
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को मीडिया और लोगों से अपील की है कि वे सीनियर सैन्य अधिकारियों और उनके परिवारों की गोपनीयता का सम्मान करें। सरकार ने इस बारे में एडवाइजरी जारी की है। इसमें लिखा, ‘सेवारत या रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों के निजी आवासों के पते छापने और उनके परिवारों के इंटरव्यू करने से बचें।’ डिफेंस मिनिस्ट्री ने एडवाइजरी में कहा है कि जब तक आधिकारिक तरीके से इसका इनविटेशन या इजाजत न दी गई हो, तब तक आवासीय पते, परिवार के सदस्यों की तस्वीरें या अन्य निजी ब्योरों को छापने या प्रसारित करने से बचें।’ रक्षा मंत्रालय ने यह एडवाइजरी विजय कुमार (ADG, MC) के साइन के साथ जारी की है। मंत्रालय ने एडवाइजरी क्यों जारी की? मंत्रालय ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और उसके बाद सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी देने के लिए समय-समय पर कई अफसर मीडिया के सामने आए। इन अफसरों को लेकर हो रही लगातार कवरेज उनके परिवार के लोगों और निजी जिंदगी तक पहुंच गई।’ ‘मीडियाकर्मियों ने कथित तौर पर उनके आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क साधने की कोशिश की। इसके अलावा सेना के अफसरों के परिवार से आधिकारिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत मुद्दे पर कवरेज की गई।’ भारत-PAK तनाव में ऑनलाइन एब्यूज का शिकार हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी 10 मई को भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद कई यूजर्स विदेश सचिव विक्रम मिसरी की पोस्ट्स पर ऑनलाइन एब्यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्वीरें शेयर हो रही थीं जिसके साथ उनकी बेटी का मोबाइल नंबर वायरल कर दिया गया था और कई तरह के कमेंट्स भी किए जा रहे थे। जिसके बाद मिसरी ने अपना एक्स अकाउंट सिक्योर कर लिया। यूजर्स की ट्रोलिंग के बाद सोशल मीडिया पर कई इन्फ्लुएंसर मिसरी के सपोर्ट में उतर आए। उनका कहना है कि सीनियर ऑफिसर को पर्सनल लेवल पर ट्रोल करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सपा नेता अखिलेश यादव विक्रम मिसरी के बचाव में उतरे थे विदेश सचिव की ट्रोलिंग पर अखिलेश यादव ने कहा था- इस मामले की गहराई से जांच की जाए और दोषियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंक खाते और ई-पेमेंट खातों का पूरा ब्योरा निकाला जाए। सपा अध्यक्ष ने ईडी, सीबीआई, साइबर सिक्योरिटी और अन्य जांच एजेंसियों को तत्काल सक्रिय करने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने कहा- सरकार देश की सुरक्षा के नाम पर प्रतिष्ठित यूट्यूब चैनलों को तो बंद कर देती है, लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती। यदि सरकार 24 घंटे के भीतर कोई कदम नहीं उठाती, तो जनता यह समझ लेगी कि ये तत्व किसके इशारे पर काम कर रहे हैं और उन्हें कौन बचा रहा है। भाजपा की चुप्पी उसकी संलिप्तता मानी जाएगी। ————————– ये खबर भी पढ़ें…
MP के मंत्री का कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक बयान:विजय शाह बोले- जिन्होंने बहनों का सिंदूर उजाड़ा, उन्हीं की बहन को भेजकर ऐसी-तैसी कराई मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा- जिन लोगों ने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करा दी। यह बयान शाह ने रविवार को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित हमला कार्यक्रम में दिया था। पूरी खबर पढ़ें…
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को मीडिया और लोगों से अपील की है कि वे सीनियर सैन्य अधिकारियों और उनके परिवारों की गोपनीयता का सम्मान करें। सरकार ने इस बारे में एडवाइजरी जारी की है। इसमें लिखा, ‘सेवारत या रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों के निजी आवासों के पते छापने और उनके परिवारों के इंटरव्यू करने से बचें।’ डिफेंस मिनिस्ट्री ने एडवाइजरी में कहा है कि जब तक आधिकारिक तरीके से इसका इनविटेशन या इजाजत न दी गई हो, तब तक आवासीय पते, परिवार के सदस्यों की तस्वीरें या अन्य निजी ब्योरों को छापने या प्रसारित करने से बचें।’ रक्षा मंत्रालय ने यह एडवाइजरी विजय कुमार (ADG, MC) के साइन के साथ जारी की है। मंत्रालय ने एडवाइजरी क्यों जारी की? मंत्रालय ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और उसके बाद सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी देने के लिए समय-समय पर कई अफसर मीडिया के सामने आए। इन अफसरों को लेकर हो रही लगातार कवरेज उनके परिवार के लोगों और निजी जिंदगी तक पहुंच गई।’ ‘मीडियाकर्मियों ने कथित तौर पर उनके आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क साधने की कोशिश की। इसके अलावा सेना के अफसरों के परिवार से आधिकारिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत मुद्दे पर कवरेज की गई।’ भारत-PAK तनाव में ऑनलाइन एब्यूज का शिकार हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी 10 मई को भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद कई यूजर्स विदेश सचिव विक्रम मिसरी की पोस्ट्स पर ऑनलाइन एब्यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्वीरें शेयर हो रही थीं जिसके साथ उनकी बेटी का मोबाइल नंबर वायरल कर दिया गया था और कई तरह के कमेंट्स भी किए जा रहे थे। जिसके बाद मिसरी ने अपना एक्स अकाउंट सिक्योर कर लिया। यूजर्स की ट्रोलिंग के बाद सोशल मीडिया पर कई इन्फ्लुएंसर मिसरी के सपोर्ट में उतर आए। उनका कहना है कि सीनियर ऑफिसर को पर्सनल लेवल पर ट्रोल करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सपा नेता अखिलेश यादव विक्रम मिसरी के बचाव में उतरे थे विदेश सचिव की ट्रोलिंग पर अखिलेश यादव ने कहा था- इस मामले की गहराई से जांच की जाए और दोषियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंक खाते और ई-पेमेंट खातों का पूरा ब्योरा निकाला जाए। सपा अध्यक्ष ने ईडी, सीबीआई, साइबर सिक्योरिटी और अन्य जांच एजेंसियों को तत्काल सक्रिय करने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने कहा- सरकार देश की सुरक्षा के नाम पर प्रतिष्ठित यूट्यूब चैनलों को तो बंद कर देती है, लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती। यदि सरकार 24 घंटे के भीतर कोई कदम नहीं उठाती, तो जनता यह समझ लेगी कि ये तत्व किसके इशारे पर काम कर रहे हैं और उन्हें कौन बचा रहा है। भाजपा की चुप्पी उसकी संलिप्तता मानी जाएगी। ————————– ये खबर भी पढ़ें…
MP के मंत्री का कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक बयान:विजय शाह बोले- जिन्होंने बहनों का सिंदूर उजाड़ा, उन्हीं की बहन को भेजकर ऐसी-तैसी कराई मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा- जिन लोगों ने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करा दी। यह बयान शाह ने रविवार को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित हमला कार्यक्रम में दिया था। पूरी खबर पढ़ें…