्यों से संवाद करेंगे। इसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपनी आगामी पदयात्रा की तैयारी के लिए रवाना होंगे। ये खबर भी पढ़ें…
धीरेंद्र शास्त्री बोले-डर तो लगता है, पर 10-12 पटाखे फोड़ेंगे इससे पहले खजुराहो के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि “जो लोग दीपावली पर पटाखे न फोड़ने का ज्ञान देते थे, हमने प्रण लिया है कि उनका ज्ञान फेल करेंगे। वैसे तो हमें पटाखों से डर लगता है, लेकिन जो पटाखों पर ज्ञान देते हैं, उनकी जिद में आज हम 10-12 पटाखे जरूर फोड़ेंगे। पढ़ें पूरी खबर…