
इस साल के आखिर में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। सूत्रों की माने तो बिहार में चुनाव 3 चरण में हो सकते हैं। माना जा रहा है कि वोटिंग की डेट में दिवाली और छठ पर्व का ध्यान रखा जाएगा। 2020 का विधानसभा चुनाव 3 फेज में हुआ था। चुनाव आयोग की टीम इसी महीने बिहार जाएगी। हालांकि, अभी तारीख अभी तय नहीं है। 22 नवंबर को खत्म हो रहा नीतीश सरकार का कार्यकाल नीतीश कुमार का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 तक है। ऐसे में संभावना है कि सितंबर से अक्टूबर के बीच आचार संहिता लग जाएगी। माना ये भी जा रहा है कि सितंबर के आखिरी हफ्ते से चुनाव की शुरुआत हो सकती है, जो पूरे अक्टूबर तक चलेगी। अक्टूबर में तीन बड़े त्योहार हैं, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। नवंबर के पहले हफ्ते में नतीजे आ सकते हैं। 2020 में NDA ने सबसे ज्यादा 125 सीटें जीती थीं 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए गए थे। इसमें NDA ने 125 सीटें हासिल की थीं। तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 110 सीटें जीती थीं। RJD 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इसके बाद BJP ने 74 सीटें जीतीं। मुख्यमंत्री उम्मीदवार नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने तीसरी सबसे ज्यादा 49 सीटें जीती थीं। AIMIM ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इसमें से वो 19 सीटों पर जीत हासिल कर पाई थी। तीनों वामपंथी दलों ने मिलकर 29 सीटों पर चुनाव लड़ा, 16 सीटें जीतीं। NDA में नीतीश कुमार CM फेस 2025 के चुनाव में NDA में नीतीश कुमार ही CM फेस हैं। हालांकि, 2005 से ही नीतीश कुमार NDA के सीएम फेस हैं। 2015 में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा थे। 2017 में नीतीश फिर NDA में आए, 2020 में चौथी बार NDA की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा बने। पिछले 20 साल से राज्य में नीतीश की पार्टी सत्ता में है। इस बार भी बीजेपी नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है। महागठबंधन में CM फेस पर सहमति नहीं विधानसभा चुनाव को लेकर NDA गठबंधन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने का संकेत दिया है। महागठबंधन में अभी CM फेस को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। कहा जा रहा है कि तेजस्वी महागठबंधन का नेतृत्व कर सकते हैं, लेकिन कांग्रेस इसका कई बार खंडन भी कर चुकी है। प्रशांत किशोर की पार्टी भी इस बार चुनाव मैदान में है, इससे नए समीकरण भी बन सकते हैं। चुनाव के 3 बड़े मुद्दे 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार NDA के सामने 3 बड़े मुद्दे होंगे, जिसे लेकर विपक्ष के नेता उन्हें घेर सकते हैं। ——————– ये खबर भी पढ़िए…. जाति जनगणना – एक दांव से BJP ने खेल बदला:अब क्या करेंगे राहुल गांधी-तेजस्वी यादव, नीतीश को जनगणना का फायदा पहले भी मिला महज 4 साल में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार ने अपने फैसले को पलट दिया है। पहले जाति जनगणना नहीं कराने पर अड़ी सरकार ने अब कराने का ऐलान किया है। हालांकि, जनगणना की प्रोसेस पूरी होने में एक साल लगेगा। ऐसे में जनगणना के अंतिम आंकड़े 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में मिल सकेंगे। देश में पिछली जनगणना 2011 में हुई थी। इसे हर 10 साल में किया जाता है।ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या बिहार चुनाव में माइलेज लेने के लिए मोदी सरकार ने ये फैसला लिया है? क्या विपक्ष को मुद्दा विहीन करने की ये एक प्लानिंग है? दैनिक भास्कर की स्पेशल रिपोर्ट में इसे 4 सवालों के जरिए समझिए और पढ़िए…
इस साल के आखिर में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। सूत्रों की माने तो बिहार में चुनाव 3 चरण में हो सकते हैं। माना जा रहा है कि वोटिंग की डेट में दिवाली और छठ पर्व का ध्यान रखा जाएगा। 2020 का विधानसभा चुनाव 3 फेज में हुआ था। चुनाव आयोग की टीम इसी महीने बिहार जाएगी। हालांकि, अभी तारीख अभी तय नहीं है। 22 नवंबर को खत्म हो रहा नीतीश सरकार का कार्यकाल नीतीश कुमार का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 तक है। ऐसे में संभावना है कि सितंबर से अक्टूबर के बीच आचार संहिता लग जाएगी। माना ये भी जा रहा है कि सितंबर के आखिरी हफ्ते से चुनाव की शुरुआत हो सकती है, जो पूरे अक्टूबर तक चलेगी। अक्टूबर में तीन बड़े त्योहार हैं, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। नवंबर के पहले हफ्ते में नतीजे आ सकते हैं। 2020 में NDA ने सबसे ज्यादा 125 सीटें जीती थीं 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए गए थे। इसमें NDA ने 125 सीटें हासिल की थीं। तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 110 सीटें जीती थीं। RJD 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इसके बाद BJP ने 74 सीटें जीतीं। मुख्यमंत्री उम्मीदवार नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने तीसरी सबसे ज्यादा 49 सीटें जीती थीं। AIMIM ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इसमें से वो 19 सीटों पर जीत हासिल कर पाई थी। तीनों वामपंथी दलों ने मिलकर 29 सीटों पर चुनाव लड़ा, 16 सीटें जीतीं। NDA में नीतीश कुमार CM फेस 2025 के चुनाव में NDA में नीतीश कुमार ही CM फेस हैं। हालांकि, 2005 से ही नीतीश कुमार NDA के सीएम फेस हैं। 2015 में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा थे। 2017 में नीतीश फिर NDA में आए, 2020 में चौथी बार NDA की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा बने। पिछले 20 साल से राज्य में नीतीश की पार्टी सत्ता में है। इस बार भी बीजेपी नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है। महागठबंधन में CM फेस पर सहमति नहीं विधानसभा चुनाव को लेकर NDA गठबंधन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने का संकेत दिया है। महागठबंधन में अभी CM फेस को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। कहा जा रहा है कि तेजस्वी महागठबंधन का नेतृत्व कर सकते हैं, लेकिन कांग्रेस इसका कई बार खंडन भी कर चुकी है। प्रशांत किशोर की पार्टी भी इस बार चुनाव मैदान में है, इससे नए समीकरण भी बन सकते हैं। चुनाव के 3 बड़े मुद्दे 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार NDA के सामने 3 बड़े मुद्दे होंगे, जिसे लेकर विपक्ष के नेता उन्हें घेर सकते हैं। ——————– ये खबर भी पढ़िए…. जाति जनगणना – एक दांव से BJP ने खेल बदला:अब क्या करेंगे राहुल गांधी-तेजस्वी यादव, नीतीश को जनगणना का फायदा पहले भी मिला महज 4 साल में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार ने अपने फैसले को पलट दिया है। पहले जाति जनगणना नहीं कराने पर अड़ी सरकार ने अब कराने का ऐलान किया है। हालांकि, जनगणना की प्रोसेस पूरी होने में एक साल लगेगा। ऐसे में जनगणना के अंतिम आंकड़े 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में मिल सकेंगे। देश में पिछली जनगणना 2011 में हुई थी। इसे हर 10 साल में किया जाता है।ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या बिहार चुनाव में माइलेज लेने के लिए मोदी सरकार ने ये फैसला लिया है? क्या विपक्ष को मुद्दा विहीन करने की ये एक प्लानिंग है? दैनिक भास्कर की स्पेशल रिपोर्ट में इसे 4 सवालों के जरिए समझिए और पढ़िए…