
पंजाब के नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के अध्यक्ष इशरप्रीत सिंह सिद्धू की पाकिस्तानी सेना के अधिकारी के साथ तस्वीर सामने आई है। इस पर सियासत गरमा गई है। पंजाब BJP ने डीजीपी गौरव यादव से शिकायत कर इशरप्रीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भाजपा ने कहा कि NSUI अध्यक्ष के ISI से संबंधों की जांच होनी चाहिए। राष्ट्र सर्वोपरि है और अगर देश विरोधी तत्वों से कोई संबंध पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, इस पर इशरप्रीत सिंह ने कहा कि BJP के नेता भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। वह चीनी दूतावास के प्रोग्राम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उसमें भारत के साथ अन्य देशों के सैन्य अधिकारी आए थे। BJP के नेता की 3 अहम बातें… 1. 90 युवाओं को पाकिस्तानी दूतावास में आयोजित कार्यक्रम में ले गए
BJP युवा मोर्चा के सचिव कुलबीर सिंह आशू अंबा ने डीजीपी को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा- वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े एक गंभीर विषय की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया था कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ISI के निमंत्रण पर पाकिस्तान गए थे और कथित तौर पर 90 युवाओं को पाकिस्तानी दूतावास द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए ले गए थे। यह खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से चिंताजनक है। 2. इशरप्रीत सिद्धू और श्रीनिवास के संबंधों की जांच हो
उन्होंने कहा कि पंजाब NSUI अध्यक्ष इशरप्रीत सिंह सिद्धू और भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास की पृष्ठभूमि, विदेशी जुड़ाव और पाकिस्तान दूतावास के साथ संभावित संबंधों की विस्तार से जांच करें। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि क्या उनके कार्यकाल के दौरान या उसके बाद कोई संदिग्ध या विवादास्पद गतिविधियां की गईं, खासकर राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए। 3. भारतीय युवाओं को भड़काने के प्रयास बढ़ रहे
आशू ने कहा कि वर्तमान में भारत विरोधी प्रचार और मनोवैज्ञानिक युद्ध के माध्यम से भारतीय युवाओं को भड़काने के प्रयास बढ़ रहे हैं। इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे राजनीतिक नेताओं और संगठनों की भूमिका की जांच करना आवश्यक है। इस मामले की गहन जांच का आदेश दें और यदि कोई अवैध या राष्ट्रविरोधी संबंध पाया जाता है, तो उसके अनुसार सख्त कार्रवाई की जाए। BJP नेता ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट… इशरप्रीत ने क्या कहा, 2 पॉइंट में पढ़िए
पंजाब के नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के अध्यक्ष इशरप्रीत सिंह सिद्धू की पाकिस्तानी सेना के अधिकारी के साथ तस्वीर सामने आई है। इस पर सियासत गरमा गई है। पंजाब BJP ने डीजीपी गौरव यादव से शिकायत कर इशरप्रीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भाजपा ने कहा कि NSUI अध्यक्ष के ISI से संबंधों की जांच होनी चाहिए। राष्ट्र सर्वोपरि है और अगर देश विरोधी तत्वों से कोई संबंध पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उधर, इस पर इशरप्रीत सिंह ने कहा कि BJP के नेता भ्रामक प्रचार कर रहे हैं। वह चीनी दूतावास के प्रोग्राम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उसमें भारत के साथ अन्य देशों के सैन्य अधिकारी आए थे। BJP के नेता की 3 अहम बातें… 1. 90 युवाओं को पाकिस्तानी दूतावास में आयोजित कार्यक्रम में ले गए
BJP युवा मोर्चा के सचिव कुलबीर सिंह आशू अंबा ने डीजीपी को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा- वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े एक गंभीर विषय की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दावा किया था कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ISI के निमंत्रण पर पाकिस्तान गए थे और कथित तौर पर 90 युवाओं को पाकिस्तानी दूतावास द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए ले गए थे। यह खुलासा राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से चिंताजनक है। 2. इशरप्रीत सिद्धू और श्रीनिवास के संबंधों की जांच हो
उन्होंने कहा कि पंजाब NSUI अध्यक्ष इशरप्रीत सिंह सिद्धू और भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास की पृष्ठभूमि, विदेशी जुड़ाव और पाकिस्तान दूतावास के साथ संभावित संबंधों की विस्तार से जांच करें। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि क्या उनके कार्यकाल के दौरान या उसके बाद कोई संदिग्ध या विवादास्पद गतिविधियां की गईं, खासकर राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए। 3. भारतीय युवाओं को भड़काने के प्रयास बढ़ रहे
आशू ने कहा कि वर्तमान में भारत विरोधी प्रचार और मनोवैज्ञानिक युद्ध के माध्यम से भारतीय युवाओं को भड़काने के प्रयास बढ़ रहे हैं। इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे राजनीतिक नेताओं और संगठनों की भूमिका की जांच करना आवश्यक है। इस मामले की गहन जांच का आदेश दें और यदि कोई अवैध या राष्ट्रविरोधी संबंध पाया जाता है, तो उसके अनुसार सख्त कार्रवाई की जाए। BJP नेता ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट… इशरप्रीत ने क्या कहा, 2 पॉइंट में पढ़िए