केरल के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर, गुरुवायूर मंदिर के खजाने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। राज्य की ऑडिट डिपार्टमेंट ने 2019-20 और 2020-21 की अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मंदिर में सोने-चांदी और अन्य कीमती सामानों के मैनेजमेंट में गंभीर अनियमितताएं हुईं हैं और सही प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर के अंदर दैनिक अनुष्ठानों में इस्तेमाल होने वाले सोने और चांदी के बर्तनों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई। इसका हिसाब रखने वाले डबल-लॉक रजिस्टर की जांच से पता चला कि इस्तेमाल के बाद मंदिर प्रबंधक, गुरुवायूर देवस्वोम को जो सामान लौटाए गए, अक्सर उनका वजन कम होता था। कई बार तो सोने के सामान की जगह चांदी के सामान लौटा दिए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, एक सोने के मुकुट की जगह चांदी का मुकुट वापस दिया गया। एक चांदी के बर्तन का वजन दस महीनों में 1.19kg कम हो गया। एक चांदी के दिए का वजन कई सौ ग्राम घट गया। 2.65kg चांदी के बर्तन की जगह सिर्फ 750 ग्राम वजन का बर्तन रख दिया गया। सबसे बड़ी चूक गुरुवायूर देवस्वोम के पुन्नथुर कोट्टा सेंचुरी में हाथी के दांतों के रख-रखाव में हुई। ऑडिट में बताया गया कि पुन्नथुर कोट्टा से जमा किए गए 530kg से ज्यादा वजन के हाथी दांत गायब हैं। गुरुवायूर देवस्वोम पर हाथी दांत की जानकारी नहीं देने का आरोप
2019-20 के ऑडिट से पता चलता है कि उस साल मंदिर के हाथियों के दांतों की कटाई (ट्रिमिंग) से 522.86 किलोग्राम हाथी दांत निकला, जिसमें से कोई भी कानून के अनुसार वन विभाग को नहीं सौंपा गया। अप्रैल और नवंबर 2019 के बीच, अलग-अलग वजन के हाथी दांत या तो हटा दिए गए या बिना किसी दस्तावेज के गुरुवायूर देवस्वोम के कब्जे में रहे। यहां तक कि अनिवार्य महाजार (जब्ती ज्ञापन) और हैंडओवर रसीदें भी गायब थीं। ऑडिट में पाया गया कि सहायक वन संरक्षक के लेटर के अनुसार, देवस्वोम को दस दिनों के भीतर अपने पास रखे हाथी दांत और टुकड़े की जानकारी देने का निर्देश दिया गया था, लेकिन बोर्ड ने इसकी कोई जानकारी नहीं दी और न ही हाथी दांत या टुकड़े वन विभाग को सौंपे। कीमती बीज के 17 बोरे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ले गए
रिपोर्ट के मुताबिक, 2019-20 में भक्तों की तरफ से चढ़ाए गए मंजादी कुरु के बीज के 17 बोरे भी गायब हैं। इन्हें मंदिर के पश्चिमी मीनार में रखा गया था। ये बोरे 100 रुपए प्रति किलो की दर से नीलाम किए गए थे, लेकिन खरीदने वाला इन्हें कभी ले ही नहीं गया। बोरों को मंदिर के स्टोर रूम में ही छोड़ दिया गया था। बाद में CCTV फुटेज में दिखा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बोरों के एक ट्रैक्टर पर लादकर ले गए। अधिकारियों ने दावा किया कि जगह की कमी के कारण बोरे पास के एक गोदाम में ले जाए गए थे। हालांकि, रिकॉर्ड में इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि बोरे कहां गए या उन्हें अगली नीलामी में शामिल किया गया या नहीं। देवस्वोम चैयरमेन बोले- मौजूदा बोर्ड के कार्यकाल से पहले का मामला
गुरुवायूर देवस्वोम के अध्यक्ष वी के विजयन ने ऑडिट रिपोर्ट में मिली गड़बड़ियों पर कहा कि यह मामला मौजूदा बोर्ड के कार्यकाल से पहले का है। उन्होंने कहा- यह मामला वर्तमान बोर्ड के कार्यभार संभालने से पहले का है। यह पहले ही अदालत में जा चुका है, जहां देवस्वोम ने अपना जवाब दाखिल किया है। गुरुवायूर देवस्वोम के अध्यक्ष ने हाथी के दांत गायब होने के दावे पर कहा- 2022 से अब तक, देवस्वोम से जुड़े छह हाथियों की मौत हो चुकी है। उन सभी मामलों में, वन विभाग की मौजूदगी में पोस्टमॉर्टम किए गए थे। हाथी दांत हमें कभी नहीं सौंपा गया। हमें केवल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलती है। ऑडिट रिपोर्ट में किए गए दावे पहले के हैं। ………………………. ये खबर भी पढ़ें… सबरीमाला गोल्ड चोरी केस में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, बोला- मुझे फंसाया गया; द्वारपालक मूर्तियों से सोने की परत चुराने का आरोप केरल के पथनमथिट्टा की रणनी कोर्ट ने सबरीमाला गोल्ड चोरी केस के मुख्य आरोपी उन्निकृष्णन पोट्टी को 30 अक्तूबर तक SIT की रिमांड पर भेज दिया है। SIT ने गुरुवार शुक्रवार की रात 2:30 बजे उसे हिरासत में लिया था। कोर्ट ले जाते समय आरोपी ने कहा कि उसे किसी ने फंसाया है और दोषी कानून के सामने आएंगे। पूरी खबर पढ़ें…
केरल के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर, गुरुवायूर मंदिर के खजाने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। राज्य की ऑडिट डिपार्टमेंट ने 2019-20 और 2020-21 की अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मंदिर में सोने-चांदी और अन्य कीमती सामानों के मैनेजमेंट में गंभीर अनियमितताएं हुईं हैं और सही प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर के अंदर दैनिक अनुष्ठानों में इस्तेमाल होने वाले सोने और चांदी के बर्तनों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई। इसका हिसाब रखने वाले डबल-लॉक रजिस्टर की जांच से पता चला कि इस्तेमाल के बाद मंदिर प्रबंधक, गुरुवायूर देवस्वोम को जो सामान लौटाए गए, अक्सर उनका वजन कम होता था। कई बार तो सोने के सामान की जगह चांदी के सामान लौटा दिए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, एक सोने के मुकुट की जगह चांदी का मुकुट वापस दिया गया। एक चांदी के बर्तन का वजन दस महीनों में 1.19kg कम हो गया। एक चांदी के दिए का वजन कई सौ ग्राम घट गया। 2.65kg चांदी के बर्तन की जगह सिर्फ 750 ग्राम वजन का बर्तन रख दिया गया। सबसे बड़ी चूक गुरुवायूर देवस्वोम के पुन्नथुर कोट्टा सेंचुरी में हाथी के दांतों के रख-रखाव में हुई। ऑडिट में बताया गया कि पुन्नथुर कोट्टा से जमा किए गए 530kg से ज्यादा वजन के हाथी दांत गायब हैं। गुरुवायूर देवस्वोम पर हाथी दांत की जानकारी नहीं देने का आरोप
2019-20 के ऑडिट से पता चलता है कि उस साल मंदिर के हाथियों के दांतों की कटाई (ट्रिमिंग) से 522.86 किलोग्राम हाथी दांत निकला, जिसमें से कोई भी कानून के अनुसार वन विभाग को नहीं सौंपा गया। अप्रैल और नवंबर 2019 के बीच, अलग-अलग वजन के हाथी दांत या तो हटा दिए गए या बिना किसी दस्तावेज के गुरुवायूर देवस्वोम के कब्जे में रहे। यहां तक कि अनिवार्य महाजार (जब्ती ज्ञापन) और हैंडओवर रसीदें भी गायब थीं। ऑडिट में पाया गया कि सहायक वन संरक्षक के लेटर के अनुसार, देवस्वोम को दस दिनों के भीतर अपने पास रखे हाथी दांत और टुकड़े की जानकारी देने का निर्देश दिया गया था, लेकिन बोर्ड ने इसकी कोई जानकारी नहीं दी और न ही हाथी दांत या टुकड़े वन विभाग को सौंपे। कीमती बीज के 17 बोरे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ले गए
रिपोर्ट के मुताबिक, 2019-20 में भक्तों की तरफ से चढ़ाए गए मंजादी कुरु के बीज के 17 बोरे भी गायब हैं। इन्हें मंदिर के पश्चिमी मीनार में रखा गया था। ये बोरे 100 रुपए प्रति किलो की दर से नीलाम किए गए थे, लेकिन खरीदने वाला इन्हें कभी ले ही नहीं गया। बोरों को मंदिर के स्टोर रूम में ही छोड़ दिया गया था। बाद में CCTV फुटेज में दिखा कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बोरों के एक ट्रैक्टर पर लादकर ले गए। अधिकारियों ने दावा किया कि जगह की कमी के कारण बोरे पास के एक गोदाम में ले जाए गए थे। हालांकि, रिकॉर्ड में इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि बोरे कहां गए या उन्हें अगली नीलामी में शामिल किया गया या नहीं। देवस्वोम चैयरमेन बोले- मौजूदा बोर्ड के कार्यकाल से पहले का मामला
गुरुवायूर देवस्वोम के अध्यक्ष वी के विजयन ने ऑडिट रिपोर्ट में मिली गड़बड़ियों पर कहा कि यह मामला मौजूदा बोर्ड के कार्यकाल से पहले का है। उन्होंने कहा- यह मामला वर्तमान बोर्ड के कार्यभार संभालने से पहले का है। यह पहले ही अदालत में जा चुका है, जहां देवस्वोम ने अपना जवाब दाखिल किया है। गुरुवायूर देवस्वोम के अध्यक्ष ने हाथी के दांत गायब होने के दावे पर कहा- 2022 से अब तक, देवस्वोम से जुड़े छह हाथियों की मौत हो चुकी है। उन सभी मामलों में, वन विभाग की मौजूदगी में पोस्टमॉर्टम किए गए थे। हाथी दांत हमें कभी नहीं सौंपा गया। हमें केवल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलती है। ऑडिट रिपोर्ट में किए गए दावे पहले के हैं। ………………………. ये खबर भी पढ़ें… सबरीमाला गोल्ड चोरी केस में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, बोला- मुझे फंसाया गया; द्वारपालक मूर्तियों से सोने की परत चुराने का आरोप केरल के पथनमथिट्टा की रणनी कोर्ट ने सबरीमाला गोल्ड चोरी केस के मुख्य आरोपी उन्निकृष्णन पोट्टी को 30 अक्तूबर तक SIT की रिमांड पर भेज दिया है। SIT ने गुरुवार शुक्रवार की रात 2:30 बजे उसे हिरासत में लिया था। कोर्ट ले जाते समय आरोपी ने कहा कि उसे किसी ने फंसाया है और दोषी कानून के सामने आएंगे। पूरी खबर पढ़ें…