
गुजरात पुलिस 27 जून को अहमदाबाद में निकाली जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए भीड़ को मैनेज करेगी। असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर भरत पटेल ने बताया कि बेंगलुरु में हुई भगदड़ से सबक लेते हुए अतिरिक्त सतर्कता की जा रही है। पुलिस के अनुसार, 27 जून को होने वाले भव्य कार्यक्रम में 14 से 15 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। AI सॉफ्टवेयर लाइव सीसीटीवी फीड से कनेक्ट होगा। ताकि यह अनुमान लगाया जा सके कि उस विशेष स्थान पर कितने लोग मौजूद हैं। ज्यादा संख्या होने पर पहले ही बैरेकेडिंग के जरिए भीड़ को रोका जा सकेगा। आज के अन्य बड़े अपडेट्स… जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकी ठिकाना मिला, 10 ग्रेनेड लॉन्चर बरामद जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षाबलों ने एक जंगल में छिपा आतंकी ठिकाना पकड़ा है। यह कार्रवाई पुलिस और सेना की संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान हुई। ठिकाने से 10 अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (UBGL) और अन्य सामान मिले हैं। अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों की किसी बड़ी साजिश को नाकाम किया गया है। यह ठिकाना काफी दूर और मुश्किल इलाके में बनाया गया था ताकि किसी को पता न चले। अभी भी इलाके में तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबल लगातार आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
गुजरात पुलिस 27 जून को अहमदाबाद में निकाली जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए भीड़ को मैनेज करेगी। असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर भरत पटेल ने बताया कि बेंगलुरु में हुई भगदड़ से सबक लेते हुए अतिरिक्त सतर्कता की जा रही है। पुलिस के अनुसार, 27 जून को होने वाले भव्य कार्यक्रम में 14 से 15 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। AI सॉफ्टवेयर लाइव सीसीटीवी फीड से कनेक्ट होगा। ताकि यह अनुमान लगाया जा सके कि उस विशेष स्थान पर कितने लोग मौजूद हैं। ज्यादा संख्या होने पर पहले ही बैरेकेडिंग के जरिए भीड़ को रोका जा सकेगा। आज के अन्य बड़े अपडेट्स… जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकी ठिकाना मिला, 10 ग्रेनेड लॉन्चर बरामद जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षाबलों ने एक जंगल में छिपा आतंकी ठिकाना पकड़ा है। यह कार्रवाई पुलिस और सेना की संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान हुई। ठिकाने से 10 अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (UBGL) और अन्य सामान मिले हैं। अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों की किसी बड़ी साजिश को नाकाम किया गया है। यह ठिकाना काफी दूर और मुश्किल इलाके में बनाया गया था ताकि किसी को पता न चले। अभी भी इलाके में तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षाबल लगातार आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।