
पार्ट-1 में आपने पढ़ा 15 दिसंबर 2023 को फलोदी जिले के देचू कस्बे में इंसानी खोपड़ी और शव के कुछ अवशेष मिले। जांच में सामने आया कि शव चूरू के रहने वाले नितेंद्रराज का था। नितेंद्रराज के पिता ने ममता मीणा नाम की युवती पर बेटे की हत्या का शक जताया। ममता नितेंद्रराज की प्रेमिका थी। दोनों की मुलाकात जयपुर में कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के दौरान हुई थी। नितेंद्रराज ने ममता को अपना नाम प्रवीण मीणा बताया था। दोनों शादी के सपने संजो रहे थे। इसी दौरान ममता को पता चला कि जिसे वो प्रवीण समझ रही है, उसका नाम नितेंद्रराज वाल्मीकि है। ममता ने नितेंद्र से ब्रेकअप कर लिया। कुछ समय बाद ममता का सिलेक्शन ग्रेड थर्ड टीचर के पद पर हो गया। उसकी मुलाकात ग्रेड थर्ड टीचर जयकरण मीणा से हुई। दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। दोनों शादी करना चाहते थे। ममता को डर था कि नितेंद्रराज के पास उसके कुछ फोटो हैं, जो वो शादी के बाद वायरल कर सकता है। ऐसे में उसने जयकरण के साथ मिलकर नितेंद्रराज की हत्या का प्लान बनाया। उसने फोन करके नितेंद्रराज को मिलने के बहाने बुलाया। अब पढ़िए आगे की कहानी… ममता ने कमरे पर ही छोड़ दिया था अपना मोबाइल
6 नवंबर 2023 को ममता ने स्कूल से हाफ डे लिया। उसने अपना मोबाइल रूम पर छोड़ दिया ताकि पुलिस जांच करे तो लोकेशन वहीं की दिखे। इसके बाद वह गोटन पहुंच गई। नितेन्द्रराज भी गोटन पहुंच गया। वहां से दोनों ट्रेन से जोधपुर रवाना हुए। ममता ने नितेन्द्रराज को आखलिया चौराहा पहुंचने को कहा, ताकि सीसीटीवी में दोनों साथ न दिखें। वहां से दोनों प्राइवेट स्लीपर बस से देचू पहुंचे। बस में ममता ने नितेन्द्रराज का मोबाइल स्विच ऑफ करवा लिया। नितेंद्रराज का मोबाइल उसने बस में ही छोड़ दिया। देचू में ममता, नितेन्द्रराज को जयकरण के कमरे पर ले गई। जयकरण बाहर टहल रहा था। ममता ने नितेंद्रराज की चाय और खाने में नींद की गोलियां मिला दी। नितेन्द्रराज बेहोश हो गया। इसके बाद जयकरण कमरे में आया। दोनों ने मिलकर पहले से बेहोश नितेंद्रराज को जहर पिलाया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद धारदार हथियार से उसके शव के छोटे-छोटे टुकड़े किए। आधी रात के बाद उन टुकड़ों को कट्टे में भरकर मोटरसाइकिल से करीब दो किमी दूर हाई-वे पर एक छोटे पुल के नीचे ले जाकर पेट्रोल डालकर जला दिया। अगले दिन दोनों रामसरी लौट गए और वहां से अपने-अपने गांव चले गए। कंडक्टर ने थाने में दे दिया नितेंद्रराज का फोन
नितेंद्रराज की हत्या से अनजान उसके घरवाले बेसब्री से उसके लौटने का इंतजार कर रहे थे। इधर, 7 नवंबर को जगदम्बा स्लीपर बस के कंडक्टर को सफाई के दौरान एक मोबाइल फोन मिला। फोन नितेन्द्रराज का था। जब उसके पिता जुगराज ने फोन पर कॉल किया तो कंडक्टर ने बताया कि यह फोन देचू में मिला है। जिस सीट पर फोन मिला, वहां एक लड़का-लड़की बैठे थे। कंडक्टर ने फोन पुलिस थाना देचू में जमा करवा दिया। इसी बीच 15 दिसंबर 2023 को, देचू के पास नेशनल हाईवे पर कुछ आवारा कुत्ते एक इंसानी खोपड़ी को खा रहे थे। आते-जाते लोगों ने ये देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। इलाके की तलाशी ली तो पुल के नीचे बॉडी के जले-कटे टुकड़े मिले। पुलिस ने बहुत तलाश की लेकिन इंसानी कंकाल के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। दर्ज कराई बेटे की गुमशुदगी
नितेंद्रराज के परिजन डेढ़ महीने से उसके घर लौटने का इंतजार कर रहे थे। जब कोई सूचना नहीं मिली तो 26 दिसंबर 2023 को पुलिस थाना देचू में गुमशुदगी दर्ज करवाई गई। शक के आधार पर पुलिस ने ममता और जयकरण से पूछताछ की, लेकिन दोनों ने अनभिज्ञता जताई। सबूत न मिलने पर पुलिस ने तब दोनों को छोड़ दिया। इस बीच नितेंद्रराज के पिता को इंसानी कंकाल मिलने के बारे में पता चला। उन्होंने पुलिस से डीएनए जांच कराने की गुहार लगाई। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमाॅर्टम, एफएसएल जांच और डीएनए मिलान के लिए नितेंद्रराज के माता-पिता के सैंपल लिए गए। रिपोर्ट में पुष्टि हुई, यह अवशेष नितेन्द्रराज के ही थे। शव की पुष्टि होने के बाद नितेंद्रराज के पिता ने ममता मीणा पर हत्या का शक जताया। फोन में मिली ममता की आवाज की रिकॉर्डिंग
नितेन्द्रराज के पिता ने 29 फरवरी 2024 को ममता मीणा और जयकरण मीणा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन, ऑडियो रिकॉर्डिंग, स्कूल की उपस्थिति, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान जुटाए। ममता ने हर बार किसी राहगीर या बस यात्री से फोन लेकर नितेन्द्रराज और जयकरण से बात की। ऐसे में उसके फोन से पुलिस को कोई सुराग नहीं मिले। इसके अलावा 4-6 नवंबर को ममता ने जानबूझकर अपना फोन रूम पर छोड़ दिया, ताकि लोकेशन वहीं दिखे। ममता ने स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर में हेरफेर की कोशिश की, लेकिन जांच में उसका झूठ पकड़ा गया। इसके अलावा नितेन्द्रराज के फोन में दोनों की सेल्फी और ममता के दस्तावेज मिले। नितेन्द्रराज के मोबाइल में मिली 7 मिनट 13 सेकेंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग में ममता की आवाज थी, जिसमें वह नितेन्द्रराज को गोटन बुला रही थी। वॉयस सैंपल के लिए ममता को नोटिस दिया गया, लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया। वीडियो में नितेंद्र की पत्नी के रूप में ममता मीणा!
केस की जांच के दौरान नितेंद्रराज के परिवार से पुलिस को एक वीडियो भी मिला, जिसमें नितेंद्रराज और ममता मीणा पहली बार वीर हनुमान मंदिर जाने की बात कहते सुनाई दे रहे थे। इस वीडियो में नितेंद्र अपने साथ साड़ी और गले में मंगल सूत्र डाले ममता मीणा को अपनी वाइफ बता रहा था। नितेंद्रराज सीढ़ियां चढ़ते हुए मंदिर को ‘वीर हनुमान जी’ का मंदिर कहता है। प्रार्थना करता है कि उनकी मनोकामना पूरी हो। नितेंद्र के रिश्तेदारों की मानें, तो वो वीडियो संभवतया वर्ष 2019-20 में बनाया गया था, जिसमें दोनों की शादी करने की जानकारी भी सामने आई थी। दोनों चौमूं स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर जा रहे थे। उसी दौरान नितेंद्र ने अपने मोबाइल से यह वीडियो बनाया था। जिनके फोन से कॉल किया, सबसे पूछताछ
पुलिस अधीक्षक फलोदी पूजा अवाना के निर्देशन में जांच अधिकारी एसआई दाउद खान और बाद में इंस्पेक्टर शिवराज सिंह भाटी के साथ हेड कांस्टेबल श्रवण कुमार विश्नोई, डीएसटी के काॅन्स्टेबल महेंद्र उज्जवल, चौखाराम व भगवानाराम सहित अन्य की टीम ने हर तकनीकी बिंदु का गहन विश्लेषण किया। ममता ने जोधपुर रेलवे स्टेशन, डेगाना बस स्टैंड, गच्छीपुरा स्टेशन और ट्रेन यात्रियों के मोबाइल से कॉल किए थे। पुलिस ने इन सभी सिम धारकों और यात्रियों से बयान लिए। 3 अप्रैल 2025 को जांच अधिकारी शिवराज सिंह भाटी ने सरकारी शिक्षिका ममता मीणा को रामसरी स्कूल से और शिक्षक जयकरण मीणा को देचू के निकटवर्ती सगरा स्कूल से एक साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले में पुलिस जल्द ही चार्जशीट पेश करेगी। बॉयफ्रेंड का मर्डर, फिर काटी लाश:दूसरी जाति का था तो ब्रेकअप, नए प्रेमी से शादी में बाधा न बने इसलिए मर्डर, अधजली खोपड़ी बनी सुराग, पार्ट-1
पार्ट-1 में आपने पढ़ा 15 दिसंबर 2023 को फलोदी जिले के देचू कस्बे में इंसानी खोपड़ी और शव के कुछ अवशेष मिले। जांच में सामने आया कि शव चूरू के रहने वाले नितेंद्रराज का था। नितेंद्रराज के पिता ने ममता मीणा नाम की युवती पर बेटे की हत्या का शक जताया। ममता नितेंद्रराज की प्रेमिका थी। दोनों की मुलाकात जयपुर में कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के दौरान हुई थी। नितेंद्रराज ने ममता को अपना नाम प्रवीण मीणा बताया था। दोनों शादी के सपने संजो रहे थे। इसी दौरान ममता को पता चला कि जिसे वो प्रवीण समझ रही है, उसका नाम नितेंद्रराज वाल्मीकि है। ममता ने नितेंद्र से ब्रेकअप कर लिया। कुछ समय बाद ममता का सिलेक्शन ग्रेड थर्ड टीचर के पद पर हो गया। उसकी मुलाकात ग्रेड थर्ड टीचर जयकरण मीणा से हुई। दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। दोनों शादी करना चाहते थे। ममता को डर था कि नितेंद्रराज के पास उसके कुछ फोटो हैं, जो वो शादी के बाद वायरल कर सकता है। ऐसे में उसने जयकरण के साथ मिलकर नितेंद्रराज की हत्या का प्लान बनाया। उसने फोन करके नितेंद्रराज को मिलने के बहाने बुलाया। अब पढ़िए आगे की कहानी… ममता ने कमरे पर ही छोड़ दिया था अपना मोबाइल
6 नवंबर 2023 को ममता ने स्कूल से हाफ डे लिया। उसने अपना मोबाइल रूम पर छोड़ दिया ताकि पुलिस जांच करे तो लोकेशन वहीं की दिखे। इसके बाद वह गोटन पहुंच गई। नितेन्द्रराज भी गोटन पहुंच गया। वहां से दोनों ट्रेन से जोधपुर रवाना हुए। ममता ने नितेन्द्रराज को आखलिया चौराहा पहुंचने को कहा, ताकि सीसीटीवी में दोनों साथ न दिखें। वहां से दोनों प्राइवेट स्लीपर बस से देचू पहुंचे। बस में ममता ने नितेन्द्रराज का मोबाइल स्विच ऑफ करवा लिया। नितेंद्रराज का मोबाइल उसने बस में ही छोड़ दिया। देचू में ममता, नितेन्द्रराज को जयकरण के कमरे पर ले गई। जयकरण बाहर टहल रहा था। ममता ने नितेंद्रराज की चाय और खाने में नींद की गोलियां मिला दी। नितेन्द्रराज बेहोश हो गया। इसके बाद जयकरण कमरे में आया। दोनों ने मिलकर पहले से बेहोश नितेंद्रराज को जहर पिलाया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद धारदार हथियार से उसके शव के छोटे-छोटे टुकड़े किए। आधी रात के बाद उन टुकड़ों को कट्टे में भरकर मोटरसाइकिल से करीब दो किमी दूर हाई-वे पर एक छोटे पुल के नीचे ले जाकर पेट्रोल डालकर जला दिया। अगले दिन दोनों रामसरी लौट गए और वहां से अपने-अपने गांव चले गए। कंडक्टर ने थाने में दे दिया नितेंद्रराज का फोन
नितेंद्रराज की हत्या से अनजान उसके घरवाले बेसब्री से उसके लौटने का इंतजार कर रहे थे। इधर, 7 नवंबर को जगदम्बा स्लीपर बस के कंडक्टर को सफाई के दौरान एक मोबाइल फोन मिला। फोन नितेन्द्रराज का था। जब उसके पिता जुगराज ने फोन पर कॉल किया तो कंडक्टर ने बताया कि यह फोन देचू में मिला है। जिस सीट पर फोन मिला, वहां एक लड़का-लड़की बैठे थे। कंडक्टर ने फोन पुलिस थाना देचू में जमा करवा दिया। इसी बीच 15 दिसंबर 2023 को, देचू के पास नेशनल हाईवे पर कुछ आवारा कुत्ते एक इंसानी खोपड़ी को खा रहे थे। आते-जाते लोगों ने ये देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। इलाके की तलाशी ली तो पुल के नीचे बॉडी के जले-कटे टुकड़े मिले। पुलिस ने बहुत तलाश की लेकिन इंसानी कंकाल के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। दर्ज कराई बेटे की गुमशुदगी
नितेंद्रराज के परिजन डेढ़ महीने से उसके घर लौटने का इंतजार कर रहे थे। जब कोई सूचना नहीं मिली तो 26 दिसंबर 2023 को पुलिस थाना देचू में गुमशुदगी दर्ज करवाई गई। शक के आधार पर पुलिस ने ममता और जयकरण से पूछताछ की, लेकिन दोनों ने अनभिज्ञता जताई। सबूत न मिलने पर पुलिस ने तब दोनों को छोड़ दिया। इस बीच नितेंद्रराज के पिता को इंसानी कंकाल मिलने के बारे में पता चला। उन्होंने पुलिस से डीएनए जांच कराने की गुहार लगाई। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमाॅर्टम, एफएसएल जांच और डीएनए मिलान के लिए नितेंद्रराज के माता-पिता के सैंपल लिए गए। रिपोर्ट में पुष्टि हुई, यह अवशेष नितेन्द्रराज के ही थे। शव की पुष्टि होने के बाद नितेंद्रराज के पिता ने ममता मीणा पर हत्या का शक जताया। फोन में मिली ममता की आवाज की रिकॉर्डिंग
नितेन्द्रराज के पिता ने 29 फरवरी 2024 को ममता मीणा और जयकरण मीणा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन, ऑडियो रिकॉर्डिंग, स्कूल की उपस्थिति, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान जुटाए। ममता ने हर बार किसी राहगीर या बस यात्री से फोन लेकर नितेन्द्रराज और जयकरण से बात की। ऐसे में उसके फोन से पुलिस को कोई सुराग नहीं मिले। इसके अलावा 4-6 नवंबर को ममता ने जानबूझकर अपना फोन रूम पर छोड़ दिया, ताकि लोकेशन वहीं दिखे। ममता ने स्कूल के उपस्थिति रजिस्टर में हेरफेर की कोशिश की, लेकिन जांच में उसका झूठ पकड़ा गया। इसके अलावा नितेन्द्रराज के फोन में दोनों की सेल्फी और ममता के दस्तावेज मिले। नितेन्द्रराज के मोबाइल में मिली 7 मिनट 13 सेकेंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग में ममता की आवाज थी, जिसमें वह नितेन्द्रराज को गोटन बुला रही थी। वॉयस सैंपल के लिए ममता को नोटिस दिया गया, लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया। वीडियो में नितेंद्र की पत्नी के रूप में ममता मीणा!
केस की जांच के दौरान नितेंद्रराज के परिवार से पुलिस को एक वीडियो भी मिला, जिसमें नितेंद्रराज और ममता मीणा पहली बार वीर हनुमान मंदिर जाने की बात कहते सुनाई दे रहे थे। इस वीडियो में नितेंद्र अपने साथ साड़ी और गले में मंगल सूत्र डाले ममता मीणा को अपनी वाइफ बता रहा था। नितेंद्रराज सीढ़ियां चढ़ते हुए मंदिर को ‘वीर हनुमान जी’ का मंदिर कहता है। प्रार्थना करता है कि उनकी मनोकामना पूरी हो। नितेंद्र के रिश्तेदारों की मानें, तो वो वीडियो संभवतया वर्ष 2019-20 में बनाया गया था, जिसमें दोनों की शादी करने की जानकारी भी सामने आई थी। दोनों चौमूं स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर जा रहे थे। उसी दौरान नितेंद्र ने अपने मोबाइल से यह वीडियो बनाया था। जिनके फोन से कॉल किया, सबसे पूछताछ
पुलिस अधीक्षक फलोदी पूजा अवाना के निर्देशन में जांच अधिकारी एसआई दाउद खान और बाद में इंस्पेक्टर शिवराज सिंह भाटी के साथ हेड कांस्टेबल श्रवण कुमार विश्नोई, डीएसटी के काॅन्स्टेबल महेंद्र उज्जवल, चौखाराम व भगवानाराम सहित अन्य की टीम ने हर तकनीकी बिंदु का गहन विश्लेषण किया। ममता ने जोधपुर रेलवे स्टेशन, डेगाना बस स्टैंड, गच्छीपुरा स्टेशन और ट्रेन यात्रियों के मोबाइल से कॉल किए थे। पुलिस ने इन सभी सिम धारकों और यात्रियों से बयान लिए। 3 अप्रैल 2025 को जांच अधिकारी शिवराज सिंह भाटी ने सरकारी शिक्षिका ममता मीणा को रामसरी स्कूल से और शिक्षक जयकरण मीणा को देचू के निकटवर्ती सगरा स्कूल से एक साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले में पुलिस जल्द ही चार्जशीट पेश करेगी। बॉयफ्रेंड का मर्डर, फिर काटी लाश:दूसरी जाति का था तो ब्रेकअप, नए प्रेमी से शादी में बाधा न बने इसलिए मर्डर, अधजली खोपड़ी बनी सुराग, पार्ट-1