भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस इन्फॉर्मेशन वॉर में पाकिस्तान को ऑक्सीजन देने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश का रूस-पाकिस्तान रक्षा समझौते वाली X पोस्ट से भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है। दरअसल, जयराम रमेश ने 4 अक्टूबर को कहा था कि मोदी सरकार को यह बताना चाहिए कि रूस ने भारत की अपील को नजरअंदाज कर पाकिस्तान को RD-93MA इंजन देने का फैसला क्यों किया। यह इंजन चीन के बनाए JF-17 लड़ाकू विमानों में लगाया जाएगा, जिन्हें पाकिस्तानी वायुसेना इस्तेमाल करती है। रमेश ने कहा था कि यह सौदा जून में विदेश मंत्री एस जयशंकर के दखल के बाद भी नहीं रुका था। मीडिया रिपोर्ट्स में भी दावा किया गया था कि भारत सरकार की आपत्ति के बाद भी रूस पाकिस्तान को RD-93MA सप्लाई करने जा रहा है। पात्रा बोले- ममता बांग्लादेशियों के लिए बंगाल में दंगे करवा सकती हैं पात्रा ने कहा कि ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा है कि अगर SIR लागू किया गया तो बंगाल में दंगे भड़क उठेंगे और इसके भयानक परिणाम होंगे। मुझे लगता है कि यह एक सीधी धमकी है। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि दंगे आपकी सरकार और आपकी पुलिस की वजह से होंगे। ममता बनर्जी को बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के लिए बंगाल में दंगे और खून-खराबा करवाने से फर्क नहीं पड़ेगा। एक्सपर्ट बोले- पहले भी चीन ने रूस से RD-93 इंजन मांगा था रूस के रक्षा विशेषज्ञ पीयोत्र तोपीचकानोव ने कहा कि अगर रूस पाकिस्तान को RD-93 इंजन देता है, तो यह भारत के लिए फायदे का सौदा है। उनका कहना है कि इससे पता चलता है कि चीन-पाकिस्तान ने अभी तक इस इंजन का विकल्प नहीं बनाया है और भारत को JF-17 विमान के ऑपरेशनल इस्तेमाल को समझने में आसानी होगी। तोपीचकानोव ने बताया कि पहले भी चीन ने रूस से RD-93 इंजन मांगा था और NDA और यूपीए सरकारों ने इसे मंजूरी दी थी। एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि RD-93 इंजन का सौदा केवल व्यापार का है, इसमें तकनीक का हस्तांतरण शामिल नहीं है, जबकि भारत को पहले ही RD-33 इंजन की तकनीक मिल चुकी है। कांग्रेस ने कहा था- ये मोदी की पर्सनल डिप्लोमैसी की नाकामी कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने 4 अक्टूबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल डिप्लोमैसी की नाकामी है, जिसमें राष्ट्रीय हितों की बजाय अपनी इमेज बनाने और ग्लोबल शो को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा- मोदी सरकार को ये भी बताना चाहिए कि हमारा पुराना भरोसेमंद अब PAK का मददगार क्यों बन रहा है। JF-17 चीन में डिजाइन, लेकिन इसमें रूस का इंजन पाकिस्तान के JF-17 लड़ाकू विमान चीन ने डिजाइन किए हैं, लेकिन इनमें जो इंजन लगाया जाता है वह रूस में बना RD-93MA इंजन है। भारत रूस से और S-400 डिफेंस सिस्टम खरीद सकता है रूस के पाकिस्तान को फाइटर इंजन देने की रिपोर्ट के बीच में भारत रूस से कुछ और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीद सकता है। ऐसे पांच सिस्टम की डील पहले ही हुई थी, जिनमें से 3 भारत को मिल चुके हैं। नई डील इनके अलावा होगी। न्यूज एजेंसी PTI के सोर्स के मुताबिक, दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के समय डील पर बातचीत हो सकती है। यह वही डिफेंस सिस्टम है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को हवा में ही मारकर नाकाम किया था। भारत ने अक्टूबर 2018 में रूस के साथ 5 अरब डॉलर का समझौता किया था। उस समय अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि इस सौदे को आगे बढ़ाने पर वह CAATSA कानून के तहत भारत पर पाबंदी लगा सकता है। ॉ S-400 डिफेंस सिस्टम क्या है? S-400 ट्रायम्फ रूस का सबसे एडवांस्ड मिसाइल सिस्टम है, जिसे 2007 में लॉन्च किया गया था। ये सिस्टम फाइटर जेट, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल, ड्रोन और स्टेल्थ विमानों तक को मार गिरा सकता है। ये हवा में कई तरह के खतरों से बचाव के लिए एक मजबूत ढाल की तरह काम करता है। दुनिया के बेहद आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम में इसकी गिनती होती है। ————————- ये खबर भी पढ़ें… क्या है भारत का S-400 जिसने पाकिस्तानी हमला किया नाकाम:400 KM दूर से टारगेट लॉक, एक साथ 160 टारगेट की ट्रैकिंग, जानें इसकी खासियत पाकिस्तान ने 8 मई को 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की थी। भारत के रशियन मेड S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को नाकाम कर दिया। बदले में भारत ने पाकिस्तान के लाहौर में तैनात HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। इसे चार साल पहले चीन से खरीदा था। पूरी खबर पढ़ें…
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस इन्फॉर्मेशन वॉर में पाकिस्तान को ऑक्सीजन देने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश का रूस-पाकिस्तान रक्षा समझौते वाली X पोस्ट से भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है। दरअसल, जयराम रमेश ने 4 अक्टूबर को कहा था कि मोदी सरकार को यह बताना चाहिए कि रूस ने भारत की अपील को नजरअंदाज कर पाकिस्तान को RD-93MA इंजन देने का फैसला क्यों किया। यह इंजन चीन के बनाए JF-17 लड़ाकू विमानों में लगाया जाएगा, जिन्हें पाकिस्तानी वायुसेना इस्तेमाल करती है। रमेश ने कहा था कि यह सौदा जून में विदेश मंत्री एस जयशंकर के दखल के बाद भी नहीं रुका था। मीडिया रिपोर्ट्स में भी दावा किया गया था कि भारत सरकार की आपत्ति के बाद भी रूस पाकिस्तान को RD-93MA सप्लाई करने जा रहा है। पात्रा बोले- ममता बांग्लादेशियों के लिए बंगाल में दंगे करवा सकती हैं पात्रा ने कहा कि ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा है कि अगर SIR लागू किया गया तो बंगाल में दंगे भड़क उठेंगे और इसके भयानक परिणाम होंगे। मुझे लगता है कि यह एक सीधी धमकी है। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि दंगे आपकी सरकार और आपकी पुलिस की वजह से होंगे। ममता बनर्जी को बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के लिए बंगाल में दंगे और खून-खराबा करवाने से फर्क नहीं पड़ेगा। एक्सपर्ट बोले- पहले भी चीन ने रूस से RD-93 इंजन मांगा था रूस के रक्षा विशेषज्ञ पीयोत्र तोपीचकानोव ने कहा कि अगर रूस पाकिस्तान को RD-93 इंजन देता है, तो यह भारत के लिए फायदे का सौदा है। उनका कहना है कि इससे पता चलता है कि चीन-पाकिस्तान ने अभी तक इस इंजन का विकल्प नहीं बनाया है और भारत को JF-17 विमान के ऑपरेशनल इस्तेमाल को समझने में आसानी होगी। तोपीचकानोव ने बताया कि पहले भी चीन ने रूस से RD-93 इंजन मांगा था और NDA और यूपीए सरकारों ने इसे मंजूरी दी थी। एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि RD-93 इंजन का सौदा केवल व्यापार का है, इसमें तकनीक का हस्तांतरण शामिल नहीं है, जबकि भारत को पहले ही RD-33 इंजन की तकनीक मिल चुकी है। कांग्रेस ने कहा था- ये मोदी की पर्सनल डिप्लोमैसी की नाकामी कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने 4 अक्टूबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल डिप्लोमैसी की नाकामी है, जिसमें राष्ट्रीय हितों की बजाय अपनी इमेज बनाने और ग्लोबल शो को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा- मोदी सरकार को ये भी बताना चाहिए कि हमारा पुराना भरोसेमंद अब PAK का मददगार क्यों बन रहा है। JF-17 चीन में डिजाइन, लेकिन इसमें रूस का इंजन पाकिस्तान के JF-17 लड़ाकू विमान चीन ने डिजाइन किए हैं, लेकिन इनमें जो इंजन लगाया जाता है वह रूस में बना RD-93MA इंजन है। भारत रूस से और S-400 डिफेंस सिस्टम खरीद सकता है रूस के पाकिस्तान को फाइटर इंजन देने की रिपोर्ट के बीच में भारत रूस से कुछ और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीद सकता है। ऐसे पांच सिस्टम की डील पहले ही हुई थी, जिनमें से 3 भारत को मिल चुके हैं। नई डील इनके अलावा होगी। न्यूज एजेंसी PTI के सोर्स के मुताबिक, दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के समय डील पर बातचीत हो सकती है। यह वही डिफेंस सिस्टम है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को हवा में ही मारकर नाकाम किया था। भारत ने अक्टूबर 2018 में रूस के साथ 5 अरब डॉलर का समझौता किया था। उस समय अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि इस सौदे को आगे बढ़ाने पर वह CAATSA कानून के तहत भारत पर पाबंदी लगा सकता है। ॉ S-400 डिफेंस सिस्टम क्या है? S-400 ट्रायम्फ रूस का सबसे एडवांस्ड मिसाइल सिस्टम है, जिसे 2007 में लॉन्च किया गया था। ये सिस्टम फाइटर जेट, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइल, ड्रोन और स्टेल्थ विमानों तक को मार गिरा सकता है। ये हवा में कई तरह के खतरों से बचाव के लिए एक मजबूत ढाल की तरह काम करता है। दुनिया के बेहद आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम में इसकी गिनती होती है। ————————- ये खबर भी पढ़ें… क्या है भारत का S-400 जिसने पाकिस्तानी हमला किया नाकाम:400 KM दूर से टारगेट लॉक, एक साथ 160 टारगेट की ट्रैकिंग, जानें इसकी खासियत पाकिस्तान ने 8 मई को 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की थी। भारत के रशियन मेड S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को नाकाम कर दिया। बदले में भारत ने पाकिस्तान के लाहौर में तैनात HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। इसे चार साल पहले चीन से खरीदा था। पूरी खबर पढ़ें…