इंदौर में लव जिहाद रोकने के लिए भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ ने शीतलामाता बाजार के व्यापारियों से कहा है कि वे अपनी दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दें। गौड़ ने 25 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया था, जो कि कल पूरा हो चुका है। गौड़ का कहना है कि अभी हम एक दिन और देखेंगे। हमारी बात नहीं मानी तो हम इसे अपने तरीके से निपटाएंगे। वहीं, मुस्लिम व्यापारी और कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। इधर, इस चेतावनी का इंदौर के मार्केट में असर देखने को मिल रहा है। अधिकांश व्यापारियों ने अपने यहां काम करने वाले मुस्लिमों को हटा दिया है। इनका कहना है कि हम सेल्समैनों को निकालना नहीं चाहते, लेकिन निर्देशों का पालन कर रहे हैं। सदियों पुरानी एकता को खत्म किया जा रहा है। पहले जानिए, भास्कर से बीजेपी उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ क्या बोले दैनिक भास्कर से बात करते हुए हिंद रक्षक के संयोजक और बीजेपी नगर उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ ने कहा कि हमने 1 महीने पहले शीतलामाता बाजार के व्यापारियों के साथ बैठक की थी। यह बाजार महिला प्रधान है। यहां आने वाले अधिकांश ग्राहक महिलाएं होती हैं। इस बाजार से लगातार हमारे पास कुछ न कुछ शिकायतें आ रही थीं। सेल्समैन छेड़छाड़ करते हैं, रास्ता रोकते हैं और लव जिहाद के क्रियाकलाप में शामिल हैं। शिकायतें मिलने के बाद मैंने व्यापारियों को बुलाया और उनकी बैठक की। इस दौरान मैंने उन्हें विस्तार से लव जिहाद के बारे में बताया। गौड़ बोले- लव जिहाद अब एक संगठित अपराध बन चुका
गौड़ ने कहा कि छांगुर बाबा का पकड़ाया जाना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि लव जिहाद अब एक संगठित अपराध बन चुका है। इसके लिए बाकायदा फंडिंग हो रही है और इसका नेटवर्क है। इसमें मुस्लिम युवकों को पैसा दिया जाता है ताकि वे हिंदू बहन-बेटियों को अपने झूठे प्यार में फंसा सकें और उनका शोषण कर सकें। मैंने व्यापारियों से आग्रह किया कि कोई भी जिहादी मानसिकता का व्यक्ति हमारे बीच में है तो उसे तत्काल बाहर करना चाहिए। यह हिंदू बहन-बेटियों के मान-सम्मान का प्रश्न है। ‘मैंने व्यापारियों को कड़वी सच्चाई से अवगत कराया है’
एकलव्य ने आगे कहा कि मैंने यह कहीं नहीं कहा कि मुस्लिमों को बाहर किया जाए, मैंने कहा कि जिहादी मानसिकता का कोई भी व्यक्ति हो, उसे तुरंत बाहर करना चाहिए। वहीं कौन जिहादी मानसिकता वाला व्यक्ति है और कौन नहीं, यह व्यापारियों को तय करना चाहिए। हमने एक आग्रह और अपील के साथ उन्हें इस कड़वी सच्चाई से अवगत कराया है। अब जानिए, शीतलामाता बाजार के व्यापारी क्या बोले दैनिक भास्कर से बात करते हुए शीतलामाता बाजार के अध्यक्ष हेमा पंजवानी ने कहा कि एकलव्य गौड़ ने 25 सितंबर को कहा था और हम उनके कहे अनुसार काम कर रहे हैं। आगामी दिनों में एक और मीटिंग होगी। इस मीटिंग में जो निर्णय लिया जाएगा, उसके हिसाब से बाजार में काम किया जाएगा। एसोसिएशन के महामंत्री अतुल नीमा ने बताया कि शीतलामाता बाजार में 350 से 400 व्यापारी हैं। यहां पर 65 से 70 मुस्लिम सेल्समैन काम कर रहे थे, जिनमें से अधिकांश को हटा दिया गया है। वहीं, बचे हुए मुस्लिम सेल्समैन को हटाने की प्रक्रिया जारी है। हमारे यहां विवाद की कोई स्थिति नहीं है। आपसी सहमति से मुस्लिम सेल्समैन को हटाया जा रहा है। ‘कुछ दुकानदार अपने सेल्समैनों को निकालना नहीं चाहते’
व्यापारी पप्पू महेश्वरी ने कहा कि एसोसिएशन ने यह आदेश स्वीकार कर लिया है। कुछ दुकानदार अपने सेल्समैनों को निकालना नहीं चाहते, लेकिन निर्देशों का पालन सभी कर रहे हैं। यह आदेश न केवल आर्थिक रूप से प्रभावित कर रहा है, बल्कि बाजार की सदियों पुरानी एकता को तोड़ने की कोशिश माना जा रहा है। हालांकि कुछ मुद्दों पर यह आदेश सही भी नजर आता है। शीतलामाता बाजार दशकों से हिंदू-मुस्लिम व्यापारियों का साझा केंद्र रहा है, जहां पार्टनरशिप में दुकानें चलती हैं। बलवंत सिंह- हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को खत्म किया जा रहा
किराए की दुकान लेकर व्यापार कर रहे बलवंत सिंह राठौड़ का कहना है कि मेरी किराए की दुकान है, मेरे साथ एक मुस्लिम व्यापार पार्टनर है। हमारी दुकान खाली करवाई जा रही है। शासन-प्रशासन को हमारी मदद करनी चाहिए। ‘हमें बाहर करने की वजह यह है कि हम मुसलमान हैं’
दुकानदार मोहम्मद गुलजार ने कहा- हम लोग यह चाहते हैं कि व्यापार को व्यापार की तरह देखा जाए, न कि राजनीतिक तरीके से। हम लोग यहां पर 30-35 साल गुजार चुके हैं। हम व्यापार शांति से करते हैं, हमारी कोई शिकायत नहीं है, लेकिन हमें यहां से बाहर किया जा रहा है। हमें बाहर करने की वजह यह है कि हम मुसलमान हैं। हमारे हिसाब से करेंगे एक्शन
हिंद रक्षक के संयोजक और बीजेपी उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ का कहना है कि हमारी बैठक के दौरान व्यापारियों ने एक महीने का वादा किया था। हम अभी 1 दिन और इंतजार करेंगे। उन्हें एक दिन का और समय दे रहे हैं। उसके बाद हमारी जो भी रणनीति बनेगी, उसके हिसाब से एक्शन करेंगे। हिंद रक्षक संगठन जिहादी मानसिकता वाले लोगों पर सीधे कार्रवाई करेगा। माता-बहनों को सुरक्षित वातावरण देना हमारी प्राथमिकता है। 70 मुस्लिम सेल्समैन कर रहे हैं काम
इंदौर के शीतलामाता बाजार में इस समय लगभग 400 दुकानों का संचालन होता है, जहां पर 70 मुस्लिम सेल्समैन काम कर रहे हैं। व्यापारियों से मिली जानकारी के अनुसार, अधिकांश मुस्लिम सेल्समैन को बाजार से हटा दिया गया है। वहीं कुछ ऐसी दुकानें भी हैं, जहां मुस्लिम व्यापारी किराए पर लेकर व्यापार कर रहे हैं। इनके यहां पर हिंदू काम करते हैं, लेकिन इन दुकानों को खाली कराया जा रहा है।
इंदौर में लव जिहाद रोकने के लिए भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ ने शीतलामाता बाजार के व्यापारियों से कहा है कि वे अपनी दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दें। गौड़ ने 25 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया था, जो कि कल पूरा हो चुका है। गौड़ का कहना है कि अभी हम एक दिन और देखेंगे। हमारी बात नहीं मानी तो हम इसे अपने तरीके से निपटाएंगे। वहीं, मुस्लिम व्यापारी और कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। इधर, इस चेतावनी का इंदौर के मार्केट में असर देखने को मिल रहा है। अधिकांश व्यापारियों ने अपने यहां काम करने वाले मुस्लिमों को हटा दिया है। इनका कहना है कि हम सेल्समैनों को निकालना नहीं चाहते, लेकिन निर्देशों का पालन कर रहे हैं। सदियों पुरानी एकता को खत्म किया जा रहा है। पहले जानिए, भास्कर से बीजेपी उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ क्या बोले दैनिक भास्कर से बात करते हुए हिंद रक्षक के संयोजक और बीजेपी नगर उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ ने कहा कि हमने 1 महीने पहले शीतलामाता बाजार के व्यापारियों के साथ बैठक की थी। यह बाजार महिला प्रधान है। यहां आने वाले अधिकांश ग्राहक महिलाएं होती हैं। इस बाजार से लगातार हमारे पास कुछ न कुछ शिकायतें आ रही थीं। सेल्समैन छेड़छाड़ करते हैं, रास्ता रोकते हैं और लव जिहाद के क्रियाकलाप में शामिल हैं। शिकायतें मिलने के बाद मैंने व्यापारियों को बुलाया और उनकी बैठक की। इस दौरान मैंने उन्हें विस्तार से लव जिहाद के बारे में बताया। गौड़ बोले- लव जिहाद अब एक संगठित अपराध बन चुका
गौड़ ने कहा कि छांगुर बाबा का पकड़ाया जाना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि लव जिहाद अब एक संगठित अपराध बन चुका है। इसके लिए बाकायदा फंडिंग हो रही है और इसका नेटवर्क है। इसमें मुस्लिम युवकों को पैसा दिया जाता है ताकि वे हिंदू बहन-बेटियों को अपने झूठे प्यार में फंसा सकें और उनका शोषण कर सकें। मैंने व्यापारियों से आग्रह किया कि कोई भी जिहादी मानसिकता का व्यक्ति हमारे बीच में है तो उसे तत्काल बाहर करना चाहिए। यह हिंदू बहन-बेटियों के मान-सम्मान का प्रश्न है। ‘मैंने व्यापारियों को कड़वी सच्चाई से अवगत कराया है’
एकलव्य ने आगे कहा कि मैंने यह कहीं नहीं कहा कि मुस्लिमों को बाहर किया जाए, मैंने कहा कि जिहादी मानसिकता का कोई भी व्यक्ति हो, उसे तुरंत बाहर करना चाहिए। वहीं कौन जिहादी मानसिकता वाला व्यक्ति है और कौन नहीं, यह व्यापारियों को तय करना चाहिए। हमने एक आग्रह और अपील के साथ उन्हें इस कड़वी सच्चाई से अवगत कराया है। अब जानिए, शीतलामाता बाजार के व्यापारी क्या बोले दैनिक भास्कर से बात करते हुए शीतलामाता बाजार के अध्यक्ष हेमा पंजवानी ने कहा कि एकलव्य गौड़ ने 25 सितंबर को कहा था और हम उनके कहे अनुसार काम कर रहे हैं। आगामी दिनों में एक और मीटिंग होगी। इस मीटिंग में जो निर्णय लिया जाएगा, उसके हिसाब से बाजार में काम किया जाएगा। एसोसिएशन के महामंत्री अतुल नीमा ने बताया कि शीतलामाता बाजार में 350 से 400 व्यापारी हैं। यहां पर 65 से 70 मुस्लिम सेल्समैन काम कर रहे थे, जिनमें से अधिकांश को हटा दिया गया है। वहीं, बचे हुए मुस्लिम सेल्समैन को हटाने की प्रक्रिया जारी है। हमारे यहां विवाद की कोई स्थिति नहीं है। आपसी सहमति से मुस्लिम सेल्समैन को हटाया जा रहा है। ‘कुछ दुकानदार अपने सेल्समैनों को निकालना नहीं चाहते’
व्यापारी पप्पू महेश्वरी ने कहा कि एसोसिएशन ने यह आदेश स्वीकार कर लिया है। कुछ दुकानदार अपने सेल्समैनों को निकालना नहीं चाहते, लेकिन निर्देशों का पालन सभी कर रहे हैं। यह आदेश न केवल आर्थिक रूप से प्रभावित कर रहा है, बल्कि बाजार की सदियों पुरानी एकता को तोड़ने की कोशिश माना जा रहा है। हालांकि कुछ मुद्दों पर यह आदेश सही भी नजर आता है। शीतलामाता बाजार दशकों से हिंदू-मुस्लिम व्यापारियों का साझा केंद्र रहा है, जहां पार्टनरशिप में दुकानें चलती हैं। बलवंत सिंह- हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को खत्म किया जा रहा
किराए की दुकान लेकर व्यापार कर रहे बलवंत सिंह राठौड़ का कहना है कि मेरी किराए की दुकान है, मेरे साथ एक मुस्लिम व्यापार पार्टनर है। हमारी दुकान खाली करवाई जा रही है। शासन-प्रशासन को हमारी मदद करनी चाहिए। ‘हमें बाहर करने की वजह यह है कि हम मुसलमान हैं’
दुकानदार मोहम्मद गुलजार ने कहा- हम लोग यह चाहते हैं कि व्यापार को व्यापार की तरह देखा जाए, न कि राजनीतिक तरीके से। हम लोग यहां पर 30-35 साल गुजार चुके हैं। हम व्यापार शांति से करते हैं, हमारी कोई शिकायत नहीं है, लेकिन हमें यहां से बाहर किया जा रहा है। हमें बाहर करने की वजह यह है कि हम मुसलमान हैं। हमारे हिसाब से करेंगे एक्शन
हिंद रक्षक के संयोजक और बीजेपी उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ का कहना है कि हमारी बैठक के दौरान व्यापारियों ने एक महीने का वादा किया था। हम अभी 1 दिन और इंतजार करेंगे। उन्हें एक दिन का और समय दे रहे हैं। उसके बाद हमारी जो भी रणनीति बनेगी, उसके हिसाब से एक्शन करेंगे। हिंद रक्षक संगठन जिहादी मानसिकता वाले लोगों पर सीधे कार्रवाई करेगा। माता-बहनों को सुरक्षित वातावरण देना हमारी प्राथमिकता है। 70 मुस्लिम सेल्समैन कर रहे हैं काम
इंदौर के शीतलामाता बाजार में इस समय लगभग 400 दुकानों का संचालन होता है, जहां पर 70 मुस्लिम सेल्समैन काम कर रहे हैं। व्यापारियों से मिली जानकारी के अनुसार, अधिकांश मुस्लिम सेल्समैन को बाजार से हटा दिया गया है। वहीं कुछ ऐसी दुकानें भी हैं, जहां मुस्लिम व्यापारी किराए पर लेकर व्यापार कर रहे हैं। इनके यहां पर हिंदू काम करते हैं, लेकिन इन दुकानों को खाली कराया जा रहा है।