
बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रविवार को मची भगदड़ में 20 साल के भूमिक की भी मौत हो गई। उसके पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने इस हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आपकी लापरवाही से आज मेरा बेटा मारा गया। उन्होंने अस्पताल में कहा- बेटा बिना बताए यहां आया था और अब उसकी लाश सड़क पर पड़ी है। आज ही मेरे बेटे का पोस्टमॉर्टम पूरा कर दें और उसका शव मुझे सौंप दें। दरअसल, विराट कोहली और RCB टीम को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। लेकिन यह जश्न एक भयानक हादसे में बदल गया जब सैकड़ों लोगों ने गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई। इसमें 11 लोगों की जान गई जबकि 33 घायल हैं। चश्मदीदों ने इस हादसे के बारे में जो जानकारी दी वह काफी भयावह है। किसी ने बताया कि कैसे 600-700 लोगों की भीड़ ने गेट तोड़कर स्टेडियम में घुसने की कोशिश की, तो किसी ने बताया कि लगातार भीड़ के आने से 30-40 लोग गिर गए, जिनमें से 3-4 की मौत उनकी आंखों के सामने ही हो गई। पढ़िए इस हादसे को लेकर चश्मदीदों ने क्या बताया… ‘600-700 लोगों ने गेट तोड़कर अंदर आने की कोशिश की’ एक और चश्मदीद ने बताया, ‘600-700 लोग, खासकर महिलाएं, एक साथ गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रही थीं। ऐसी जानकारी मिली थी कि टीम का रोड शो कैंसिल हो गया है और सबको स्टेडियम आना है। बहुत सी महिलाएं बिना टिकट आई थीं। पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन किसी ने नहीं सुना। गेट पर चढ़ने की कोशिश में भगदड़ मच गई। कई महिलाएं घायल हो गईं, मैं मदद करना चाहता था, लेकिन भीड़ में कुछ कर नहीं पाया।’ ‘भीड़ बढ़ती जा रही थी, लेकिन पुलिस मौजूद नहीं थी’ एक व्यक्ति ने कहा, ‘लोगों को बार-बार रोका जा रहा था लेकिन भीड़ बढ़ती जा रही थी। पुलिस वहां थी ही नहीं। बहुत दम घुट रहा था। कई लड़कियां गिर गई थीं, कुछ मेरे ऊपर भी गिरीं। मेरी पसलियों में चोट आई है, हड्डी नहीं टूटी, लेकिन मांसपेशियों में दर्द है।’ ‘स्टेडियम में घुसने में लोग नीचे गिर गए लेकिन भीड़ आती रही’ एक और व्यक्ति ने बताया, ‘30-40 लोग एक साथ गिर गए थे, लेकिन भीड़ पीछे से आती रही। मेरी आंखों के सामने ही 3-4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हमें दोपहर 3 बजे गेट नंबर 7 पर बुलाया गया था, लेकिन 5:20 तक किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया। अंदर जाने के लिए बस एक छोटा सा रास्ता था। 300-400 लोग उस गेट पर थे। बहुत दम घुट रहा था। मैं जिंदा हूं, यही बड़ी बात है।’ इस पोल में भाग लेकर अपनी राय जरूर दें… ————————————– बेंगलुरु में हुई भगदड़ से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… RCB के जश्न में 11 मौतों के जिम्मेदार 5 मंत्री-अफसर:DM-DCP, डिप्टी CM स्वागत में बिजी; विक्ट्री परेड कैंसिल, स्टेडियम पहुंचे 3 लाख लोग चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ के वक्त RCB की टीम विधानसभा भवन में थी। यहां कर्नाटक सरकार ने उनका सम्मान किया। सम्मान समारोह और जश्न खत्म हो गया, लेकिन सवाल बाकी रह गया कि भगदड़ का जिम्मेदार कौन है। पड़ताल में समझ आया कि पुलिस, प्रशासन, सरकार, RCB मैनेजमेंट और कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन, सभी की तरफ से चूक होती रही। लाखों की भीड़ जुट रही थी, लेकिन रोकने वाला कोई नहीं था। पूरी खबर यहां पढ़ें… बेंगलुरु भगदड़, सभी 11 मृतकों की उम्र 35 से कम:3 टीनएजर थे; हाईकोर्ट ने घटना का नोटिस लिया, 2.30 बजे सुनवाई पहली बार IPL विजेता बनने वाली रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का जश्न बुधवार को बड़े हादसे में बदल गया। विजेता खिलाड़ियों के स्वागत में यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटी भीड़ में भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई। 33 घायल हैं। सभी मृतक 35 साल से कम उम्र के थे, 3 टीनएजर हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रविवार को मची भगदड़ में 20 साल के भूमिक की भी मौत हो गई। उसके पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने इस हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आपकी लापरवाही से आज मेरा बेटा मारा गया। उन्होंने अस्पताल में कहा- बेटा बिना बताए यहां आया था और अब उसकी लाश सड़क पर पड़ी है। आज ही मेरे बेटे का पोस्टमॉर्टम पूरा कर दें और उसका शव मुझे सौंप दें। दरअसल, विराट कोहली और RCB टीम को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। लेकिन यह जश्न एक भयानक हादसे में बदल गया जब सैकड़ों लोगों ने गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई। इसमें 11 लोगों की जान गई जबकि 33 घायल हैं। चश्मदीदों ने इस हादसे के बारे में जो जानकारी दी वह काफी भयावह है। किसी ने बताया कि कैसे 600-700 लोगों की भीड़ ने गेट तोड़कर स्टेडियम में घुसने की कोशिश की, तो किसी ने बताया कि लगातार भीड़ के आने से 30-40 लोग गिर गए, जिनमें से 3-4 की मौत उनकी आंखों के सामने ही हो गई। पढ़िए इस हादसे को लेकर चश्मदीदों ने क्या बताया… ‘600-700 लोगों ने गेट तोड़कर अंदर आने की कोशिश की’ एक और चश्मदीद ने बताया, ‘600-700 लोग, खासकर महिलाएं, एक साथ गेट तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रही थीं। ऐसी जानकारी मिली थी कि टीम का रोड शो कैंसिल हो गया है और सबको स्टेडियम आना है। बहुत सी महिलाएं बिना टिकट आई थीं। पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन किसी ने नहीं सुना। गेट पर चढ़ने की कोशिश में भगदड़ मच गई। कई महिलाएं घायल हो गईं, मैं मदद करना चाहता था, लेकिन भीड़ में कुछ कर नहीं पाया।’ ‘भीड़ बढ़ती जा रही थी, लेकिन पुलिस मौजूद नहीं थी’ एक व्यक्ति ने कहा, ‘लोगों को बार-बार रोका जा रहा था लेकिन भीड़ बढ़ती जा रही थी। पुलिस वहां थी ही नहीं। बहुत दम घुट रहा था। कई लड़कियां गिर गई थीं, कुछ मेरे ऊपर भी गिरीं। मेरी पसलियों में चोट आई है, हड्डी नहीं टूटी, लेकिन मांसपेशियों में दर्द है।’ ‘स्टेडियम में घुसने में लोग नीचे गिर गए लेकिन भीड़ आती रही’ एक और व्यक्ति ने बताया, ‘30-40 लोग एक साथ गिर गए थे, लेकिन भीड़ पीछे से आती रही। मेरी आंखों के सामने ही 3-4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हमें दोपहर 3 बजे गेट नंबर 7 पर बुलाया गया था, लेकिन 5:20 तक किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया। अंदर जाने के लिए बस एक छोटा सा रास्ता था। 300-400 लोग उस गेट पर थे। बहुत दम घुट रहा था। मैं जिंदा हूं, यही बड़ी बात है।’ इस पोल में भाग लेकर अपनी राय जरूर दें… ————————————– बेंगलुरु में हुई भगदड़ से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… RCB के जश्न में 11 मौतों के जिम्मेदार 5 मंत्री-अफसर:DM-DCP, डिप्टी CM स्वागत में बिजी; विक्ट्री परेड कैंसिल, स्टेडियम पहुंचे 3 लाख लोग चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ के वक्त RCB की टीम विधानसभा भवन में थी। यहां कर्नाटक सरकार ने उनका सम्मान किया। सम्मान समारोह और जश्न खत्म हो गया, लेकिन सवाल बाकी रह गया कि भगदड़ का जिम्मेदार कौन है। पड़ताल में समझ आया कि पुलिस, प्रशासन, सरकार, RCB मैनेजमेंट और कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन, सभी की तरफ से चूक होती रही। लाखों की भीड़ जुट रही थी, लेकिन रोकने वाला कोई नहीं था। पूरी खबर यहां पढ़ें… बेंगलुरु भगदड़, सभी 11 मृतकों की उम्र 35 से कम:3 टीनएजर थे; हाईकोर्ट ने घटना का नोटिस लिया, 2.30 बजे सुनवाई पहली बार IPL विजेता बनने वाली रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का जश्न बुधवार को बड़े हादसे में बदल गया। विजेता खिलाड़ियों के स्वागत में यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटी भीड़ में भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई। 33 घायल हैं। सभी मृतक 35 साल से कम उम्र के थे, 3 टीनएजर हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…