
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार (5 जून) को पंजाब पहुंचे। उनके दौरे का मकसद किसानों से सीधे बातचीत करके उनकी समस्याएं समझने के साथ-साथ एग्रीकल्चर सेक्टर में हो रही इनोवेशन को बढ़ावा देना रहा। उन्होंने पर्यावरण को बचाने की जरूरत पर भी जोर दिया। केंद्रीय मंत्री सबसे पहले पटियाला के राजपुरा में रखी गई किसान चौपाल में पहुंचे। यहां उन्होंने किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। साथ ही केंद्र सरकार की किसानों से जुड़ी योजनाओं के बारे में बताया। किसानों से बातचीत के बाद शिवराज सिंह चौहान सीधे खेतों में पहुंच गए और खुद ट्रैक्टर चलाया। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती बहुत उपजाऊ है। धान की सीधी खेती पर जोर देते हुए चौहान ने कहा कि किसान ऐसा कर काफी पानी बचा सकते हैं। वर्ल्ड एनवायरनमेंट-डे के मौके पर उन्होंने पटियाला में पौधा भी लगाया। पंजाब की धरती को नमन शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब की धरती को नमन करते हुए कहा कि यहां की उपजाऊ मिट्टी और मेहनती किसान देश का अन्न भंडार भरने में अहम रोल निभा रहे हैं। यहां किसान धान की सीधी खेती सफलतापूर्वक कर रहे हैं। इससे पानी की बचत होती है और लागत कम आती है। इस तरह के इनोवेशन को केंद्र सरकार बाकी राज्यों के किसानों तक पहुंचाएगी। किसानों को लैब से जोड़ने के लिए अभियान राजपुरा के बाद केंद्रीय मंत्री पटियाला के रौनी गांव पहुंचे। यहां विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत रखे गए प्रोग्राम में उन्होंने किसानों को खेतीबाड़ी से जुड़ी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से जोड़ने और इनकम दोगुनी करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि केवल भाषणबाजी से काम नहीं चलेगा। सही अर्थों में जब हम किसानों के बीच जाकर खेती की मूल चीजें नहीं समझेंगे, काम नहीं चलेगा। इसी मकसद से किसानों और उनकी जमीन को लैब और विज्ञान से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। अमरगढ़ में देखे खेतीबाड़ी से जुड़े लेटेस्ट उपकरण शिवराज सिंह चौहान दोपहर में अमरगढ़ पहुंचे और वहां खेतीबाड़ी से जुड़ी आधुनिक मशीनों की प्रदर्शनी को देखा। चौहान आजकल विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत अलग-अलग राज्यों में जाकर वहां किसानों से सीधे मिलकर उनकी समस्याएं जान रहे हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार (5 जून) को पंजाब पहुंचे। उनके दौरे का मकसद किसानों से सीधे बातचीत करके उनकी समस्याएं समझने के साथ-साथ एग्रीकल्चर सेक्टर में हो रही इनोवेशन को बढ़ावा देना रहा। उन्होंने पर्यावरण को बचाने की जरूरत पर भी जोर दिया। केंद्रीय मंत्री सबसे पहले पटियाला के राजपुरा में रखी गई किसान चौपाल में पहुंचे। यहां उन्होंने किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। साथ ही केंद्र सरकार की किसानों से जुड़ी योजनाओं के बारे में बताया। किसानों से बातचीत के बाद शिवराज सिंह चौहान सीधे खेतों में पहुंच गए और खुद ट्रैक्टर चलाया। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती बहुत उपजाऊ है। धान की सीधी खेती पर जोर देते हुए चौहान ने कहा कि किसान ऐसा कर काफी पानी बचा सकते हैं। वर्ल्ड एनवायरनमेंट-डे के मौके पर उन्होंने पटियाला में पौधा भी लगाया। पंजाब की धरती को नमन शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब की धरती को नमन करते हुए कहा कि यहां की उपजाऊ मिट्टी और मेहनती किसान देश का अन्न भंडार भरने में अहम रोल निभा रहे हैं। यहां किसान धान की सीधी खेती सफलतापूर्वक कर रहे हैं। इससे पानी की बचत होती है और लागत कम आती है। इस तरह के इनोवेशन को केंद्र सरकार बाकी राज्यों के किसानों तक पहुंचाएगी। किसानों को लैब से जोड़ने के लिए अभियान राजपुरा के बाद केंद्रीय मंत्री पटियाला के रौनी गांव पहुंचे। यहां विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत रखे गए प्रोग्राम में उन्होंने किसानों को खेतीबाड़ी से जुड़ी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से जोड़ने और इनकम दोगुनी करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि केवल भाषणबाजी से काम नहीं चलेगा। सही अर्थों में जब हम किसानों के बीच जाकर खेती की मूल चीजें नहीं समझेंगे, काम नहीं चलेगा। इसी मकसद से किसानों और उनकी जमीन को लैब और विज्ञान से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। अमरगढ़ में देखे खेतीबाड़ी से जुड़े लेटेस्ट उपकरण शिवराज सिंह चौहान दोपहर में अमरगढ़ पहुंचे और वहां खेतीबाड़ी से जुड़ी आधुनिक मशीनों की प्रदर्शनी को देखा। चौहान आजकल विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत अलग-अलग राज्यों में जाकर वहां किसानों से सीधे मिलकर उनकी समस्याएं जान रहे हैं।