हरियाणा के दो सांसद जलभराव के मुद्दे पर एक-दूसरे के सामने आ गए हैं। हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी ने कहा कि अफसरों की वजह से लोगों के घर-खेत डूबे। भिवानी एरिया में जलभराव प्राकृतिक नहीं बल्कि प्रशासनिक आपदा रही। इसके जवाब में भिवानी-महेंद्रगढ़ से भाजपा सांसद धर्मबीर ने अफसरों का बचाव किया। बोले-ये इन्हीं साथी (जेपी) के एरिया से आए पानी ने ही भिवानी एरिया को बर्बाद किया। दोनों सांसद भिवानी के लघु सचिवालय में हुई ‘दिशा’ की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। यह बैठक विकास कार्यों के लिए सरकारी ग्रांट, सरकारी योजनाओं के रिव्यू के लिए होती है। बैठक में जलभराव का मुद्दा छाया रहा। इस बार भिवानी के 30 से अधिक गांवों में जलभराव हुआ। सांगवान, तालू समेत कई गांवों में तो एक महीने से अधिक तक पानी भरा रहा। पूरा गांव खाली करना पड़ा और किश्तियां चलाने की नौबत आई। बैठक में सांसदों के अलावा भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ व डीसी साहिल गुप्ता भी मौजूद रहे। विस्तार से पढ़े…हिसार सांसद ने क्या आरोप लगाए अब जानिए…भिवानी सांसद ने क्या जवाब दिया सांसद का खुद का गांव डूबा रहा, सांगवान में किश्तियां चलीं
इस बार भिवानी जिले के कम से कम 30 गांवों में जलभराव हुआ। जिनमें भाजपा सांसद धर्मबीर का पैतृक गांव तालू भी शामिल रहा। यही नहीं श्रुति चौधरी के हलके तोशाम का गांव सांगवान व धनाना सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। यहां 1000 से अधिक घर खाली करने पड़े। एक महीने से अधिक तक यहां 5 से 8 फीट तक पानी भरा रहा और गांव में किश्तियां चलाने की नौबत आई। हिसार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, विधायक को विरोध झेलना पड़ा
हिसार जिला इस बार जलभराव से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। जिले के 200 से अधिक गांवों में पानी भरा। सबसे ज्यादा गांव बरवाला, नारनौंद, हांसी व नलवा हलके के थे। नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनियार को तो लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। विधायक जब गांव के दौरे पर गए तो ग्रामीणों ने पूछा-जब हम मुसीबत में थे, तब कहां थे। विधायक ने कहा कि करोड़ों रुपए के पाइप डलवाए हैं, तो ग्रामीणों ने कहा कि दिखाओ कहां हैं।
हरियाणा के दो सांसद जलभराव के मुद्दे पर एक-दूसरे के सामने आ गए हैं। हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी ने कहा कि अफसरों की वजह से लोगों के घर-खेत डूबे। भिवानी एरिया में जलभराव प्राकृतिक नहीं बल्कि प्रशासनिक आपदा रही। इसके जवाब में भिवानी-महेंद्रगढ़ से भाजपा सांसद धर्मबीर ने अफसरों का बचाव किया। बोले-ये इन्हीं साथी (जेपी) के एरिया से आए पानी ने ही भिवानी एरिया को बर्बाद किया। दोनों सांसद भिवानी के लघु सचिवालय में हुई ‘दिशा’ की बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। यह बैठक विकास कार्यों के लिए सरकारी ग्रांट, सरकारी योजनाओं के रिव्यू के लिए होती है। बैठक में जलभराव का मुद्दा छाया रहा। इस बार भिवानी के 30 से अधिक गांवों में जलभराव हुआ। सांगवान, तालू समेत कई गांवों में तो एक महीने से अधिक तक पानी भरा रहा। पूरा गांव खाली करना पड़ा और किश्तियां चलाने की नौबत आई। बैठक में सांसदों के अलावा भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ व डीसी साहिल गुप्ता भी मौजूद रहे। विस्तार से पढ़े…हिसार सांसद ने क्या आरोप लगाए अब जानिए…भिवानी सांसद ने क्या जवाब दिया सांसद का खुद का गांव डूबा रहा, सांगवान में किश्तियां चलीं
इस बार भिवानी जिले के कम से कम 30 गांवों में जलभराव हुआ। जिनमें भाजपा सांसद धर्मबीर का पैतृक गांव तालू भी शामिल रहा। यही नहीं श्रुति चौधरी के हलके तोशाम का गांव सांगवान व धनाना सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। यहां 1000 से अधिक घर खाली करने पड़े। एक महीने से अधिक तक यहां 5 से 8 फीट तक पानी भरा रहा और गांव में किश्तियां चलाने की नौबत आई। हिसार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, विधायक को विरोध झेलना पड़ा
हिसार जिला इस बार जलभराव से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। जिले के 200 से अधिक गांवों में पानी भरा। सबसे ज्यादा गांव बरवाला, नारनौंद, हांसी व नलवा हलके के थे। नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनियार को तो लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। विधायक जब गांव के दौरे पर गए तो ग्रामीणों ने पूछा-जब हम मुसीबत में थे, तब कहां थे। विधायक ने कहा कि करोड़ों रुपए के पाइप डलवाए हैं, तो ग्रामीणों ने कहा कि दिखाओ कहां हैं।