
हरियाणा के पानीपत में पकड़े गए दो फर्जी अस्पतालों के मामले में खुलासा हुआ है। CM फ्लाइंग और हेल्थ डिपार्टमेंट की संयुक्त रेड में सामने आया कि जाटल रोड स्थित SK क्लीनिक और देशवाल चौक स्थित देव E.H. क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन के कई महीनों से चल रहे थे। इन दोनों अस्पतालों में रोजाना 70 से 80 मरीज इलाज के लिए आते थे। मरीजों से 100 रुपए की पर्ची फीस ली जाती थी। यानी ये फर्जी अस्पताल सिर्फ ओपीडी फीस के नाम पर रोज हजारों रुपए वसूल रहे थे। मंगलवार को हुई रेड के दौरान इन अस्पतालों से फर्जी डॉक्टर और स्टाफ पकड़े गए। जांच के बाद दोनों क्लीनिक मालिकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। अब पढ़ें की दोनों अस्पतालों से टीम को क्या मिला 1- E.H. अस्पताल और मेडिकल इंस्टीट्यूट… 2- एसके क्लीनिक क्लीनिक मालिक ने क्या कहा, 3 पॉइंट में जानिए DSP बोले- शिकायत मिलने पर रेड की
इस बारे में सीएम फ्लाइंग के DSP सुशील कुमार ने बताया कि दोनों अस्पतालों पर सूचना एवं शिकायत के आधार पर रेड की गई। इन दोनों अस्पतालों के बारे में सूचना थी कि इनको चलाने वालों के पास फर्जी डिग्रियां हैं और वो खुद को डॉक्टर बताते हैं। रेड में लोगों से मिली शिकायत सही पाई गई। DSP ने बताया कि दोनों ही जगह पर फर्जी डिग्रियों वाले डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे थे। जिस वक्त टीम ने रेड की तब काफी संख्या में मरीज यहां इलाज करवा रहे थे। उन्हें रेड के बाद यहां से दूसरे अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए भेज दिया गया था। इन धाराओं में हुआ केस दर्ज
डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश वत्स के अनुसार दोनों ही अस्पतालों के मालिकों पर केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों के ही खिलाफ धारा 34 NMC ACT 18(A), 18(C) ड्रग एक्ट और 318(4) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
हरियाणा के पानीपत में पकड़े गए दो फर्जी अस्पतालों के मामले में खुलासा हुआ है। CM फ्लाइंग और हेल्थ डिपार्टमेंट की संयुक्त रेड में सामने आया कि जाटल रोड स्थित SK क्लीनिक और देशवाल चौक स्थित देव E.H. क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन के कई महीनों से चल रहे थे। इन दोनों अस्पतालों में रोजाना 70 से 80 मरीज इलाज के लिए आते थे। मरीजों से 100 रुपए की पर्ची फीस ली जाती थी। यानी ये फर्जी अस्पताल सिर्फ ओपीडी फीस के नाम पर रोज हजारों रुपए वसूल रहे थे। मंगलवार को हुई रेड के दौरान इन अस्पतालों से फर्जी डॉक्टर और स्टाफ पकड़े गए। जांच के बाद दोनों क्लीनिक मालिकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। अब पढ़ें की दोनों अस्पतालों से टीम को क्या मिला 1- E.H. अस्पताल और मेडिकल इंस्टीट्यूट… 2- एसके क्लीनिक क्लीनिक मालिक ने क्या कहा, 3 पॉइंट में जानिए DSP बोले- शिकायत मिलने पर रेड की
इस बारे में सीएम फ्लाइंग के DSP सुशील कुमार ने बताया कि दोनों अस्पतालों पर सूचना एवं शिकायत के आधार पर रेड की गई। इन दोनों अस्पतालों के बारे में सूचना थी कि इनको चलाने वालों के पास फर्जी डिग्रियां हैं और वो खुद को डॉक्टर बताते हैं। रेड में लोगों से मिली शिकायत सही पाई गई। DSP ने बताया कि दोनों ही जगह पर फर्जी डिग्रियों वाले डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे थे। जिस वक्त टीम ने रेड की तब काफी संख्या में मरीज यहां इलाज करवा रहे थे। उन्हें रेड के बाद यहां से दूसरे अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए भेज दिया गया था। इन धाराओं में हुआ केस दर्ज
डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश वत्स के अनुसार दोनों ही अस्पतालों के मालिकों पर केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों के ही खिलाफ धारा 34 NMC ACT 18(A), 18(C) ड्रग एक्ट और 318(4) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।