
ललितपुर में मधुमक्खियों ने IAS कमलाकांत पांडेय को इस कदर डंक मारे कि वह बेहोश होकर जंगल में गिर पड़े। उनकी ऐसी हालत देखकर गनर चंद्रपाल सिंह उनसे लिपट गया। फिर मधुमक्खियां गनर पर टूट पड़ीं, जिससे वह भी बेहोश हो गया। थोड़ी देर बाद ADM (राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव ग्रामीणों के साथ कंबल ओढ़कर उन्हें ढूंढते हुए पहुंचे। देखा तो चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर (CDO) कमलाकांत पांडेय और गनर जमीन पर पड़े थे। CDO का मुंह मिट्टी में धंसा था। उन्हें कंबल ओढ़ाकर तुरंत चारपाई पर लादा, फिर एक किमी पैदल चलकर जंगल से बाहर निकाला। उन्हें ट्रैक्टर से एम्बुलेंस तक पहुंचाया गया, जहां से उन्हें अस्पताल भेजा गया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। 25 मई को मधुमक्खियों के हमले में नोडल अधिकारी (रेशम), ADM (नमामि गंगे) राजेश श्रीवास्तव और 3 कर्मचारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। डॉक्टरों ने राजेश श्रीवास्तव के चेहरे से 500 डंक निकाले। उनके कान से 4 मधुमक्खियां भी निकाली गई हैं। उनका इलाज झांसी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इधर, वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मधुमक्खियां इत्र की खुशबू की वजह से आकर्षित होकर आ गई होंगी। 3 तस्वीरें देखिए… अब पढ़िए जंगल में क्या हुआ… ललितपुर के देवगढ़ में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसी को परखने के लिए 25 मई को नोडल अधिकारी (रेशम) जायजा लेने ललितपुर पहुंचे। उनके साथ CDO कमलाकांत पांडेय, अपर जिलाधिकारी (ADM) नमामि गंगे राजेश श्रीवास्तव, खंड विकास अधिकारी बिरधा, अधिशासी अभियंता जल निगम अवनीश और सचिव शैलेंद्र भी थे। पहले सभी दशावतार मंदिर के भग्नावशेष देखने गए। इसके बाद वे बौद्ध गुफा की ओर बढ़े। जैसे ही अफसर बौद्ध गुफा के पास पहुंचे, अचानक मधुमक्खियों ने उन पर हमला कर दिया। अफसर और कर्मचारी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कोई पेड़ के पीछे छिप गया तो कोई मुंह पर हाथ रखकर दौड़ने लगा। कुछ वहीं जमीन पर लेट गए। CDO-ADM भाग नहीं पाए, मधुमक्खियां उन पर टूट पड़ीं नोडल अधिकारी रेशम, CDO और ADM ज्यादा दूर नहीं भाग पाए, जिसके चलते मधुमक्खियां उन पर टूट पड़ीं। अर्दली और गनर उन्हें बचाने की कोशिश करते रहे, लेकिन सफल नहीं हो सके। अफसरों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण कंबल ओढ़कर दौड़ते हुए पहुंचे, किसी तरह अफसरों और कर्मचारियों को बचाया। सीडीओ कमलाकांत पांडेय नहीं मिल रहे थे। उन्हें खोजने के लिए कॉल किया गया, लेकिन उनका मोबाइल नहीं उठा। फिर इसकी सूचना वन विभाग और अन्य अधिकारियों को दी गई। थोड़ी देर बाद अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव और उप जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह मौके पर पहुंचे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इम्तियाज अहमद भी अपनी टीम के साथ वहां पहुंच गए। ग्रामीणों और ADM (राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव ने मिलकर CDO की तलाश शुरू की। देखा तो CDO और गनर चंद्रपाल सिंह जमीन पर पड़े थे। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। CDO बोले- कुछ समझ पाते, इससे पहले हजारों मधुमक्खियां आ गई सीडीओ कमलाकांत पांडेय ने बताया, मैं पहाड़ी से नीचे उतर रहा था। काफी ऊपर मधुमक्खियों के छत्ते लगे हुए थे। अचानक से वे हमलावर हो गईं। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, हजारों मधुमक्खियां आ गईं। हम लोगों को जहां भी जगह मिली, छिपने के लिए भागने लगे। कुछ लोग ऊपर पहुंच गए। मैं और गनर नीचे की ओर चले गए। मधुमक्खियों के हमले से बचने के लिए मैं पेट के बल लेट गया। गनर चंद्रपाल ने मुझे ढंकने का प्रयास किया, लेकिन इसी बीच उसका पैर खिसक गया, वह खिसकते हुए झाड़ियों में पहुंच गया। इसके बाद मैं करीब डेढ़ घंटे तक मधुमक्खियों से बचने लिए संघर्ष करता रहा। फिर बेहोश हो गया। वन विभाग बोला- इत्र की खुशबू से आईं मधुमक्खियां
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इत्र की खुशबू से मधुमक्खियां उड़कर आ गई होंगी। या फिर यह किसी की छेड़खानी का नतीजा हो सकता है। हालांकि, इत्र की खुशबू से मधुमक्खी आई हों, इसके ज्यादा चांस हैं। अखिलेश बोले- सपा के समय बनी एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया अखिलेश यादव ने घटना को लेकर कहा- ललितपुर के देवगढ़ क्षेत्र में जल जीवन मिशन के बारे में खोज-खबर लेने निकले अधिकारी मधुमक्खियों का शिकार हुए हैं। उन्हें गंभीरता से सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। ये तो सपा के समय बनी उस सड़क और एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया है कि उन्हें समय रहते अस्पताल पहुंचाने की सुविधा मिल गई। भाजपा सरकार, गोशाला, छुट्टा पशुओं और जल जीवन जैसे दिखावटी सर्वेक्षणों पर जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद न करे। जिस काम की प्रगति को दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ रहा हो, वो सच में कितना हुआ है, कहने की जरूरत नहीं। ऐसे झूठे कामों की समीक्षा के लिए भाजपा अपने कार्यकर्ता कभी नहीं भेजती। क्योंकि वो जानती है कि जनता का रोष-आक्रोश भी इसी तरह के किसी हमले में बदल सकता है। ———————————————————— ये खबर भी पढ़ेंः- मधुमक्खियों के हमले में 54 दरोगा घायल, 4 गंभीर: मिर्जापुर में दौड़ा-दौड़ाकर काटा, ग्रामीणों ने आग जलाकर जान बचाई मिर्जापुर में मधुमक्खियों ने 54 ट्रेनी दरोगा को दौड़ा-दौड़ाकर काटा। गांव के लोगों ने आग और कंबल से मधुमक्खियों को भगाया। इसके बाद सभी घायलों को मड़िहान सीएचसी पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद सभी को जिला अस्पताल भेजा गया। सभी ट्रेनी दरोगा घायल हैं, 4 की हालत गंभीर है। (पढ़ें पूरी खबर)
ललितपुर में मधुमक्खियों ने IAS कमलाकांत पांडेय को इस कदर डंक मारे कि वह बेहोश होकर जंगल में गिर पड़े। उनकी ऐसी हालत देखकर गनर चंद्रपाल सिंह उनसे लिपट गया। फिर मधुमक्खियां गनर पर टूट पड़ीं, जिससे वह भी बेहोश हो गया। थोड़ी देर बाद ADM (राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव ग्रामीणों के साथ कंबल ओढ़कर उन्हें ढूंढते हुए पहुंचे। देखा तो चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर (CDO) कमलाकांत पांडेय और गनर जमीन पर पड़े थे। CDO का मुंह मिट्टी में धंसा था। उन्हें कंबल ओढ़ाकर तुरंत चारपाई पर लादा, फिर एक किमी पैदल चलकर जंगल से बाहर निकाला। उन्हें ट्रैक्टर से एम्बुलेंस तक पहुंचाया गया, जहां से उन्हें अस्पताल भेजा गया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। 25 मई को मधुमक्खियों के हमले में नोडल अधिकारी (रेशम), ADM (नमामि गंगे) राजेश श्रीवास्तव और 3 कर्मचारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। डॉक्टरों ने राजेश श्रीवास्तव के चेहरे से 500 डंक निकाले। उनके कान से 4 मधुमक्खियां भी निकाली गई हैं। उनका इलाज झांसी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इधर, वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मधुमक्खियां इत्र की खुशबू की वजह से आकर्षित होकर आ गई होंगी। 3 तस्वीरें देखिए… अब पढ़िए जंगल में क्या हुआ… ललितपुर के देवगढ़ में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसी को परखने के लिए 25 मई को नोडल अधिकारी (रेशम) जायजा लेने ललितपुर पहुंचे। उनके साथ CDO कमलाकांत पांडेय, अपर जिलाधिकारी (ADM) नमामि गंगे राजेश श्रीवास्तव, खंड विकास अधिकारी बिरधा, अधिशासी अभियंता जल निगम अवनीश और सचिव शैलेंद्र भी थे। पहले सभी दशावतार मंदिर के भग्नावशेष देखने गए। इसके बाद वे बौद्ध गुफा की ओर बढ़े। जैसे ही अफसर बौद्ध गुफा के पास पहुंचे, अचानक मधुमक्खियों ने उन पर हमला कर दिया। अफसर और कर्मचारी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कोई पेड़ के पीछे छिप गया तो कोई मुंह पर हाथ रखकर दौड़ने लगा। कुछ वहीं जमीन पर लेट गए। CDO-ADM भाग नहीं पाए, मधुमक्खियां उन पर टूट पड़ीं नोडल अधिकारी रेशम, CDO और ADM ज्यादा दूर नहीं भाग पाए, जिसके चलते मधुमक्खियां उन पर टूट पड़ीं। अर्दली और गनर उन्हें बचाने की कोशिश करते रहे, लेकिन सफल नहीं हो सके। अफसरों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण कंबल ओढ़कर दौड़ते हुए पहुंचे, किसी तरह अफसरों और कर्मचारियों को बचाया। सीडीओ कमलाकांत पांडेय नहीं मिल रहे थे। उन्हें खोजने के लिए कॉल किया गया, लेकिन उनका मोबाइल नहीं उठा। फिर इसकी सूचना वन विभाग और अन्य अधिकारियों को दी गई। थोड़ी देर बाद अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव और उप जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह मौके पर पहुंचे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इम्तियाज अहमद भी अपनी टीम के साथ वहां पहुंच गए। ग्रामीणों और ADM (राजस्व) अंकुर श्रीवास्तव ने मिलकर CDO की तलाश शुरू की। देखा तो CDO और गनर चंद्रपाल सिंह जमीन पर पड़े थे। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। CDO बोले- कुछ समझ पाते, इससे पहले हजारों मधुमक्खियां आ गई सीडीओ कमलाकांत पांडेय ने बताया, मैं पहाड़ी से नीचे उतर रहा था। काफी ऊपर मधुमक्खियों के छत्ते लगे हुए थे। अचानक से वे हमलावर हो गईं। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, हजारों मधुमक्खियां आ गईं। हम लोगों को जहां भी जगह मिली, छिपने के लिए भागने लगे। कुछ लोग ऊपर पहुंच गए। मैं और गनर नीचे की ओर चले गए। मधुमक्खियों के हमले से बचने के लिए मैं पेट के बल लेट गया। गनर चंद्रपाल ने मुझे ढंकने का प्रयास किया, लेकिन इसी बीच उसका पैर खिसक गया, वह खिसकते हुए झाड़ियों में पहुंच गया। इसके बाद मैं करीब डेढ़ घंटे तक मधुमक्खियों से बचने लिए संघर्ष करता रहा। फिर बेहोश हो गया। वन विभाग बोला- इत्र की खुशबू से आईं मधुमक्खियां
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इत्र की खुशबू से मधुमक्खियां उड़कर आ गई होंगी। या फिर यह किसी की छेड़खानी का नतीजा हो सकता है। हालांकि, इत्र की खुशबू से मधुमक्खी आई हों, इसके ज्यादा चांस हैं। अखिलेश बोले- सपा के समय बनी एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया अखिलेश यादव ने घटना को लेकर कहा- ललितपुर के देवगढ़ क्षेत्र में जल जीवन मिशन के बारे में खोज-खबर लेने निकले अधिकारी मधुमक्खियों का शिकार हुए हैं। उन्हें गंभीरता से सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। ये तो सपा के समय बनी उस सड़क और एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया है कि उन्हें समय रहते अस्पताल पहुंचाने की सुविधा मिल गई। भाजपा सरकार, गोशाला, छुट्टा पशुओं और जल जीवन जैसे दिखावटी सर्वेक्षणों पर जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद न करे। जिस काम की प्रगति को दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ रहा हो, वो सच में कितना हुआ है, कहने की जरूरत नहीं। ऐसे झूठे कामों की समीक्षा के लिए भाजपा अपने कार्यकर्ता कभी नहीं भेजती। क्योंकि वो जानती है कि जनता का रोष-आक्रोश भी इसी तरह के किसी हमले में बदल सकता है। ———————————————————— ये खबर भी पढ़ेंः- मधुमक्खियों के हमले में 54 दरोगा घायल, 4 गंभीर: मिर्जापुर में दौड़ा-दौड़ाकर काटा, ग्रामीणों ने आग जलाकर जान बचाई मिर्जापुर में मधुमक्खियों ने 54 ट्रेनी दरोगा को दौड़ा-दौड़ाकर काटा। गांव के लोगों ने आग और कंबल से मधुमक्खियों को भगाया। इसके बाद सभी घायलों को मड़िहान सीएचसी पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद सभी को जिला अस्पताल भेजा गया। सभी ट्रेनी दरोगा घायल हैं, 4 की हालत गंभीर है। (पढ़ें पूरी खबर)